Prayagraj Bribery Case : घूसखोरी में गिरफ्तार सिंचाई विभाग के ड्राफ्टमैन को पिता की जगह मिली थी नौकरी, निलंबित
Prayagraj Bribery Case प्रयागराज में, सिंचाई विभाग के ड्राफ्टमैन जितेंद्र कुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। उन्हें यह नौकरी उनके पिता के स्थान पर मिली थी। कुछ अन्य ठेकेदारों ने भी उन पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस टीम ने उन्हें 11 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था।

Prayagraj Bribery Case रंगेहाथ घूस लेते पकड़ा गया सिंचाई विभाग का ड्राफ्टमैन, जिसे निलंबित कर दिया गया है (लाल घेरे में)।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Prayagraj Bribery Case घूसखोरी में गिरफ्तार किए गए सिंचाई विभाग के ड्राफ्टमैन जितेंद्र कुमार के बारे में अहम जानकारी सामने आई है। पता चला है कि उसे पिता के स्थान पर नौकरी मिली थी। उसके खिलाफ कुछ अन्य ठेकेदारों ने भी रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए विजिलेंस से शिकायत की है। उधर, सिंचाई विभाग ने ड्राफ्टमैन (बाबू) जितेंद्र कुमार को निलंबित करते हुए जांच बैठा दी है।
Prayagraj Bribery Case सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की टीम ने सिंचाई विभाग के ड्राफ्टमैन जितेंद्र कुमार चार दिन पहले 11 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। हंडिया कस्बा निवासी घूसखोर जितेंद्र के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया है। उसे एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भी भेजा जा चुका है।
Prayagraj Bribery Case विजिलेंस विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद जब अभियुक्त जितेंद्र कुमार से विस्तृत पूछताछ की गई तो पता चला कि वह अपने पिता के स्थान पर नौकरी कर रहा था। उसके पिता कार्यालय में अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग खंड प्रथम में नौकरी करते थे। आकस्मिक मौत के बाद बेटे जितेंद्र को सरकारी नौकरी मिली थी। फिलहाल मुकदमे की विवेचना को आगे बढ़ाते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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