Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mahakumbh 2025: लैंड जिहाद व स्वयंभू धर्मगुरु सनातन धर्म के लिए खतरा...रवींद्र पुरी ने जताई चिंता

    Updated: Tue, 04 Feb 2025 10:32 AM (IST)

    Mahakumbh 2025 सनातन धर्म की चुनौतियों पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि लैंड जिहाद के तहत प्राचीन मंदिरों के आसपास मस्जिद मजार और चर्च बनाए जा रहे हैं। साथ ही स्वयंभू धर्मगुरुओं की बढ़ती संख्या सनातन धर्मावलंबियों को गुमराह कर रही है। अखाड़ा परिषद इस समस्या के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान चलाएगा।

    Hero Image
    Mahakumbh 2025: निरंजनी अखाड़ा की छावनी में संतों की बैठक।

    जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। Mahakumbh 2025: सनातन धर्म का वैभव बढ़ने के साथ चुनौतियां भी पैदा हो रही हैं। हमारे धार्मिक, सांस्कृतिक स्वरूप को बिगाड़ने के लिए लैंड जिहाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। जहां प्राचीन मठ-मंदिर हैं, उन क्षेत्रों में मस्जिद, मजार, मदरसा और चर्चों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सनातनियों की जमीन पर कब्जा कर पहले छोटी मस्जिदें और मजार बनती हैं। कुछ वर्षों में उनका स्वरूप विशाल हो जाता है। ऐसे लोगों को राजनीतिक के साथ सनातन धर्म के स्वयंभू धर्मगुरुओं से संरक्षण मिलता है। इस विकट समस्या के खिलाफ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद राष्ट्रव्यापी अभियान चलाएगा। उक्त बातें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कही।

    निरंजनी अखाड़ा की छावनी में सोमवार को संतों की बैठक में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सहित समस्त पहाड़ी क्षेत्रों में लैंड जिहाद तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा, स्वयंभू शंकराचार्य, अखाड़े, जगदगुरु, महामंडलेश्वर और मठाधीशों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।

    छत्र-चंवर लेकर वह सनातन धर्मावलंबियों को गुमराह कर रहे हैं, जिनका मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन, गृहमंत्री अमित शाह के निर्देशन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ को भव्यता मिली है।

    उज्जैन कुंभ पर चर्चा की

    ओडिशा से आए जगदगुरु स्वामी शिवरात्रिदेशीकेंद्रा ने 2027 के नासिक और 2028 के उज्जैन कुंभ पर चर्चा की। इस अवसर पर श्रीमहंत रामरतन गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी, महंत ओमकार गिरि, महंत राधे गिरि, महंत दिनेश गिरि, स्वामी चिदविलाशानंद की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

    परमार्थ निकेतन पहुंचे सुत्तूर स्वामी, बोले अद्भुत संगम

    वसंत पंचमी पर अमृत स्नान के लिए सुत्तूर मठ के प्रमुख सुत्तूर स्वामी अपने अनुयायियों के साथ परमार्थ त्रिवेणी पुष्प पहुंचे। यहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती से भेंट कर अरैल घाट पर आयोजित गंगा आरती में हिस्सा लिया। संगम स्नान के बाद बोले परमार्थ त्रिवेणी पुष्प में धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों का साक्षात दर्शन हुआ। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि महाकुंभ की दिव्य धरती पर संत व वसंत का अद्भुत संगम हुआ है, यह संगम सभी श्रद्धालुओं के जीवन में नव उल्लास व उमंग का संचार करेगा।

    सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व, मार्गदर्शन व संरक्षण में महाकुंभ सफल हो रहा है। श्रद्धालु पूरी तरह से सुरक्षित रूप से स्नान करें और स्वयं का ध्यान रखें, भीड़-भाड़ से बचें। अपने प्रियजनों के साथ घर वापस लौटते समय भी सुरक्षा का ध्यान रखें ताकि सुरक्षित घर लौट सके।

    ये भी पढ़ेंः Holi 2025: ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में होली की उमंग... नोट कीजिए ब्रज के प्रमुख आयोजनों की तारीख

    ये भी पढ़ेंः UP Weather Update: यूपी में ठंड की वापसी, कई शहरों में बूंदाबांदी से बदला मौसम; पढ़ें IMD का लेटेस्ट अपडेट

    ये रहे मौजूद

    इस दौरान जगद्गुरु देशिकुंदरा महास्वामी, श्री मदारामाटी (आलमट्टी स्वामी), शान्तमालकर्जुन स्वामी, शरथचंद्र स्वामी, शिवलिंग स्वामी, श्रीकांत स्वामी, बसवलींग स्वामी, करवीर स्वामी, चंद्रशेखर स्वामी, जयराजेन्द्र स्वामी, मुलिदुर्य स्वामी, शिवप्रसाद स्वामी, भरत स्वामी आदि रहे।