Diwali 2025 : प्रयागराज के अल्लापुर में पटाखा दुकानें नहीं लगेंगी, एंग्लो बंगाली में असमंजस, इन 11 स्थानाें पर ही खरीद सकेंगे
प्रयागराज में इस बार दीपावली पर अल्लापुर के लेबर चौराहे पर पटाखा की दुकानें नहीं लगेंगी, क्योंकि यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है। एंग्लो बंगाली इंटर कालेज मैदान में पटाखा की थोक दुकानों पर भी संकट है। शहर में केवल 11 स्थानों पर ही पटाखा दुकानें लगेंगी। अग्निशमन विभाग सुरक्षा मानकों का पालन करवा रहा है और अस्थायी लाइसेंस लेने वालों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

प्रयागराज में एक भी पटाखे की थोक दुकानें नहीं लगेंगी, जबकि अल्लापुर में दुकान नहीं लगेगी। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इस बार दीपावली पर अल्लापुर स्थित लेबर चौराहे के पास पटाखा की दुकानें नहीं लगेंगी। यह कदम सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है। तर्क दिया गया है कि आबादी के बीच पटाखा की बड़ी संख्या में दुकानें लगने से आगजनी जैसी घटनाएं हो सकती हैं। वहीं, एंग्लो बंगाली इंटर कालेज मैदान में लगने वाली पटाखा की थोक दुकानों के लगने पर भी संकट मंडरा रहा है।
जिला प्रशासन के अधिकारी तय करेंगे
मुख्य अग्निशमन अधिकारी चंद्र मोहन शर्मा ने स्पष्ट तौर पर इस बार थोक की पटाखा की दुकानें न लगाए जाने की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी है। अब जिला प्रशासन के अधिकारियों को तय करना है कि पटाखा की थोक की दुकानें लगेंगी या नहीं।
शहर के 13 स्थानों पर प्रतिवर्ष लगती रही है पटाखा दुकानें
प्रयागराज शहर में 13 स्थानों पर प्रतिवर्ष दीपावली के अवसर पर पटाखा की दुकानें लगती रही हैं। इसके लिए अग्निशमन विभाग के अधिकारी रिपोर्ट बनाकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को भेजते थे। इसके बाद अनुमति दी जाती थी।
अग्निशमन विभाग में पटाखा कारोबारी दर्ज कराते हैं नाम
पटाखा की दुकान लगाने वालों के अस्थायी लाइसेंस पहले अग्निशमन विभाग से जारी होते थे, लेकिन इधर कुछ वर्षों से व्यवस्था बदली तो जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के कार्यालयों से इसे जारी किया जाने लगा। हालांकि, इसके पहले अग्निशमन विभाग में ही पटाखा कारोबारियों को लिखापढ़ी कराते हुए अपना नाम दर्ज करवाना पड़ता है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने किया था निरीक्षण
इधर कुछ दिन पहले मुख्य अग्निशमन अधिकारी चंद्र मोहन शर्मा ने जहां पटाखा की दुकानें लगाई जानी हैं, वहां का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अल्लापुर स्थित लेबर चौराहे पर लगने वाली दुकानों को मानक के विपरीत पाया।
लेबर चौराहे पर पटाखा दुकान स्थल घनी आबादी के बीच है
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा है कि लेबर चौराहे पर लगने वाली पटाखा की दुकानें आबादी के बीच होती हैं। ऐसे में यहां आग जैसी घटना होने का खतरा उत्पन्न हो सकता है। यह बड़ी घनी बस्ती है, जिस कारण यहां फायर के बड़े वाहन भी नहीं पहुंच सकते। ऐसे में यहां पटाखा की दुकानें नहीं लगाई जा सकतीं।
एंग्लो बंगाली मैदान पर इसलिए नहीं लग सकतीं दुकानें
साथ ही एंग्लो बंगाली इंटर कालेज मैदान में लगने वाली पटाखा की थोक दुकानों पर भी आपत्ति जताई है। रिपोर्ट में कहा है कि यहां थोक की दुकानें बड़ी संख्या में लगती हैं। 18 अक्टूबर तक विद्यालय खुला है। इस स्थिति में थोक की दुकानों का यहां लगना उचित नहीं रहेगा।
अस्थायी लाइसेंस लेने वालों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
पटाखा की दुकान के लिए अस्थायी लाइसेंस लेने वालों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अग्निशमन अधिकारी राजेश कुमार समेत अन्य फायरकर्मी सभी को आग लगने पर कैसे उपकरणों को चलाना है, इस बारे में बारीकी से समझा रहे हैं। साथ ही दुकानों पर बालू, पानी, अग्निशमन उपकरण आदि की व्यवस्था पहले से करने के निर्देश भी दे रहे हैं। यही नहीं, लाइसेंस लेने वालों से लिखवाकर यह भी लिया जा रहा है कि निरीक्षण में खामी मिलने पर तत्काल लाइसेंस निरस्त कर दिया जाए।
इन जगहों पर लगेंगी दुकानें
-राधा रमण इंटर कालेज मैदान दारागंज।
-आइईआरटी कालेज के पास मैदान।
-बालूमंडी तेलियरगंज।
-डीएवी इंटर कालेज मैदान अतरसुइया।
-कर्नलगंज इंटर कालेज मैदान।
-केएन काटजू मैदान कीडगंज।
-खेल मैदान सदर बाजार।
-रामलीला मैदान लूकरगंज।
-मुंडेरा मंडी धूमनगंज।
-महिला पालीटेक्निक मैदान सिविल लाइंस।
-झूंसी पुल के नीचे स्थित मैदान।
क्या कहते हैं मुख्य अग्निशमन अधिकारी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी चंद्र मोहन शर्मा का कहना है कि लेबर चौराहा अल्लापुर में जहां पटाखा की दुकानें लगती थीं, वह आबादी के बीच है। सुरक्षा के दृष्टिगत वहां खतरा हो सकता है। इसलिए वहां पटाखे की दुकानें नहीं लगेंगी। एंग्लो बंगाली इंटर कालेज मैदान में भी थोक की दुकानें न लगाए जाने को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है।
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