MahaKumbh 2025: महाकुंभ के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर होगा बड़ा बदलाव, सैकड़ों किमी दूर पार्क होंगे प्लेन और चार्टर्ड विमान
महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर पार्किंग की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती होगी। सभी विमानों को प्रयागराज में पार्क नहीं किया जा सकेगा। चार्टर्ड प्लेन को 150 से 500 किलोमीटर दूर स्थित एयरपोर्ट पर पार्क करना होगा। अतिथि प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरेंगे लेकिन विमान तुरंत पार्किंग के लिए दूसरे एयरपोर्ट पर चला जाएगा। यह प्रक्रिया पूरे महाकुंभ के दौरान लागू रहेगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर सभी एयरप्लेन व चार्टर्ड प्लेन को पार्किंग के लिए बड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है। सभी को प्रयागराज एयरपोर्ट पर पार्किंग नहीं दी जाएगी। चार्टर्ड प्लानो को पार्क करने के लिए चार्टर्ड प्लानो को डेढ़ सौ से 500 किलोमीटर दूर स्थित एयरपोर्ट पर ले जाना पड़ेगा।
चार्टर्ड प्लानो से जो अतिथि आएंगे उन्हें प्रयागराज एयरपोर्ट पर तो उतारा जाएगा लेकिन इसके तत्काल बाद विमान को पार्किंग के लिए किसी दूसरे एयरपोर्ट पर भेज दिया जाएगा। अतिथि जब महाकुंभ क्षेत्र से वापस जाने के लिए प्रयागराज एयरपोर्ट पर जाएंगे तब उनका विमान उन्हें लेने के लिए वापस आएगा। यह प्रक्रिया पूरे महाकुंभ के दौरान लागू रहेगी स्नान पर्वों पर यह पूर्णता अनिवार्य कर दी जाएगी।
प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू हो रहा है। इसमें दुनिया भर से श्रद्धालु आएंगे। प्रोटोकाल के बीच वीवीआईपी, विदेशी मेहमानों के 200 से अधिक चार्टर्ड विमान या विशेष विमान उतरेंगे। लेकिन इतने विमानों के उतरने की जगह प्रयागराज एयरपोर्ट पर नहीं है। यहां अभी एक साथ सिर्फ 15 बड़े विमान खड़े हो सकते हैं।
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पार्किंग के लिए पट्टी विकसित की जा रही है। लेकिन कुंभ के दौरान विमानन कंपनियों की उड़ानों की संख्या भी बढ़ जाएगी। नियमित उड़ानों के अलावा विशेष विमानों को पार्क करने की समस्या सामने आएगी। ऐसे में प्रयागराज के आसपास के एयरपोर्ट को विमान पार्किंग के लिए तैयार किया जाएगा।
महाकुंभ के लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने चार राज्यों के 11 एयरपोर्ट्स से पार्किंग के लिए रिपोर्ट मांगी है। प्रयागराज से 500-600 किमी किलोमीटर की दूरी के भीतर 11 हवाई अड्डों को प्राथमिक सूची में शामिल किया गया है। अभी इन्हीं एयरपोर्ट पर विमानों की पार्किंग होगी, अगर आवश्यकता पड़ी तो दायरा और अधिक भी विस्तृत किया जाएगा। जिन एयरपोर्ट पर विमानों को पार्क किया जाएगा।
इसमें लखनऊ (200 किमी), कानपुर (200किमी ) , वाराणसी (120 किमी), कुशीनगर (353 किमी), गोरखपुर (297 किमी), गया (358 किमी), खजुराहो (575 किमी), जबलपुर (369 किमी), भोपाल (677 किमी), देवघर (572 किमी) एयरपोर्ट शामिल हैं।
सभी एयरपोर्ट अपने यहां पार्किंग की स्थिति और दैनिक आवागमन के बीच कितने विमानों को पार्क किया जा सकेगा, इसकी विस्तृत रिपोर्ट भेजेंगे। इसके बाद उड्डयन मंत्रालय को यह रिपोर्ट भेजी जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने हाल ही में प्रयागराज एयरपोर्ट का दौरा कर यहां विमानों की पार्किंग की पूरी रिपोर्ट देखी।
उन्होंने पार्किंग एरिया का भी निरीक्षण किया था। सरकार की प्लानिंग के अनुसार पार्किंग की व्यवस्था केवल प्रयागराज में होने पर आवश्यकता पूरी नहीं हो पाएगी, ऐसे में इसका दायरा आस-पास के एयरपोर्ट को जोड़कर बढ़ाया जाएगा।
चित्रकूट एयरपोर्ट निभाएगा अहम जिम्मेदारी
महाकुंभ के दौरान चित्रकूट एयरपोर्ट का उपयोग सबसे अहम होगा। इसे इमरजेंसी पार्किंग के लिए रिजर्व रखा जाएगा। चित्रकूट जिले के देवांगना में स्थित एयरपोर्ट पर पार्किंग की रिपोर्ट पहले ही एयरपोर्ट अथारिटी ने मंत्रालय को भेज दी है और इस पर सहमति भी बन गई है। इसके अलावा प्रयागराज के सबसे नजदीकी जिले वाराणसी, लखनऊ व कानपुर में सर्वाधिक पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
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