Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Magh Mela 2026 : महाकुंभ की भीड़ से सबक लेकर प्रयागराज में तैयारी, पहली बार बन रहे रोडवेज के पांच अस्थायी बस अड्डे

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Fri, 12 Dec 2025 12:55 PM (IST)

    Magh Mela 2026 प्रयागराज में माघ मेला की तैयारी महाकुंभ की भीड़ से सबक लेकर की जा रही है। श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा अनुभव देने के लिए रोडवेज प्रशासन ...और पढ़ें

    Hero Image

    Magh Mela 2026 माघ मेला प्रयागराज में चारों दिशाओं में जाने के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पांच नए अस्थायी बस अड्डे बनाए जा रहे हैं।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 धर्म, आस्था और संगम नगरी प्रयागराज में इस बार माघ मेले की तैयारी युद्ध स्तर पर और बिल्कुल नए अंदाज में हो रही है। रोडवेज प्रशासन ने पिछले महाकुंभ की विशाल भीड़ से सबक लेते हुए कदम उठाया है। माघ मेले के लिए पहली बार पांच अलग-अलग अस्थायी बस अड्डे बनाए जाने की प्रक्रिया धरातल पर उतरनी शुरू हो गई है। यह पहल श्रद्धालुओं को सुगम और व्यवस्थित यात्रा अनुभव देने की दिशा में एक बड़ा बदलाव लाएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जमीन आवंटित, बस अड्डाें का निर्माण शरू

    Magh Mela 2026 शुक्रवार को इन बस अड्डों के लिए जमीन आवंटित होने के बाद निर्माण कार्य तत्काल शुरू कर दिया गया। प्रशासन की योजना है कि ये पांचों अस्थायी बस अड्डे 25 से 26 दिसंबर तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाए। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यही है कि एक ही जगह पर बसों का भारी जमावड़ा न हो, जिससे न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, बल्कि यात्रियों को भी अपनी मंजिल की ओर जाने वाली बसें आसानी से मिल सकेंगी।

    पांच बस अड्डे, चार दिशाओं की राह करेंगे आसान 

    इस नई व्यवस्था में, पूरे प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य के अनुसार बसें मिलेंगी। यह व्यवस्था कुछ इस प्रकार होगी।

    झूंसी व पटेल बाग अस्थायी बस अडडा : यह दोनों बस अड्डा पूर्वांचल की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए मुख्य केंद्र बनेगा। यहां से गोरखपुर, वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया और गाजीपुर जैसे महत्वपूर्ण शहरों के लिए बसें उपलब्ध होंगी।

    लेप्रोसी मिशन बस अड्डा : यात्रियों के लिए यह अड्डा बेहद महत्वपूर्ण होगा। यहां से मध्य प्रदेश और मीरजापुर, चित्रकूट की बसों का संचालन किया जाएगा।

    बेला कछार बस अड्डा : यह बस अड्डा राजधानी लखनऊ और उसके आस-पास के क्षेत्रों को जोड़ेगा। यहां से लखनऊ, रायबरेली और प्रतापगढ़, अयोध्या की ओर बसें रवाना होंगी।

    नेहरू पार्क बस अड्डा : पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली रूट पर जाने वाले यात्रियों के लिए यह सबसे बड़ा केंद्र होगा। कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर, और दिल्ली रूट की बसें यहीं से चलेंगी।

    हर बस अड्डा पर होगी सुविधा

    Magh Mela 2026 प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि ये केवल अस्थायी ढांचे न हों, बल्कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां पूरी व्यवस्था की जाएगी। हर बस अड्डे पर यात्रियों की ज़रूरतें पूरी करने के लिए निम्नलिखित इंतजाम किए जा रहे हैं।

    अलग-अलग काउंटर: ताकि टिकट लेने और जानकारी प्राप्त करने में लंबी कतारें न लगें।
    सूचना पट्ट : जिस पर बसों के रूट और समय सारिणी की स्पष्ट जानकारी अंकित होगी।
    पानी और शौचालय की व्यवस्था: स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
    छांव की व्यवस्था: ठंड के बावजूद धूप और प्रतीक्षा से राहत देने के लिए समुचित छांव की व्यवस्था की जाएगी।

    अनुभव से सबक

    इस बार माघ मेला प्रशासन यातायात और भीड़ प्रबंधन को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। महाकुंभ के अनुभव ने सिखाया है कि लाखों की भीड़ के लिए एक केंद्रीकृत व्यवस्था अक्सर ध्वस्त हो जाती है। इसलिए, यातायात को पांच अलग-अलग धमनियों में बांटकर, श्रद्धालुओं की यात्रा को न केवल आसान बनाया जा रहा है, बल्कि मेले क्षेत्र के भीतर अनावश्यक भीड़भाड़ और जाम को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। प्रयागराज का यह प्रयास देश के अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए भी एक मिसाल कायम करने वाला है, जहां आस्था और आधुनिक व्यवस्था का सुंदर समन्वय देखने को मिल रहा है।

    क्या कहते हें रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक

    Magh Mela 2026 रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक रविंद्र कुमार ने बताया कि हम यात्रियों को बस अड्डे पर स्थायी बस अड्डे जैसी ही सुविधाएं देंगे। उनकी यात्रा सुखद और सुरक्षित होगी। पांचों बस अड्डे के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएंगे। एक जनवरी से विशेष बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। दिशावार बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए चारों दिशाओं में एक-एक अस्थायी बस अड्डा बनाया गया है। झूंसी में अतिरिक्त भीड़़ को देखते हुए पांचवां बस अड्डा भी निर्माणाधीन है।

    यह भी पढ़ें- Magh Mela 2026 : किस बात पर नाराज होकर द्वारका पीठ ने शिविर लगाने से किया इन्कार, 20 दिसंबर तक का दिया अल्टीमेटम

    यह भी पढ़ें- Magh Mela 2026 : बिजली, पानी और न ही सड़क तो शिविर कैसे लगाएं संत? संगम की रेती पर अगले माह से माघ मेला, तैयारियां अधूरी