महाकुंभ में बसाई गई अवैध टेंट सिटी, संचालक समेत सात पर एफआईआर, दैनिक जागरण ने छापी खबर तो अधिकारियों की खुली नींद
महाकुंभ नगर में अवैध टेंट सिटी पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने झूंसी के भदकार गांव में अवैध टेंट सिटी को सील कर दिया है और संचालक ठेकेदार समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन लोगों ने बिना अनुमति के टेंट सिटी बनाकर पर्यटकों से भारी धनराशि वसूल की। सीएफओ ने जांच के लिए तीन टीम बनाई है।
जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। आधा महाकुंभ मेला बीतने तक अवैध टेंट सिटी को लेकर आंख मूंदने वाले अधिकारी आखिरकार शनिवार को जग गए। दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने पर अधिकारियों की नींद खुली तो वह झूंसी के भदकार गांव पहुंचे और फिर अवैध टेंट सिटी को सील करने की कार्रवाई की।
इसके साथ ही संचालक, ठेकेदार समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। जिम्मेदार लोगों पर आम जनमानस एवं पर्यटकों की जानमाल को खतरे में डालने, बिना अनुमति के कूटरचित योजना के तहत टेंट सिटी बनाकर पर्यटकों से भारी धनराशि वसूल करने का आरोप है। अब पुलिस मुकदमे की विवेचना करते हुए अग्रिम विधिक कार्रवाई करेगी।
30 जनवरी को लगी थी आग
झूंसी थाना क्षेत्र के भदकार गांव में अवैध रूप से बनाई गई टेंट सिटी में 30 जनवरी की दोपहर आग लग गई थी। इससे वहां बनाए गए 15 वीआईपी काटेज जलकर राख हो गए थे। इस घटना ने अवैध रूप से बनाई गई टेंट सिटी की पोल खोल दी थी।
तब दैनिक जागरण अवैध रूप से बनाई गई टेंट सिटी को लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया और जिम्मेदार अधिकारियों का पक्ष भी लिया। कुछ अधिकारी मामले से अपना-अपना पल्ला झाड़ते हुए एक-दूसरे के पाले में गेंद डालते रहे।
तहसीलदार ने झूंसी थाने में दर्ज कराई एफआईआर
शनिवार के अंक में प्रकाशित समाचार का संज्ञान लेते हुए प्रशासन और अग्निशमन अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच की। इस दौरान टेंट सिटी अवैध मिलने पर उसे सील किया और फिर रात में फूलपुर तहसील के नायब तहसीलदार रविंद्र नाथ रावत की तहरीर पर झूंसी थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
जुस्टा शिविर फर्म के नाम से प्रणव पाल, स्वामी अविमुक्तानंद गिरि, मुकेंद्रा सिंह गुर्जर, आलोक श्रीवास्तव के द्वारा अवैध टेंट सिटी का संचालन किया जा रहा था। मुकदमे में संचालकों के अलावा ठेकेदार महावीर सिंह और जमीन दिलवाने वाले उस्तापुर झूंसी निवासी सत्यम व मुन्ना को भी नामजद किया गया है। थानाध्यक्ष झूंसी उपेंद्र सिंह का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
पार्किंग के नाम पर जमीन लेकर बनाई टेंट सिटी
अवैध टेंट सिटी बसाने को लेकर चौंकाने वाली बात यह है कि संचालकों ने पार्किंग के नाम पर जमीन ली थी। भदकार गांव निवासी काश्तकार बड़े लाल यादव की भूमिधरी जमीन को गाड़ी खड़ी करने के नाम पर लिया गया।
बड़े लाल को कुछ पैसा भी दिया गया था। जमीन दिलाने का काम स्थानीय एजेंट सत्यम व मुन्ना ने किया था। एसडीएम फूलपुर, राजस्व और अग्निशमन केंद्र प्रयागराज की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
टेंट सिटी के कुछ काटेज में ठहरे तीर्थयात्रियों को दूसरे स्थान पर भेज दिया गया है। संचालक और ठेकेदार कहां के रहने वाले हैं, इसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है।
नैनी और फाफामऊ में भी बसाई गई अवैध टेंट सिटी
महाकुंभ में आने वाले तीर्थ यात्रियों से जिस तरह झूंसी में अवैध टेंट सिटी बनाकर पैसा वसूला जा रहा था। उसी तरह कई अवैध टेंट सिटी झूंसी के अलावा नैनी और फाफामऊ में भी बसाई गई है।
नैनी के अरैल क्षेत्र में तमाम विदेशी भी आ रहे हैं, जिन्हें ठहरने की लग्जरी सुविधा उपलब्ध करवाकर बड़ी रकम वसूल की जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि अलग-अलग कंपनियों ने कुछ संतों की आड़ में अवैध टेंट सिटी बनाकर पर्यटकों से धनलाभ प्राप्त कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ हाल फाफामऊ क्षेत्र में भी है।
सीएफओ ने जांच के लिए बनाई तीन टीम
झूंसी में अवैध टेंट पर कार्रवाई करने के साथ ही ऐसी दूसरी टेंट सिटी की जांच के लिए मुख्य अग्निशमन अधिकारी सीएफओ आरके पांडेय ने तीन टीम बनाई है। सीएफओ ने बताया तीनों टीमों को नैनी, झूंसी और फाफामऊ में अवैध रूप से बनाई गई टेंट सिटी, शिविर और काटेज की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस दौरान बिना अनुमति टेंट सिटी बनाने का मामला सामने आता है तो संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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