Indira Marathon 2025 : 40वीं इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग में सेना के दीप कुमार चौहान, महिलाओं में हरियाणा की रेनू बनीं चैंपियन
Indira Marathon 2025 प्रयागराज में 40वीं इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग के विजेता उत्तराखंड के दीप कुमार चौहान बन गए हैं। दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ के ज्ञानबाबू और तृतीय स्थान प्रयागराज के रोहित सरोज को मिला। महिला वर्ग में हरियाणा की रेनू चैंपियन रहीं। दूसरे स्थान पर अश्वनी जादव रहीं। इंदिरा मैराथन का भव्य आयोजन हुआ। आनंद भवन के सामने मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर 509 धावकों को रवाना किया। आसमान में तिरंगे गुब्बारे उड़े और पूरा क्षेत्र भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। रन फॉर स्वच्छता – नो प्लास्टिक रन थीम के साथ 42.195 किलोमीटर की दौड़ शुरू हुई।

Indira Marathon 2025 इंदिरा मैराथन में महिला वर्ग की प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त धावक। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Indira Marathon 2025 40वीं इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग में दीप कुमार चौहान चैंपियन बने। उनका विब नंबर 211 है। सेना के प्रदीप उत्तराखंड के रहने वाले हैं। दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ के ज्ञान बाबू और तीसरा स्थान प्राप्त किया प्रयागराज के राेहित सरोज ने। इसी प्रकार महिला वर्ग में हरियाणा की रेनू कुमारी चैंपियन रहीं। वे वर्ष 2023 में भी विजेता थीं। अश्वनी जादव दूसरा व ज्योति शंकर राव गवते तीसरे स्थान स्थान पर रहीं।
पुरुष वर्ग के विजेता
प्रथम- प्रदीप सिंह चौहान 211 उत्तराखंड
द्वितीय- 165 ज्ञान बाबू प्रतापगढ़
तृतीय- 344 रोहित सरोज प्रयागराज
महिला वर्ग की विजेता
प्रथम- हरियाणा की रेनू कुमारी
द्वितीय- अश्वनी जादव
तृतीय- ज्योति शंकर राव

दौड़ शुरू होने के करीब एक घंटे बाद तक महिलाओं में सबसे आगे पूर्व चैंपियन हरियाणा की रेनू ( विब नंबर 753) सबसे आगे दौड़ रही थीं। महाराष्ट्र की अश्विनी मदन जाधव (विब नंबर 750) दूसरे स्थान पर और 6 बार की चैंपियन महाराष्ट्र की ही ज्योति शंकरराव गवते ( विब नंबर 752) तीसरे स्थान थीं। पुरुषों में प्रयागराज के रोहित सरोज दौड़ शुरू होने के एक घंटे बाद सबसे आगे दौड़ रहे थे।

Indira Marathon 2025 तेज ठंड के बीच बुधवार सुबह 6:32 बजे इंदिरा मैराथन की शुरूआत हुई। जैसे ही मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और खेल निदेशक आर.पी. सिंह ने हरी झंडी लहराई, आनंद भवन के समक्ष पूरा परिसर भारत माता की जय जयकार से गूंज उठा। इस अवसर पर सैकड़ों तिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़े गए। लाल, हरे, केसरिया, सफ़ेद गुब्बारे ऊपर उठते चले गए... मानो स्वयं तिरंगा उड़ान भर रहा हो। नीचे धावक दौड़ने को आतुर थे, ऊपर गुब्बारे देश को सलामी दे रहे थे।

हरी झंडी दिखी, तिरंगे गुब्बारे उड़े और 509 धावक एक साथ दौड़ पड़े! करीब ढाई घंटे तक प्रयागराज की सड़कों पर रोमांच दिखेा। सैकड़ो धावक एक दूसरे को पीछे छोड़ने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे थे। सड़क पर पैरों की थाप, हवा में “भारत माता की जय” के नारे और आसमान में तिरंगे गुब्बारे – ये नजारा देखकर हर कोई उल्लास से भर गया। सड़कों के किनारों पर खड़े लोग धावकों का उत्साह बढ़ा रहे थे। 
“रन फॉर स्वच्छता – नो प्लास्टिक रन” की थीम के साथ शुरू हुई ये 42.195 किलोमीटर की दौड़ अब पूरे जोर-शोर से चल रही है। सेना के जवान, दक्षिण भारत के धावक, हरियाणा की बेटियां, प्रयागराज के अपने लड़के – सब एक ही लय में दौड़ रहे थे। सीने पर चिप लगी थी, कदमों में आग और दिल में एक ही संकल्प – स्वच्छ भारत, प्लास्टिक मुक्त भारत।

महिलाओं में छह बार की चैंपियन ज्योति गवते फिर से ट्रैक पर हैं। पहले पुरुषों में सेना के योगेश, जसवंत, श्रीनु बुगाथा, कुलदीप और प्रयागराज के अनिल सबसे आगे दिख रहे थे। आज इंदिरा गांधी की जन्मतिथि है। आज 40वीं इंदिरा मैराथन का दिन रहा। मैराथन इंदिरा गांधी की याद में ही आयोजित की जाती है।

Indira Marathon 2025 सुबह की पहली किरण में आनंद भवन एक बार फिर इतिहास का गवाह बन गया। जिस जगह कभी इंदिरा गांधी का बचपन बीता, जहां से भारतीय गणतंत्र में एक नया अध्याय जुड़ा, उसी ऐतिहासिक जगह के ठीक सामने आज फिर एक नया इतिहास लिखा गया।
Indira Marathon 2025 सौम्या अग्रवाल, मनीष कुमार वर्मा, आर.पी. सिंह और सभी गणमान्य अतिथियों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। माल्यार्पण हुआ। दीप प्रज्वलन हुआ। पूरा माहौल देशभक्ति में डूब गया। उसके बाद बैंड की धुन पर “वंदे मातरम” गूंजा और फिर... वो क्षण आ गया, जिसका पूरे शहर को इंतज़ार था दोपहर 2:30 बजे पुरस्कार वितरण होगा।

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