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    प्रयागराज में यहां तो मधुमेह रोगी भी खाते हैं केसर-बादाम की मक्खन मलाई, कम चीनी में अधिक मिठास है खासियत

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Fri, 28 Nov 2025 05:05 PM (IST)

    प्रयागराज के लोकनाथ गली में केसर-बादाम की मक्खन मलाई का स्वाद अनोखा है। ओम प्रकाश पुरवार की दुकान पर मिलने वाली यह मक्खन मलाई, दूध, खोवा, इलायची, केसर और बादाम से बनती है। इसकी खासियत है कि इसमें चीनी कम और खोए की मिठास अधिक होती है, जिससे मधुमेह रोगी भी इसका सेवन कर सकते हैं। सुबह-सुबह कोयले की भट्ठी पर बनी यह मक्खन मलाई लोगों को खूब आकर्षित करती है।

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    प्रयागराज में चौक की लोकनाथ गली में केसर-बादाम की मक्खन मलाई दिखाई शुभम पुरवार। जागरण

    अमरदीप भट़्ट, प्रयागराज। खाने में रुई जैसी नरम, मिठास से भरी और केसर-बादाम के मिश्रण के चलते सेहत से भी भरपूर। जी हां, ये है झागदार पीली-पीली मक्खन मलाई। ओस का प्राकृतिक सेवन कराने वाली मक्खन मलाई। और भी बहुत सी खूबियां।

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    पुरवार की दुकान में स्वाद निराला 

    शहर के लोकनाथ की नमकीन वाली गली में ओम प्रकाश पुरवार की दुकान पर मक्खन मलाई क्या  आपने खाई है। इसका स्वाद अलग है। दूध, खोवा, इलायची, केसर, बादाम, चीनी से बनी मक्खन मलाई वैसे तो शहर में कई स्थानों पर मिल जाएगी लेकिन लोकनाथ जैसा स्वाद ढूंढे नहीं मिलेगा।

    सुबह ही ग्राहकों की लग जाती है भीड़ 

    प्रकाश पुरवार ने इसकी शुरुआत की थी। उनकी दी हुई विरासत संभाल रहे हैं बेटे शुभम पुरवार। बी-टेक करने के बाद शुभम ने अपने पूर्वजों के दिए पुराने व्यापार को संभाला, जाड़े की शुरुआत होते ही सुबह-सुबह इनकी दुकान पर ग्राहकों की पहली पसंद हो जाती है मक्खन मलाई।

    ग्राहकों को करती है आकर्षित 

    शुभम किसी तरह का प्रचार प्रसार नहीं करते, इनके यहां मक्खन मलाई बनाने की कला ही ग्राहकों को खींच लाती है। काेयले की भट्ठी पर बनाई जाती है मक्खन मलाई। खाेवा, दूध और इलायची तो इसमें प्रमुख रहती ही है, इसे बनाने का तरीका बड़ा गजब है।

    चीनी कम लेकिन मिठास अधिक 

    भोर में चार बजे से ही दूध को पकाने से लेकर उसे ठंडा करने के लिए ओस में रखने और फिर घोंटने की बेजोड़ कला है। झागदार मक्खन मलाई में ठंडक ऐसी होती है जिससे पेट में पूरे दिन ताजगी बनी रहती है। शुभम कहते हैं कि चीनी कम मिलाई जाती है, मिठास खोए की ज्यादा रहती है। मधुमेह रोगियों को यह नुकसान नहीं करती।

    धूप निकलने से पहले खाने का मजा

    मक्खन मलाई खाने का मजा धूप निकलने से पहले तक ही रहता है। सुबह-सुबह इसका सेवन करने से मस्तिष्क तक ताजा हो जाता है। केसर बादाम के मिश्रण से मक्खन मलाई शरीर की ऊर्जा बढ़ाने में सहायक मानी जाती है।

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