Prayagaraj News: नर्सरी के छात्र की स्कूल में संदिग्ध हालत में मौत, हंगामा; जांच में जुटी पुलिस
प्रयागराज के एक स्कूल में नर्सरी के छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने स्कूल पर बच्चे को पीटने का आरोप लगाया है जिससे स्कूल में हंगामा हो गया। पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बच्चे के सिर और जीभ पर चोट के निशान बताए जा रहे हैं।

संवाद सूत्र, नैनी। महेवा स्थित डीडीएस जूनियर हाईस्कूल में गुरुवार को सुबह नर्सरी के एक छात्र की अचानक तबीयत बिगड़ गई। स्कूल में मौजूद शिक्षक व कर्मचारी उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। हालत गंभीर देख कर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी पर उसके स्वजन विद्यालय पहुंचे और कक्षा में मौजूद शिक्षक पर पिटाई का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। यह देखकर स्कूल के शिक्षिक व कर्मचारी भाग निकले। नैनी पुलिस ने स्थिति को संभाला। मामले में स्कूल प्रबंधन व शिक्षिकाओं के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई है।
महेवा पश्चिम पट्टी निवासी वीरेंद्र जायसवाल के दो बेटे और एक बेटी में सबसे छोटा पुत्र चार वर्षीय शिवाय जायसवाल महेवा स्थित डीडीएस जूनियर हाईस्कूल में नर्सरी में पढ़ता था। वह गुरुवार को स्कूल गया था।
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सुबह नौ बजे स्कूल से किसी ने वीरेंद्र को फोन कर बताया कि आपके बच्चे की तबीयत खराब है। परिवार वाले विद्यालय पहुंचते, इसके पहले स्कूल वाले शिवाय को कमला नेहरू अस्पताल लेकर पहुंच गए। यहां चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित किए जाने पर स्कूल के लोग वहां से भाग निकले।
इसी बीच घरवाले अस्पताल पहुंच गए। उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले आए, यहां भी डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। नैनी पुलिस एसआरएन अस्पताल पहुंची और लिखापढ़ी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। आक्रोशित घरवाले विद्यालय पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। जागरण
आरोप लगाया कि शिवाय के सिर और जीभ में चोट के निशान थे। इससे यह साफ है कि उसकी पिटाई की गई थी।हालत बिगड़ने पर पास स्थित अस्पताल ले जाने के बजाय उसे शहर के अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने में विलंब होने के कारण उसकी मौत हो गई। हंगामा बढ़ते देख स्कूल के शिक्षक व कर्मचारी भाग खड़े हुए। बाद में घरवालों ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षिकाओं के खिलाफ तहरीर दी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण मोहन गुप्ता ने बताया कि मेरे गले में कुछ समस्या है, इसका इलाज कराने दिल्ली आए हैं। गुरुवार को स्कूल में हुई घटना की सूचना मिली है। उनके माता पिता करीब 15 दिन से बच्चे को स्कूल में छोड़कर चले जाते जाते थे। वह दिनभर रोता रहता था। गुरुवार को भी यही हुआ। जब बच्चा अधिक रोने लगा तो स्कूल में ही उसका बड़ा भाई सुमित जो कक्षा दो में पढ़ता है, उसके पास भेज दिया गया।
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वहां कुछ देर वह बैठा रहा तभी अचेत होकर वह गिर पड़ा। आनन फानन उसे पास के एक डाक्टर को दिखाया गया। हालत गंभीर होने के कारण कमला नेहरू अस्पताल ले जाया गया। वहां उसकी मौत हो गई। इंस्पेक्टर नैनी बृज किशोर गौतम का कहना है कि तहरीर मिली है। छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि विद्यालय में सीसीटीवी लगा है या नहीं। अगर सीसीटीवी लगा होगा तो उसकी फुटेज को भी खंगाला जाएगा। शिक्षिकों व कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी।
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