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    VHP का मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए एकजुट होने का आह्वान, हिंदू समाज के प्रजनन दर बढ़ाने पर भी जोर

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 03:35 PM (IST)

    विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने प्रयागराज में कहा कि हिंदू समाज के सामने कई चुनौतियां हैं पर निराश नहीं होना चाहिए। उन्होंने प्रजनन दर बढ़ाने मादक पदार्थों की तस्करी रोकने और हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने का आह्वान किया। परांडे ने कहा कि हमें जाति मत पंथ से ऊपर उठकर हिंदुत्व को रखना होगा।

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    हिंदू समाज की चुनौतियां और प्रगति को लेकर प्रयागराज में विहिप ने आह्वान किया है।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। हिंदू समाज के समक्ष कई चुनौतियां हैं। निराश नहीं होना है, पिछले 1500 वर्षों में इस समय की स्थिति सबसे अनुकूल कालखंड के रूप में मानी जा रही है। देश और हिंदू समाज का चिंतन पूरी दुनिया में हमें गौरवान्वित करेगा। उम्मीद की यह रोशनी विहिप के केंद्रीय महामंत्री संगठन मिलिंद परांडे ने दिखाई। वह दो दिन के प्रयागराज प्रवास पर थे। अलोपीबाग स्थित स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के आश्रम में प्रबुद्धजनों से संवाद भी किया।

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    केंद्रीय महामंत्री संगठन ने देश में प्रजनन दर को बढ़ाने और मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए सतर्क होने का आह्वान किया। कहा, 16वीं शताब्दी के बाद आज हम 33 प्रतिशत अपनी प्रगति प्राप्त किए हैं। हमने 10 वर्षों में 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर किया है। चुनौतियों के रूप में हमारी जमीन नष्ट करने, न्यूक्लियर एनर्जी न प्राप्त होने, मिसाइल बनाने जैसे मार्गों में रोडे अटकाए जा रहे हैं। भारत बड़ी श्रम शक्ति है।

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    बोले कि हम संगठित होकर आगे बढ़ें तो चीजों को बदल सकते हैं। हमें जाति, मत, पंथ व संप्रदाय से ऊपर हिंदुत्व को रखना होगा। परिवारों में प्रबोधन करना होगा। हम सब परिवार में पैसे व करिअर की बातें करते हैं लेकिन आत्म सम्मान, स्वाभिमान संस्कृति की चर्चा नहीं करते। हमारे परिवारों में संख्या काम हो रही है।

    उन्होंने कहा कि भारत का प्रजनन दर दो प्रतिशत है। अन्य राज्यों में 1.7 प्रतिशत है। हमें बहनों में मातृत्व का बोध कराना होगा। देश में सब से कम प्रजनन दर जैन समाज की है। इस पर विचार करना होगा। वर्तमान में संत समाज हर घर में दो से तीन बच्चे का विचार विस्तारित कर रहा है। इसे और बढ़ाना होगा। देश के सीमावर्ती क्षेत्र में मादक पदार्थ की समस्या है।

    मिलिंद परांडे ने कहा कि एक वर्ष में 40000 करोड रुपये के मादक पदार्थ पकड़े गए। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, वर्मा, थाईलैंड जो सीमावर्ती देश है, उनसे बड़ी मात्रा में तस्करी हो रही है। 10 से 15 वर्ष के बच्चों को शिकार बनाया जा रहा है।

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    उन्होंने कहा कि रासायनिक खाद का उपयोग, गो हत्या, हमारी जमीनों को नष्ट करना, हमारे भोजन को दूषित करना जैसे विषय भी चिंतनीय हैं। संपूर्ण समाज को गो रक्षा, हिंदू मंदिरों के सरकारी नियंत्रण जैसे विषयों पर मुखर होना पड़ेगा।

    कहा, संगठन के प्रयास से संतों के मार्गदर्शन में हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति के लिए कार्य तेज करना होगा। इसकी वजह यह कि हिंदू समाज ने जो अर्पण किया है उसका प्रयोग हिंदू अस्मिता के जागरण में हो। चेतावनी भरे अंदाज में कहा, हिंदू का अपमान हम सब बर्दाश्त नहीं करेंगे। राष्ट्रीय चरित्र के विषय पर चिंतन करना है। मतांतरण, लव जिहाद जैसे विषयों पर भी जन जागरण जरूरी है।