Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिंदू समाज की सुप्त चेतना जागृत होने से यह राष्ट्र सुदृढ़ होगा, प्रयागराज में हिंदुत्व की धारा को तेज करने का आह्वान

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Mon, 15 Dec 2025 02:50 PM (IST)

    प्रयागराज में आयोजित हिंदू सम्मेलन में आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कहा कि दुनिया को सुरक्षित करने के लिए हिंदुओं का संगठित होना ज़रूरी है। हिंदू ...और पढ़ें

    Hero Image

    प्रयागराज में आयोजित हिंदू सम्मेलन में जागृत हिंदू चेतना के माध्यम से राष्ट्र को सशक्त बनाने की अपील की गई।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। दुनिया को सुरक्षित करने के लिए हिंदुओं का संगठित होना जरूरी है। हिंदू समाज की सुप्त चेतना जागृत होने से यह राष्ट्र सुदृढ़ होगा। यह बातें आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कही। वह रणजीत पंडित इंटर कालेज लोहगरा में आयोजित हिंदू सम्मेलन में बोल रहे थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा, दुनिया को सुख शांति का संदेश देकर सुरक्षा प्रदान करने के लिए एकमात्र सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम का उद्घोष करता है। प्रत्येक धार्मिक आयोजन के बाद धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, विश्व का कल्याण हो का भाव मात्र सनातन में है। बहुत से देशों की संस्कृति नष्ट हो गई। किंतु भारतवर्ष हजारों संघर्षों के बाद भी अपना अस्तित्व और संस्कृति धर्म के सहारे बचा रहा। उसको तोड़ने के लिए विधर्मियों ने षडयंत्र किया।

    आंदोलन कर जातियों में बांटने का प्रयास हुआ। हम सब को विधर्मियों का डट कर सामना करना पड़ेगा। तभी हिंदू समाज और संस्कार की सुरक्षा कर सकेंगे। छात्राओं को नकली कलावा, लॉकेट पहन कर लव जेहाद में फंसाने वालों से बच्चों को बचाने का काम करना होगा। स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि जब कोई एक हिंदू अपना धर्म छोड़ता है तो देश का एक और दुश्मन खड़ा होता है। हम सब को हिंदू बंधुओं को संकल्प के साथ घर वापसी कराना है।

    बोले कि बड़े बड़े धर्मनिरपेक्ष राजनेता आज हिंदुओं को जागृति देख कर मंदिरों के चक्कर लगा रहे हैं। इस आयोजन में मौजूद श्री श्री 1008 श्रीमहंत रतन दास महाराज ने कहा, शास्त्र नेत्र है। जो बताता है कि गुरु के वचन और शास्त्र की आज्ञा ही शास्त्र है। हिंद महासागर और हिमालय के मध्य में रहने वाले सभी हिंदू हैं।

    संगठन की शक्ति का महत्व बताते हुए बोले, जहां सुमति तन्ह संपत्ति नाना। शांति में सुख है, तभी घर समाज देश का कल्याण होगा। मंचासीन मातृ शक्ति सविता देवी ने हिंदू समाज और महिला सशक्तिकरण पर विचार रखे। इस मौके पर महंत ज्ञानेंद्र गोस्वामी, विमलेश महाराज, सुरेंद्र नारायण, सुबंधु, सतीश, ब्रह्म प्रताप, नित्यानंद उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

    उधर, सकल हिंदू समाज आयोजन समिति, दारागंज की ओर से श्रृंगेरी मठ में हिंदू सम्मेलन हुआ। इसमें मुख्य अतिथि सह संपर्क प्रमुख घनश्याम रहे। विशिष्ट अतिथि संत नरसिंह आचार्य, गार्गी वर्मा, प्रेम चंद, राम कुमार शर्मा, विक्रम निषाद रहे। सम्मेलन में राजीव मिश्र, अयोध्या प्रसाद पांडेय, नीरज द्विवेदी, नीलम शुक्ला, सुमन बाला, नेहा केशरी आदि मौजूद रहीं।

    पूरे जिले में करीब दो दर्जन स्थानों पर हिंदू सम्मेलन हुआ। सभी जगहों पर एक ही स्वर प्रस्फुटित हुआ। वह था, हम सब एक हैं। हिंदुत्व की धारा को तेज करने का आह्वान हुआ। समाज में सकारात्मक परिवर्तन, राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनर्जागरण को बल देने की बात कही गई। देवप्रयागम, झलवा, केशव बस्ती, लूकरगंज और बहादुरगंज मोहल्लों में भी एकता की शपथ ली गई।

    यह भी पढ़ें- प्रयागराज को पहली बार मिली AI की अखिल भारतीय अंतर- क्षेत्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता की मेजबानी, कल से होंगे मैच

    यह भी पढ़ें- UPSC दफ्तर के बाहर प्रतियोगी छात्रों को पुलिस ने खदेड़ा, कुछ को हिरासत में लिया; इन मांगों को लेकर डटे हैं स्टूडेंट्स?