Magh Mela 2026 : किस बात पर नाराज होकर द्वारका पीठ ने शिविर लगाने से किया इन्कार, 20 दिसंबर तक का दिया अल्टीमेटम
Prayagraj Magh Mela 2026 प्रयागराज में माघ मेला 2026 के लिए भूमि आवंटन में देरी से नाराज़ द्वारका पीठ ने 20 दिसंबर तक भूमि न मिलने पर शिविर न लगाने की ...और पढ़ें

Prayagraj Magh Mela 2026 प्रयागराज माघ मेला में भूमि आवंटन में देरी से नाराज द्वारका पीठ ने शिविर नहीं लगाने की चेतावनी दी है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Prayagraj Magh Mela 2026 संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेला के लिए भूमि आवंटन में विलंब होने से संतों की नाराजगी थम नहीं रही है। खाकचौक व्यवस्था समिति के संतों व तीर्थपुरोहितों को मनाने में विफल मेला प्रशासन विफल है। इधर, द्वारका शारदा पीठ ने भी भूमि आवंटन में विलंब होने पर नाराजगी व्यक्त की है।
भूमि नहीं मिली तो शंकराचार्य का नहीं लगेगा शिविर
Prayagraj Magh Mela 2026 द्वारका पीठ ने स्पष्ट किया है कि 20 दिसंबर तक भूमि मिली तो शंकराचार्य का शिविर नहीं लगाया जाएगा। लचर प्रशासनिक व्यवस्था काे देखते हुए शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती माघ मेला में नहीं आएंगे। अगर आएंगे भी तो मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं करेंगे। श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर में प्रवास करके संगम स्नान करके लौट जाएंगे।

संतों और तीर्थपुरोहितों को भूमि आवंटित नहीं
Prayagraj Magh Mela 2026 माघ मेला का शुभारंभ पौष पूर्णिमा स्नान पर्व तीन जनवरी से हो जाएगा, लेकिन व्यवस्था अपेक्षा के अनुरूप नहीं हुई। अभी तक समस्त संतों और तीर्थपुरोहितों को भूमि आवंटित नहीं हुई। शंकराचार्यों सहित प्रमुख संतों का शिविर त्रिवेणी मार्ग में लगता है। मेला प्रशासन ने 19-20 दिसंबर को त्रिवेणी मार्ग की भूमि आवंटित करने की तारीख तय की है।
चार पीठों में प्रमुख द्वारका शारदा ने नाराजगी व्यक्त की
Prayagraj Magh Mela 2026 इस पर चार पीठों में प्रमुख द्वारका शारदा पीठ ने नाराजगी व्यक्त की है। शंकराचार्य के प्रतिनिधि व श्री मनकामेश्वर मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी के अनुसार मेला प्रशासन की कार्यप्रणाली मनमानी है। जब पहले से तय था कि मेला तीन जनवरी से आरंभ होगा तो तैयारी उसके अनुरूप करनी थी, लेकिन अधिकारी जानबूझकर विलंब कर रहे हैं।
शिविर लगाने में न्यूनतम 15 दिन लगता है
Prayagraj Magh Mela 2026 उन्होंने कहा कि हमें 20 दिसंबर को भूमि मिलेगी तो शिविर लगाने का समय ही नहीं मिलेगा, क्योंकि उसके दो-तीन दिन बाद भूमि पूजन होगा। सुविधा मिलने में तीन-चार दिन लग जाते। फिर शिविर लगाने में न्यूनतम 15 दिन लगता है। ऐसे में पौष पूर्णिमा पर शिविर नहीं लग पाएगा। इसे देखते हुए तय किया गया है कि 20 दिसंबर को भूमि नहीं ली जाएगी। न ही द्वारका शारदा पीठ का शिविर लगाया जाएगा।

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