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    प्रयागराज 80 प्रधानों के खिलाफ जांच में सुस्ती, अधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी, एक हफ्ते में देनी है रिपोर्ट

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 03:41 PM (IST)

    प्रयागराज में 80 प्रधानों के खिलाफ जांच में ढिलाई बरती जा रही है। 22 अधिकारी इन प्रधानों की जांच कर रहे हैं और उन्हें एक सप्ताह में रिपोर्ट देनी है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और डीएसटीओ जैसे अधिकारियों के पास सबसे ज्यादा जांचें लंबित हैं। जांच में हीलाहवाली करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

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    प्रयागराज में प्रधानों के खिलाफ जांच में हीलाहवाली अधिकारियों की ओर से बरती जा रही है।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रधानों के खिलाफ जांच में हीलाहवाली करने वालों में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, डीएसटीओ, उद्यान अधिकारी, दिव्यांगजन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, सीवीओ, कृषि अधिकारी, उप निदेशक कृषि प्रसार शामिल हैं। इन अधिकारियों के पास सबसे ज्यादा प्रधानों की जांच हैं। डीएम मनीष कुमार वर्मा के कड़े रुख पर इन अधिकारियों में कई तो बुधवार को अवकाश के दिन भी जांच करने पहुंच गए।

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    पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन के पास 13 प्रधानों के खिलाफ जांच है। ये जांच डेढ़ से दो वर्षों से उनके पास हैं मगर अब तक रिपोर्ट नहीं दे सके हैं। इसी तरह जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी (डीएसटीओ), जिला उद्यान अधिकारी, जिला दिव्यांगजन व जिला समाज कल्याण अधिकारी की सात-सात जांच लंबित है, जिनकी रिपोर्ट ये अधिकारी एक से डेढ़ वर्षों बाद भी नहीं दे सके हैं।

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    जिला पूर्ति अधिकरी के पास छह, डीआइओएस के पास पांच, सहायक निबंधक सहकारिता के पास पांच, सहायक निदेशक सहकारी समितियां के पास चार जांच हैं। जिला युवा कल्याण अधिकारी, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी व जिला सेवायोजन अधिकारी के पास तीन-तीन जांच लंबित है। जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी व उप निदेशक कृषि प्रसार के पास दो-दो जांच हैं।

    बीएसए व भूमि संरक्षण अधिकारी एक-एक जांच भी पूरी नहीं कर सके हैं। जिले में कुल 101 ग्राम प्रधानों के खिलाफ जांच के आदेश डीएम ने दिए थे। इनमें 21 प्रधानों के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है, जबकि 80 गांवों के प्रधानों की जांच अब भी चल रही है। इन 80 प्रधानों में 71 के खिलाफ एक से दो वर्ष से जांच चल रही है। अब डीएम ने कार्रवाई की चेतावनी दी तो जांच तेज हो गई है।

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    इन गांवों के प्रधानों की चल रही जांच

    कोरांव ब्लाक : भलूहा, जमुआ घूस, टौंगाकला, पवारी, भगेसर (पुरा गजनी), कूदर, सेमिरहा, कोलसरा, अमिलिया पाल, पड़रिया, खजुरी खुर्द, कुकरहटा, बसगड़ी, घूंघा

    मेजा : खरका खास, गोपालपुर पाल पट्टी, कल्यानपुर, हरगढ़, अखरी शाहपुर, कौहट, घोरी

    प्रतापपुर ब्लाक : खखैचा, पिलखिनी, खानपुर डांडी, गोलवा गोठवां, मिर्जापुर, रामपुर

    धनूपुर : शाहपुर, बसगित पिपरी आमद भदोही, कुंदनपुर, बलापुर, साहपुर, कुकुढ़ा

    होलागढ़ : रैया, सुल्तानपुर अकबर, देवापुर, कस्तूरीपुर, भगौतीपुर खुटहना

    बहरिया : कुसुंगुर, भदरपुर उर्फ दीनापुर, चक अफजल उर्फ पुरेलीला, नूरपुर (देवापुर), बड़ौरा

    मांडा : भौसरा नरोत्तम, बेरी, भवानीपुर, धरांव गजपति, पियरी

    हंडिया : तारागांव, जराही, पिपरी (अमिलौटी), सराय कस्तुरिया

    करछना : झीरी लच्छीपुर, हथसरा, चनैनी

    सैदाबाद : बेनीपुर, बड़गांव, ब्यूर

    चाका : बलापुर, नरसिंहपुर, तिलखवार

    कौंंधियारा : खीरी, सेमरी तालुका नुरवां

    भगवतपुर : मंदरी मंदर देह माफी, भीखपुर मेंड़वारा

    सहसों : मथुरा उर्फ पारनडीह, वजीरपुर चक काशीराम

    मऊआइमा : मदारी, मलखानपुर

    शंकरगढ़ : नौढ़िया उपरहार

    श्रृंगवेरपुर धाम : पूरे उधौ बेलहा

    कौड़िहार : आदमपुर (झोखरी)

    फूलपुर : राजेपुर

    उरुवा : बिगहनी