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    Maha Kumbh 2025: त्रिजटा पर त्रिवेणी में डुबकी लगाने उमड़े स्नानार्थी, PHOTOS में देखें संगम की एक झलक

    Updated: Fri, 14 Feb 2025 07:15 PM (IST)

    महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh Mela 2025) में माघी पूर्णिमा के बाद मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। भक्तिभाव से ओतप्रोत होकर गंगा व संगम में डुबकी लगाई। स्नानार्थियों में वह कल्पवासी भी शामिल थे जो माहभर से भजन-पूजन में लीन रहे। मेला क्षेत्र में अभी भी काफी संत और कल्पवासी रुके हैं। वह महाशिवरात्रि का स्नान करने के बाद वापस जाएंगे।

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    महाकुंभ मेला त्रिजटा स्नान पर्व पर संगम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।-गिरीश श्रीवास्तव

    जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। (Maha Kumbh 2025) सुविधा की आस न किसी प्रकार की अपेक्षा। हृदय में भक्ति का भाव, मन में संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाने की लालसा लिए लाखों लोग तीर्थराज प्रयाग पहुंचे। भक्तिभाव से ओतप्रोत होकर गंगा व संगम में डुबकी लगाई।

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    स्नानार्थियों में वह कल्पवासी भी शामिल थे, जो माहभर से भजन-पूजन में लीन रहे। स्नान करके घाट पर गंगा मइया की स्तुति की। फिर शिविर में आकर आराध्य और पूर्वजों को भावपूर्ण नमन किया। पूजन के बाद अगले वर्ष आने का संकल्प लेकर मेला क्षेत्र विदा हुए।

    महाकुंभ मेला के त्रिवेण मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़। -गिरीश श्रीवास्तव।


    तीर्थराज प्रयाग में पौष पूर्णिमा से माघी पूर्णिमा तक कल्पवास किया जाता है। गृहस्थ समस्त सुख-सुविधाओं का त्याग करके तपस्वी की भांति संगम क्षेत्र में माहभर भजन-पूजन में लीन रहते हैं। एक समय भोजन, तीन बार गंगा स्नान करके धार्मिक कृत्यों में लीन रहते हैं।

    Maha Kumbh Mela 2025 में हर्ष वर्धन चौराहे पर जाम में फंसे श्रद्धालुओं के वाहन। -गिरीश श्रीवास्तव


    महाकुंभ मेला क्षेत्र में 10 लाख कल्पवासियों ने प्रवास किया। अधिकतर माघी पूर्णिमा स्नान करके लौट गए थे। जो बचे थे उन्होंने शुक्रवार को फाल्गुन कृष्णपक्ष की द्वितीया तिथि पर त्रिजटा स्नान किया। स्नान का क्रम भोर से आरंभ हो गया।

    Maha Kumbh Mela 2025 में अक्षय वट मार्ग पर श्रद्धालुओ को आशीर्वाद देते नागा।-गिरीश श्रीवास्तव।


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    त्रिजटा स्नान करके संत मठ-मंदिर के लिए रवाना हो गए। मेला क्षेत्र में अभी भी काफी संत और कल्पवासी रुके हैं। वह महाशिवरात्रि का स्नान करने के बाद वापस जाएंगे। इसके साथ महाकुंभ का विधिवत समापन हो जाएगा।

    Maha Kumbh मेला के काली मार्ग से गुजरते श्रद्धालु।-गिरीश श्रीवास्तव


    संगम तट पर दिख रहा श्रद्धा और सेवा का अनूठा मेल

    डबल इंजन सरकार प्रदेश के विकास के साथ समाज के हर वर्ग का ध्यान रख रही है। विशेष रूप से समाज के उन वर्गों के लिए जो अक्सर उपेक्षित रह जाते हैं। इसी दिशा में योगी सरकार एक अनूठी पहल करते हुए महाकुंभ में 2000 निराश्रित वृद्धजनों को संगम स्नान कराने की व्यवस्था की है।

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    Maha Kumbh Mela 2025 के काली मार्ग से जाते श्रद्धालु।-गिरीश श्रीवास्तव


    इसमें अब तक 600 से अधिक बुजुर्गों को संगम स्नान कराया जा चुका है। यह पहल न केवल बुजुर्गों के सम्मान और सुविधा को बढ़ावा देती है, बल्कि समाज में सेवा और समरसता की मिसाल भी पेश करती है। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के निर्देश पर बीते दो दिन में देवरिया, बहराइच, अमरोहा और बिजनौर जनपद के वृद्धाश्रमों में रहने वाले 100 से अधिक वरिष्ठजनों को विभागीय अधिकारियों द्वारा बसों से प्रयागराज लाया गया।

    Maha Kumbh मेला जाते से कल्पवासी।-गिरीश श्रीवास्तव


    कुंभ क्षेत्र में पहली बार समाज कल्याण विभाग द्वारा एक विशेष कैंप स्थापित किया गया, जहां 100 बेड की क्षमता वाला आश्रम तैयार किया गया है। यहां बुजुर्गों के लिए निश्शुल्क भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।