प्रयागराज में वायु प्रदूषण का AQI खतरनाक स्तर 250 पर पहुंचा, शहर विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल
प्रयागराज में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में 111वें स्थान पर पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 250 तक पहुँच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति कम होने और नमी बढ़ने से धूल कण नीचे की परतों में ही अटक जा रहे हैं। चिकित्सकों ने लोगों को सुबह की सैर से बचने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है।

संगम नगरी की जहरीली हो रही हवा, AQI का स्तर काफी बढ़ना सीधे तौर पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। शहर की हवा इन दिनों लगातार बिगड़ती जा रही है। रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 250 तक पहुंच गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है और सीधे तौर पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है।
सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में प्रयागराज की स्थिति
पीएम 10 की मात्रा 225 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर और पीएम 2.5 की मात्रा 171 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज की गई है, जो मानकों से कई गुना अधिक है। वेबसाइट एक्यूआइ लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण शहर दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में 111वें स्थान पर दर्ज हुआ है।
...इसलिए एक्यूआइ में नहीं हो पा रहा सुधार
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जलवायुकी एवं समुद्र विज्ञान केंद्र के प्रो. सुनीत द्विवेदी का कहना है कि हवा की रफ्तार कम होने और मौसम में नमी बढ़ने से धूलकण नीचे की परतों में ही अटक जा रहे हैं, जिससे एक्यूआइ में सुधार नहीं हो पा रहा है।
प्रदूषण से दमघोंटू महसूस हो रहा
पिछले चार दिनों से शहर में सुबह के समय आर्द्रता 90 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है। इसके कारण धुंध और स्माग का प्रभाव और बढ़ जाता है। वहीं न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो बीते दिनों की ठंड का संकेत है। हालांकि प्रदूषण के चलते वातावरण भारी और दमघोंटू महसूस हो रहा है।
हवा की दिशा बदलने से मिलेगी राहत
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि न हवा चल रही है और न बारिश की कोई संभावना है। ऐसे में फिलहाल वायु प्रदूषण से राहत मिलना मुश्किल है। प्रदूषण से जूझ रहे शहरवासियों को सिर्फ हवा की दिशा बदलने या ठंडी हवाओं की उम्मीद करनी होगी।
फिलहाल स्थिति गंभीर बनी हुई है
हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने यह भी संकेत दिया है कि 25 नवंबर के बाद न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा सकती है। ठंडी उत्तरी हवाएं सक्रिय होने पर हवा की गुणवत्ता में भी कुछ सुधार आने की संभावना रहती है, लेकिन फिलहाल स्थिति गंभीर बनी हुई है।
चिकित्सकों की सलाह
वहीं दूसरी ओर प्रयागराज के चिकित्सकों ने आम लोगों को सलाह दी है कि सुबह की सैर से वे बचें। यानी सुबह की सैर करने अगले कुछ दिन तक नहीं जाएं। बाहर निकलें तो मास्क का इस्तेमाल करें और बच्चों तथा बुजुर्गों को प्रदूषण के चरम समय में घर के अंदर ही रखें।

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