Magh Mela 2026 : स्नानार्थियों की सुरक्षा को बनेगी 8 किमी डीप वाटर बैरिकेडिंग, प्लास्टिक की जाली गहरे पानी में जाने से बचाएगी
Magh Mela 2026 में स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं। गंगा और यमुना के घाटों पर लगभग 8 किमी की डीप वाटर बैरिकेडिंग होगी, जिसमें प्लास्टिक की जाली भी लगाई जाएगी। नावों के बेहतर संचालन के लिए 3 किमी की वाटर लाइन बनेगी। चार प्रमुख घाटों पर जल पुलिस की रेस्क्यू चौकी स्थापित की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान जताया है।

Magh Mela 2026 प्रयागराज के माघ मेला में आने वाले स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 दिव्य और भव्य महाकुंभ की तरह इस बार के माघ मेले में भी स्नानार्थियों की सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किया जा रहे हैं। गंगा, यमुना और स्नान घाटों पर करीब आठ किलोमीटर की डीप वाटर बैरिकेडिंग की जाएगी। बैरिकेडिंग में प्लास्टिक की जाली भी लगी रहेगी, ताकि नीचे गिरने पर कोई श्रद्धालु गहरे पानी तक नहीं जा सकेंगे।
4 प्रमुख घाटों पर जल पुलिस की रेस्क्यू चौकी होगी
Magh Mela 2026 इसके साथ ही नावों के बेहतर ढंग से संचालन के लिए लगभग तीन किलोमीटर की वाटर लाइन तैयार की जाएगी। इससे संगम नोज तक आने-जाने वाले नाविकों को नाव चलाने के दौरान दिशा मिल सके। तीर्थयात्रियों की तत्काल सहायता और बचाव के लिए चार प्रमुख घाट पर जल पुलिस की रेस्क्यू चौकी भी बनाई जाएगी। वहां पर जल पुलिस के जवान और प्रशिक्षित गोताखोर तैनात रहेंगे।
12 से 15 करोड़ श्रद्धालु आएंगे : सीएम
Magh Mela 2026 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि माघ मेले में करीब 12 से 15 करोड़ के श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों, कल्पवासियों और तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान है। उन्होंने पुलिस की ओर से की जा रही तैयारियों को लेकर समीक्षा की और आवश्यक निर्देश भी दिए।
इन स्थानों पर लगेगी डीप वाटर बैरिकेडिंग
Magh Mela 2026 पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कि संगम नोज, हनुमानघाट, रामघाट, कालीघाट, दशाश्वमेध, नागवासुकी, छतनाग, दंडीबाड़ा, पुराना अरैल, सोमेश्वर नाथ, सरस्वती घाट, गऊ और बलुआघाट समेत कई अन्य जरूरी स्थानों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग की जाएगी। इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली गई और जल्द ही मूर्तरूप दिया जाएगा।
इन स्थानों पर रेस्क्यू चौकी भी बनाई जाएगी
जल पुलिस का थाना और कंट्रोल रूम के अलावा दशाश्वमेघ, छतनाग, संगम नोज व अरैल घाट पर रेस्क्यू चौकी बनाई जाएगी। वाटर पेट्रोलिंग और दूसरी कार्यवाही के लिए मोटर बोट, मोटर एंबुलेंस सहित दूसरे संसाधन का बेहतर ढंग से इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए जल पुलिस प्रभारी रविंद्र नाथ को अहम जिम्मेदारी दी गई है।
एसपी माघ मेला ने क्या कहा?
एसपी माघ मेला नीरज पांडेय का कहना है कि स्नान घाट से लेकर दूसरे प्रमुख स्थानों पर स्नानार्थियों की सुविधा व सुरक्षा के लिए लगभग आठ किलाेमीटर की डीप वाटर बैरिकेडिंग की जाएगी। नावों के बेहतर संचालन के लिए वाटर लाइन भी बनाई जाएगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।

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