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    Varanasi News: काशी में नागा संन्यासियों से आशीर्वाद लेने वालों की भीड़, महादेव की नगरी में श्रद्धालुओं ने डाला डेरा

    Updated: Fri, 14 Feb 2025 06:18 PM (IST)

    Maha Kumbh Mela 2025 काशी में नागा संन्यासियों का आगमन हुआ है जिससे गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। विदेशी पर्यटक भी इन रहस्यमयी संन्यासियों को देखकर आश्चर्यचकित हैं और उनके बारे में अधिक जानने के लिए उत्सुक हैं। नागा संन्यासियों के शिविरों में बाबाओं का रहस्यमय संसार काशी में लघु कुंभ को साकार बना रहा है।

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    नागा साधु से आशीर्वाद लेते श्रद्धालु। -नवनीत रत्न पाठक

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) से लौटे जूना अखाड़ा के संन्यासियों की संख्या काशी में पहली राजसी यात्रा के पश्चात और बढ़ गई है। प्रयागराज की दमक अब काशी की चमक बन गई है।

    यहां गंगा घाटों पर बने छोटे-छोटे शिविरो में नागा संन्यासियों ने अपना डेरा बना लिया है तो लोगों के लिए आस्था और आकर्षक का केंद्र बिंदु बने हुए हैं, उनके दर्शन के लिए प्रतिदिन हजारों लोग वहां उमड़ रहे हैं तथा संतों की रज लेकर माथे से लगा रहे हैं।

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    जूना अखाड़ा के अतिरिक्त अन्य शैव अखाड़ों के संत भी काशी पहुंच गए हैं और गंगा घाटाें पर अपने-अपने शिविर स्थापित कर लिए हैं। सभी यहां बाबा विश्वनाथ को दूर्शन कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं और गंगा किनारे पवित्र धूनी जला कर पड़े हुए हैं।

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    उनके लिए, काशी सिर्फ एक गंतव्य नहीं, बल्कि आध्यात्मिक महत्व का शिखर है, उनका मानना है कि महाकुंभ की पूर्ण पवित्रता इस प्रतिष्ठित शहर की तीर्थयात्रा के बिना अधूरी है।

    हरिश्चंद्र घाट पर लोगों को आर्शीवाद देता नागा साधु। जागरण


    इनमें बहुत सी साध्वियां भी हैं। इनके रहस्मय संसार में अनेक प्रकार के स्वरूप दृष्टिगोचर हाे रहे हैं। भस्म भभूत का शृंगार किए दिगंबर नागा संन्यासियों का दर्शन कर उनका आशीष पाने तथा उनके साथ सेल्फी लेने का लोभ भी लोग संवरण नहीं कर पा रहे।

    कर्नाटक स्टेट घाट पर लोगों से बात करते साधु। जागरण


    बुधवार को नागा संन्यासियों की प्रथम पेशवाई यानी राजसी यात्रा के बाद इनकी संख्या और बढ़ गई है गुरुवार को लगभग प्रत्येक शिविर में देशी-विदेशी श्रद्धालुओं की कतार दिखी। विदेशी पर्यटक भी इस रहस्यमय संसार को देख आश्चर्यचकित थे और उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी पाने तथा उनके जीवन दर्शन को समझने के लिए उत्सुक भी।

    चेतसिंह घाट से मानसरोवर घाट तक तक लगे शिविरों में बाबाओं का रहस्यमय संसार काशी में लघु कुंभ को साकार बना रहा है।

    केदारघाट पर महिला को आर्शीवाद देता नागा साधु। जागरण


    महाकुंभ के दिव्य आयोजन पर सीएम योगी से संत प्रवर विज्ञान देव ने की मुलाकात

    अध्यात्म और भारतीय संस्कृति का सनातन प्रतीक महाकुंभ के दिव्य आयोजन के एक माह पूर्ण होने पर स्वर्वेद कथामृत के प्रवर्तक सुपूज्य संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से उनके लखनऊ आवास पर स्नेहिल भेंट की। संत प्रवर श्री एवं माननीय मुख्यमंत्री जी की महाकुंभ और उससे जुड़े अनेक पहलुओं पर सहज वार्ता हुई।

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    Maha Kumbh 2025 के दिव्य आयोजन पर सीएम योगी से लखनऊ में संत प्रवर विज्ञान देव ने की मुलाकात। फोटो- स्वयं


    योगी आदित्यनाथ जी ने संत प्रवर श्री को बताया कि शीघ्र ही उनका आगमन प्रयागराज होने वाला है और आते ही वह झूंसी, छतनाग (प्रयागराज) स्थित महर्षि सदाफल देव आश्रम भी आएंगे। बताते चलें कि महाकुम्भ क्षेत्र सेक्टर- 25 अरैल, प्रयागराज में संत प्रवर श्री के पावन निर्देशन में स्वर्वेद महामन्दिर ट्रस्ट की ओर से नियमित निःशुल्क अन्नक्षेत्र भंडारा संचालित रहा। जहां सुबह, दोपहर, शाम तीनों टाइम प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु भोजन प्रसाद ग्रहण करते रहे और दर्शनार्थियों के ठहरने के लिए भी महामंदिर ट्रस्ट की ओर से उपयुक्त व्यवस्था की गयी थी।

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