Indira Marathon 2025 : पहली बार हिस्सा लेने वाले 18 वर्ष के धावक-धविकाओं का जोश निराला, स्टेडियम में युवाओं की बढ़ी भीड़
Indira Marathon 2025 प्रयागराज में आगामी इंदिरा मैराथन 2025 में पहली बार 18 वर्ष के धावक-धाविकाओं को शामिल किया जा रहा है, जिससे युवाओं में उत्साह है। स्टेडियम में पंजीकरण के लिए युवाओं की भीड़ उमड़ रही है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी का कहना है कि इस बदलाव से प्रतियोगिता में रोमांच बढ़ेगा और यह भारतीय एथलेटिक्स के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। युवा धावक इस अवसर को लेकर काफी उत्साहित हैं।

Indira Marathon 2025 18 वर्षीय धावकों के लिए इस बार इंदिरा मैराथन में दौड़ की अनुमति मिलने से उत्साह है, प्रयागराज स्थित स्टेडियम में जुटी भीड़। जागरण
अमरीश मनीष शुक्ल, प्रयागराज। Indira Marathon 2025 इंदिरा मैराथन ने इस बार इतिहास रचने की पूरी तैयारी कर ली है। कुछ दिन पहले जारी हुई अधिसूचना ने 18 वर्ष के युवाओं के लिए दरवाजे खोल दिए हैं। पहले जहां 21 वर्ष से कम उम्र के धावक हिस्सा नहीं ले सकते थे, वहीं अब 18 वर्ष पूरा करते ही कोई भी युवा इस प्रतिष्ठित मैराथन में दौड़ सकता है। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में इन दिनों 18-19 वर्ष के नौजवानों की भीड़ जुट रही है।
'इस बार हम भी इंदिरा मैराथन में
Indira Marathon 2025 पंजीकरण काउंटर पर लड़के-लड़कियों की मिली-जुली कतारें हैं। ट्रैक पर एक साथ वार्मअप करते सैकड़ों नए चेहरे नजर आ रहे हैं। यही नारा 'इस बार हम भी इंदिरा मैराथन में' का ही लग रहा है। मुरादाबाद की 18 वर्ष की पूजा ने बिब थामते हुए कहा, पहले सोचती थी कि अभी तो तीन साल और लगेंगे। जैसे ही नोटिफिकेशन आया, सीधे प्रयागराज। देश की टाप धाविकाओं के साथ दौड़ने का सपना सच हो रहा है।
बस पकड़ी और सुबह स्टेडियम में आ गया...
Indira Marathon 2025 बरेली से आए 18 वर्षीय के रोहित तो अभी भी उत्साह से उछल रहे हैं। उन्होंने हंसते हुए बताया, सर, मैं तो पिछले तीन वर्ष से इंदिरा मैराथन देखने आता था, सोचता था कब मौका मिलेगा। जैसे ही पता चला कि 18 वर्ष वाले भी दौड़ सकते हैं, उसी रात बस पकड़ी और सुबह स्टेडियम में आ गया।
पहली बार मैराथन में दौड़ने का रोमांच
पीलीभीत की 18 वर्ष की सीतू और लखीमपुर खीरी के 19 वषी्रय अंकित यादव भी साथ-साथ वार्मअप कर रहे थे। अंकित ने कहा, अब हमारी उम्र के लड़के-लड़कियों को भी बड़ा मंच मिलेगा। जीत से ज्यादा खुशी इस बात की है कि हम नेशनल लेवल के धावकों के साथ एक ही लाइन में खड़े होंगे। सीटू ने इससे पहले कभी मैराथन में हिस्सा नहीं लिया है । वह पहली बार इंदिरा मैराथन में हिस्सा लेने के लिए प्रयागराज आई हैं। कहती हैं कि सपना तो जीतने का है, लेकिन हार जीत अपनी जगह है, कुछ भी हो अनुभव तो अच्छा मिलेगा।
प्रख्यात धावक श्रीनू व सीमा भी प्रभावित
आयोजकों के अनुसार पिछले साल कुल युवा धावकों की संख्या करीब 300 थी, लेकिन इस बार सिर्फ 18-20 साल के नए धावकों के पंजीकरण ही 200 के पार पहुंच चुके हैं। कुल संख्या 500 से ऊपर जाने की पूरी संभावना है। वरिष्ठ धावक भी इस जोश से प्रभावित हैं। 2023-24 की सिल्वर मेडलिस्ट सेवा के श्रीनू और दिल्ली की सीमा ने नए धावकों से बातचीत की। श्रीनू ने कहा, इन बच्चों का जोश देखकर लग रहा है इस बार रिकार्ड टूटेंगे। लड़के हों या लड़कियां, सबमें आग लगी है।
यह बदलाव भारतीय एथलेटिक्स के लिए गेम-चेंजर
Indira Marathon 2025 यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव नरेंद्र कुमार बोले, अधिसूचना जारी होने के बाद फोन बंद नहीं हो रहे। गांव-देहात से लड़के-लड़कियां अपने कोच के साथ आ रहे हैं। यह बदलाव भारतीय एथलेटिक्स के लिए गेम-चेंजर साबित होगा।
अबकी बार, हमारा समय आ गया...
इंदिरा मैराथन का ट्रैक इस बार सिर्फ रेसिंग ट्रैक नहीं, बल्कि 18 वर्ष के सपनों का अखाड़ा बनने जा रहा है। लड़के हों या लड़कियां, सबके चेहरे पर एक ही भाव– अबकी बार, हमारा समय आ गया। क्षेत्रीय कीड़ा अधिकारी प्रेम कुमार बताते हैं की इंदिरा मैराथन के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि 18 वर्ष के धावक धाविकाएं हिस्सा ले सकेंगे। इससे इस बार कंपटीशन तो बढ़ेगा ही, खूब रोमांच देखने को मिलेगा।

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