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    Navratri Fasting : कुट्टू, सिंघाड़ा के आटे में मिलावट की आशंका, शुगर बढ़ सकता है, नवरात्र व्रत में ये सावधानियों आएगी आपके काम

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 01:40 PM (IST)

    शारदीय नवरात्र में व्रत रखने वाले भक्त कुट्टू के आटे का प्रयोग करते हैं इसलिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावट के खिलाफ अभियान शुरू किया है। 22 सितंबर से शुरू हुए इस अभियान में कुट्टू और सिंघाड़े के आटे की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मिलावटी कुट्टू के आटे से शुगर बढ़ने और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

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    नवरात्र व्रत में स्वास्थ्य संबंधी खतरों से बचने के लिए कुट्टू के आटे में मिलावट की जांच जरूर कर लें।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है। इस पावन अवसर पर देवी भक्त पूरे व्रत रखते हैं। ऐसे में उपवास रखने वालों को खाने-पीने का पूरा ध्यान रखना चाहिए, जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहे। व्रत रखने वाले भक्त कुट्टू व सिंघाड़ा के आटे से बनी पूड़ी-पराठा खाना पसंद करते हैं।

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    कुट्टू व सिंघाड़ा आटा खरीदते समय गुणवत्ता जरूर देखें

    कुट्टू व सिंघाड़ा का आटा खरीदते उसकी गुणवत्ता पर ध्यान देना आवश्यक हो जाता है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने इसको लेकर आगाह भी किया है। विभाग की ओर से गुरुवार से 30 सितंबर से मिलावट के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा।

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    गुणवत्ता के लिए छह टीमें गठित

    आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की ओर से जारी निर्देश पर जनपद में मिलावटी खाद्य व पेय पदार्थों के खिलाफ विशेष अभियान के लिए छह टीमें गठित की गई हैं। शहर, गंगापार व यमुनापार में दो-दो टीमें छापेमारी करेंगी। आयुक्त ने पत्र भेजकर व्रत की मिठाइयों, दुग्ध उत्पाद, घी, कुट्टू व सिंघाड़े का आटा, सूखे मेवे व अन्य फलहार की गुणवत्ता पर जोर देने के निर्देश दिए हैं।

    हानिकारक रसायनों से पकाए गए फलों को भी जांच लें

    हानिकारक रसायनों से कृत्रिम रूप से पकाए गए केला एवं अन्य फलों के भंडारण व विक्रय को प्रतिबंधित करने के उद्देश्य से छापेमारी करने को कहा गया है। इसके अलावा 22 से 30 सितंबर तक सतत निगरानी के भी निर्देश दिए गए हैं। दूषित खाद्य सामग्री के सेवन से कोई अप्रिय घटना न घटित होने पाए इस पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है।

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    बिना छिलके वाले कुट्टू को पिसवाकर आटा प्रयोग करें

    सहायक आयुक्त संजय पांडेय ने बताया कि कुट्टू के आटे में मिलावट को लेकर व्रत रखने वालों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बिना छिलके के कुट्टू को पिसवाकर ही उसका आटा प्रयोग करें। इसे नमी वाले स्थानों पर कत्तई न रखें। इसकी पूड़ी अथवा पराठा को सेवन दही के साथ करना स्वास्थ्यवर्धक होगा।

    मिलावटी आटा से ये परेशानी हो सकती है

    मिलावटी कुट्टू के आटे की बनी पूड़ियों के सेवन से शुगर लेवल बढ़ने की आशंका रहती है। पाचन व एलर्जी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। पेट में गैस, अपच और एसिडिटी आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं। सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सुशील कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार से शुरू होने वाले मिलावट के विरुद्ध अभियान के लिए छह टीमें गठित की गई हैं, जो छापेमारी की कार्रवाई करेंगी।