सरकारी-निजी क्षेत्र के अनुभवी पेशेवर भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कर सकेंगे PhD, बस इन शर्ताें को करना होगा पूरा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कार्यरत पेशेवरों के लिए पार्ट-टाइम पीएचडी शुरू किया है। सरकारी विभागों और उद्योगों में काम करने वाले अनुभवी उम्मीदवार अब उच्च-स्तरीय शोध कर सकेंगे। 43 विषयों में 873 सीटों पर प्रवेश होंगे जिसके लिए 22 अक्टूबर तक पंजीकरण किया जा सकता है। उम्मीदवारों को एनओसी और पांच वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कार्यरत पेशेवरों और शोध आकांक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए पार्ट-टाइम पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया की रूपरेखा जारी की है। इस कार्यक्रम के तहत सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र, उद्योगों तथा प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्यरत अनुभवी अभ्यर्थियों को उच्चस्तरीय शोध कार्य करने का अवसर मिलेगा।
पंजीकरण पोर्टल 22 अक्टूबर तक सक्रिय रहेगा
यह पहल उन पेशेवरों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपने करियर के साथ-साथ उच्च शिक्षा और शोध कार्य में योगदान देना चाहते हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 43 विषयों में पीएचडी की 873 सीटों पर प्रवेश होंगे। इनमें 534 सीटें विश्वविद्यालय परिसर में तथा 339 सीटें घटक कालेजों में निर्धारित की गई हैं। पंजीकरण पोर्टल 22 अक्टूबर तक सक्रिय रहेगा।
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यूजीसी नियमों के तहत होगा प्रवेश
पार्ट टाइम पीएचडी में प्रवेश यूजीसी नियमों के अनुरूप होगा। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि पार्ट-टाइम पीएचडी कार्यक्रम केवल यूजीसी विनियम 2022 में वर्णित सभी शर्तों को पूर्ण करने पर ही अनुमन्य होगा। अभ्यर्थियों को अपने कार्यस्थल से एनओसी प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
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शोध कार्य के लिए पर्याप्त समय देने की अनुमति
इसमें यह उल्लेख होना चाहिए कि अभ्यर्थी को पार्ट-टाइम आधार पर अध्ययन और उनके आधिकारिक दायित्व उन्हें शोध कार्य के लिए पर्याप्त समय देने की अनुमति हैं और यदि आवश्यक हुआ तो उन्हें कोर्स वर्क पूरा करने के लिए कार्य से अवकाश भी दिया जाएगा।
कम से कम पांच वर्ष का कार्य अनुभव जरूरी
पार्ट टाइम पीएचडी के लिए सरकारी विभाग, सार्वजनिक उपक्रम, उद्योग, अनुसंधान एवं विकास संगठन या प्रतिष्ठित संस्थान में कम से कम पांच वर्ष का कार्य अनुभव होना चाहिए। स्पांन्सर्ड और नान-स्पंन्सर्ड दो श्रेणियां रखी गई है।
हाइब्रिड मोड में होगी पढ़ाई, रेजिडेंसी की बाध्यता नहीं
पार्ट-टाइम पीएचडी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए कोर्स वर्क आनलाइन, आफलाइन या हाइब्रिड मोड में संचालित किया जा सकता है। इन शोधार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में नियमित रूप से निवास करने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि उन्हें प्रत्येक छह माह में अपनी प्रगति रिपोर्ट शोध सलाहकार समिति (आरएसी) के माध्यम से संबंधित डाक्टोरल प्रोग्राम कमेटी (डीपीसी) को जमा करनी होगी।
पार्ट टाइम पीएचडी के लिए ये आवश्यक है
प्रत्येक सुपरवाइजर के तहत केवल एक पार्ट-टाइम शोधार्थी को ही अनुमति दी जाएगी। पार्ट-टाइम पीएचडी में प्रवेश के लिए संबंधित विषय में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री में सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक तथा ईडब्लयूएस/ओबीसी/एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं।
होगा साक्षात्कार, अंतिम अनुमोदन कुलपति से
प्रवेश प्रक्रिया में साक्षात्कार चरण भी शामिल होगा। चयन समिति (डीपीसी) द्वारा योग्य अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर कुलपति की स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी। कुलपति की अंतिम स्वीकृति के बाद ही प्रवेश की पुष्टि होगी।पार्ट-टाइम पीएचडी के तहत थीसिस जमा करने की न्यूनतम अवधि चार वर्ष निर्धारित की गई है, जबकि अधिकतम अवधि नियमित पीएचडी कार्यक्रम के अनुसार ही रहेगी।
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