खेत में ड्रोन गिरने से ग्रामीणों में दहशत, पुलिस ने बताया खिलौना, चोरी की आशंका पर गांवों में रतजगा कर रहे ग्रामीण
प्रयागराज के मेजा में ड्रोन गिरने से ग्रामीणों में दहशत है। पुलिस ने उसे खिलौना बताया है पर जांच जारी है। चोरी की आशंका में कई गांवों में लोग रात भर जागकर पहरेदारी कर रहे हैं। जिले में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। हंडिया और लेड़ियारी में भी ड्रोन देखने के बाद लोगों ने रतजगा किया।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। रात को आसमान में उड़ रहा ड्रोन अचानक एक स्कूल के पास खेत में जाकर गिर गया। सोमवार सुबह मेजा थाना क्षेत्र के डेलौहा गांव में जमीन पर परड़े ड्रोन को देखकर ग्रामीणों में दहशत छा गई। खबर पाकर पहुंची पुलिस ने ड्रोन को कब्जे में लिया। इसके बाद जांच पड़ताल करते हुए उसे खिलौना बताया। कहा कि जिसे ग्रामीण ड्रोन बता रहे हैं, उसमें कोई नाइट विजन या दूसरे कैमरे नहीं लगे हैं। ड्रोन में इस्तेमाल होने वाले कई अन्य उपकरण भी नहीं हैं।
फिलहाल खिलौने को कौन उड़ा रहा था और उसने कहां से खरीदा था, इसकी जांच की जा रही है। उधर, ड्रोन की आड़ में चोरी की आशंका पर कई गांव के लोग रतजगा कर रहे हैं। वह घर बाहर लाठी-डंडा लेकर बैठते हैं और मकान व सामान की सुरक्षा के लिए पहरेदारी कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- शर्मनाक वारदात, आठ वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश, सामान खरीदने दुकान जा रही थी, युवक झाड़ी में खींच ले गया
चौंकाने वाली बात यह भी है कि पूरे जिले में बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्र में धड़ल्ले से ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। इसको लेकर पुलिस की सक्रियता और कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। मेजा प्रतिनिधि के अनुसार, मेजा खास, नेवढ़िया, मरहा और डेलौंहा गांव में पिछले दो दिन से ग्रामीण रात को करीब 10 से 11 बजे ड्रोन उड़ते देख रहे हैं। चमकती लाइट के बीच उड़ते इलेक्ट्रानिक उपकरण को देखने वाले लोग ड्रोन मानकर परेशान हो जाते हैं।
डेलौंहा गांव के पूर्व प्रधान राम सहाय का कहना है कि उनके घर के पास ड्रोन गिरा था, जिसकी सूचना पुलिस को दी। चौकी इंचार्ज मौके पर आए और फिर ड्रोन को ले गए। इन सबके बीच पूरे गांव में ड्रोन उड़ने और उसके मिलने की जानकारी से ग्रामीणों में खलबली मची रही। मेजा थाना प्रभारी दीन दयाल सिंह ने दावा किया कि गांव में ड्रोन नहीं खिलौना मिला है।
हंडिया प्रतिनिधि के अनुसार, बिगहिया, ब्युर, गनेशीपुर, लाक्षागृह, भेलसी, भीटी, तिलकपुर, जंघई, वारी, भेलखा, प्रतापपुर, उतरांव समेत कई गांव और नगर पंचायत के वार्ड में चोरी की आशंका में रतजगा करते हैं। लोग आकाश में ड्रोन जैसी चमकती लाइट और उड़ते उपकरण को देख परेशान हो जाते हैं। इन सबके बीच कई लोगों के घर में चोरी भी हुई, जिसकी वजह से उनकी आशंका को बल मिला कि ड्रोन की आड़ में चोरी की घटना हो रही है।
पुलिस ने दुलापुर गांव के तीन युवकों को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उनकी निशानदेही पर चोरी का माल बरामद हुआ। हालांकि पुलिस की ओर से लोगों को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि रात को ड्रोन नहीं उड़ता और कुछ लोग चोरी की अफवाह फैला रहे हैं। अंजाम देने वालो पर कार्यवाही किया जाएगा।
लेड़ियारी प्रतिनिधि के अनुसार रविवार रात आसमान में उड़ते ड्रोन को देखकर तमाम लोगों की नींद उड़ गई। इसके बाद उन्होंने अपने-अपने मकान की तकवारी शुरू कर दी। खीरी थाना क्षेत्र के लेड़ियारी, धोबहट, चैलारी, खोंचा, कोलसरा, कैथवल सहित कई गांवों में उड़ते ड्रोन की लाइट देखी गई। लेड़ियारी बाजार के विशाल केशरी, शिव मोहन द्विवेदी, अनिल कुमार केशरी ने बताया कि रात करीब 10 बजे एक साथ चार ड्रोन को उड़ते हुए देखा, जिसके बाद पूरी रात सड़क पर गुजारनी पड़ी। ग्रामीणों का कहना है कि रात में 100 मीटर ऊंचाई पर ड्रोन उड़ता दिखाई दिया।
इसके बाद चोरी की आशंका से परेशान होकर तकवारी शुरू कर दी। अलग-अलग स्थान से सूचना मिलने पर पुलिस भी इधर-उधर दौड़ती रही। पुलिस ने कहा कि यह सब अफवाह है। इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है।
डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव का कहना है कि मेजा में मिला उपकरण ड्रोन नहीं खिलौना है। उसमें कोई कैमरा नहीं है। खिलौना कौन व्यक्ति कहां से लाकर इस्तेमाल कर रहा था, इसकी जांच कराई जा रही है। खिलौना बेचने वाली दुकानों पर भी जांच चल रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।