Magh Mela 2026 : प्रयागराज माघ मेला को लेकर यूपी रोडवेज का अनोखा प्लान, गांव से महानगर तक बसें करेंगी माघ मेला की ब्रांडिंग
Magh Mela 2026 प्रयागराज में 2026 माघ मेले को लेकर यूपी रोडवेज ने अनूठी योजना बनाई है। माघ मेला अब सिर्फ संगम तट तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे प्रदेश में दिखेगा। 3,800 से अधिक रोडवेज बसों पर माघ मेला के स्टिकर और पोस्टर लगाए जाएंगे। इन बसों के माध्यम से श्रद्धालुओं को मेले की जानकारी मिलेगी और वे आसानी से प्रयागराज आ सकेंगे। यह पहल माघ मेला को घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास है।

Magh Mela 2026 यूपी रोडवेज की बसें श्रद्धा और आस्था का संदेश लेकर सड़कों पर दौड़ेंगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 इस बार माघ मेला सिर्फ संगम तट तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेगा। इसके लिए यूपी रोडवेज ने अनोखा प्लान तैयार किया है। प्रदेश की 3,800 से ज्यादा रोडवेज की बसों पर माघ मेला के स्टीकर, पोस्टर लगेंगे।
बसें दूर से ही दिखाएंगी माघ मेला की झलक
Magh Mela 2026 गांव की पगडंडी से लेकर महानगरों के हाईवे तक, हर बस पर माघ मेला चमकेगा। बसों के शीशे, दरवाजे और बाडी पर खास स्टीकर्स और बड़े-बड़े पोस्टर लगाए जा रहे हैं। कुछ चुनिंदा बसों को तो पूरा विनाइल रैपिंग किया जाएगा। यानी प्लास्टिक कोटेड कलरफुल पेंटिंग, जिससे बसें दूर से ही माघ मेला की झलक दिखाएंगी।
श्रद्धालुओं को पता चल जाएगा कि स्पेशल बस आ गई
Magh Mela 2026 इन बसों को देखते ही श्रद्धालुओं का मन खुश हो जाएगा और उन्हें पता चल जाएगा कि माघ मेला की स्पेशल बस आ गई है। इससे यात्रा भी आसान होगी और मेले का संदेश भी घर-घर पहुंचेगा। यह ब्रांडिंग पूरे प्रदेश के 20 रोडवेज परिक्षेत्रों के 115 डिपो से चुनी गई बसों पर होगी। सबसे ज्यादा 8-8 डिपो प्रयागराज, गाजियाबाद, गोरखपुर, वाराणसी और मुरादाबाद से शामिल किए गए हैं।
इन डिपो की भी तैयार हो रही हैं बसें
Magh Mela 2026 इसके अलावा अलीगढ़ और आजमगढ़ से 7-7, लखनऊ से 7, आगरा-सहारनपुर, कानपुर, इटावा, हरदोई से 6-6, मेरठ से 5, बरेली, अयोध्या और चित्रकूट से 4-4, देवीपाटन से 3, जबकि झांसी और नोएडा से 2-2 डिपो की बसें तैयार हो रही हैं।
स्पेशल बसों की पहचान से श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होगी
रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र के प्रबंधक रविंद्र कुमार कहते हैं, माघ मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, हमारी सांस्कृतिक विरासत है। हम चाहते हैं कि गांव का आखिरी व्यक्ति भी इस बार संगम स्नान का पुण्य ले सके। बसों पर ब्रांडिंग से लाखों लोग रोज माघ मेला का नाम देखेंगे, सुनेंगे और जुड़ेंगे। साथ ही स्पेशल बसों की पहचान होने से श्रद्धालुओं को परेशानी भी नहीं होगी।
श्रद्धा और आस्था का संदेश भी लेकर दौड़ेंगी रोडवेज बसें
उन्होंने बताया कि जनवरी से फरवरी तक चलने वाले इस पवित्र मेले में इस बार रोडवेज बसें सिर्फ सवारी नहीं ढोएंगी, बल्कि श्रद्धा और आस्था का संदेश भी लेकर दौड़ेंगी। छोटे-छोटे गांवों से लेकर बड़े शहरों तक – हर कोने में एक ही आवाज गूंजेगी – चलो संगम, चलो माघ मेला। मेला तीन जनवरी से शुरू हो रहा है। 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ माघ मेला का समापन होगा। माघ मेला के लिए एक जनवरी से ही बसों का संचालन विशेष तौर पर शुरू हो जाएगा और 17 फरवरी तक होता रहेगा। इससे श्रद्धालुओं का प्रयागराज आना-जाना आसान हो जाएगा।

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