Maha Kumbh 2025 में अखाड़ा परिषद ने दी चेतावनी, नागा संत नाराज हुए तो चुकानी होगी बड़ी कीमत, बंद करें अनैतिक बयानबाजी
Maha Kumbh 2025 महाकुंभ के आयोजन को लेकर एक मुस्लिम धर्मगुरु के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। धर्मगुरु का कहना है कि महाकुंभ वक्फ बोर्ड की 54 बीघा जमीन पर हो रहा है। इस पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ी आपत्ति जताई है। परिषद का कहना है कि सनातन विरोधी ताकतें महाकुंभ का माहौल खराब करना चाहती हैं।

जागरण संवाददाता, महाकुंभनगर। बीते दिनों बरेली में एक मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि महाकुंभ का आयोजन वक्फ बोर्ड की 54 बीघा जमीन पर हो रहा है। इस बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।
अखाड़ा परिषद व मनसा देवी ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि सनातन धर्म विरोधी ताकतें महाकुंभ का माहौल खराब करना चाहती हैं। षड्यंत्र के तहत अनैतिक बयानबाजी करने के साथ अनैतिक कृत्य किए जा रहे हैं, जिस पर तत्काल रोक लगना चाहिए। बोले, मौलाना मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुके हैं। ऐसे लोगों के बयान को महत्व न दिया जाए।
कहा कि तीर्थराज प्रयाग में सृष्टि निर्माण काल से गंगा-यमुना का पवित्र जल प्रवाहित हो रहा है। दोनों नदियों का यहीं संगम (मिलन) हुआ है। इसी पवित्र रेती पर महाकुंभ लग रहा है, फिर यह वक्फ की जमीन कैसे हो गई? उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अनैतिक बयानबाजी करना बंद करें, अन्यथा नागा संत नाराज हुए तो बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवीन्द्र पुरी से मिलते मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत व पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा। जागरण
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श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि सनातन धर्म व इसके लिए जीवन खपाने वाले संत हर मनुष्य के कल्याण की बात करते हैं। संतों ने हिंदू, सिख, मुस्लिम, इसाई में कभी भेदभाव नहीं किया। संतों के शिविरों का अधिकतर काम मुस्लिम कर रहे हैं। श्रीनिरंजनी अखाड़ा के छावनी प्रवेश में सैकड़ों गैर सनातनी लोग शामिल हुए थे। हमारा विरोध खाने-पीने व पूजन सामग्री में थूक व मूत्र मिलाने वालों से है। जो ऐसा करते हैं उसे अवश्य सजा मिलेगी। ऐसे लोगों का मेला में प्रवेश वर्जित किया गया है। वहीं, भक्तिभाव से सभी लोग आ सकते हैं।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास है कि मेला को दिव्य और भव्यता से संपन्न कराया जाए। खालिस्तानी आतंकियों की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था सख्त है। सरकार के प्रयास पर कुछ लोग पानी फेरने का काम कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगे उनकी एक नहीं चलेगी।
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वहीं, एडीजी जोन भानु भास्कर, एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी ने श्रीमहंत रवींद्र पुरी से मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की। महामंडलेश्वर ब्रह्मऋषि कुमार स्वामी, निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत राम रतन गिरि, श्रीमहंत ओमकार गिरि, श्रीमहंत राधे गिरि आदि मौजूद रहे।
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