शीशे में देखें अपना चेहरा, मुंह कैंसर के लक्षणों को पहचानें, असामान्यता दिखे तो सतर्क हो जाएं और तत्काल कराएं इलाज
प्रयागराज में कैंसर विशेषज्ञों ने मुंह के कैंसर के लक्षणों पर प्रकाश डाला। लक्षणों में मसूड़े, गाल पर सफेद या लाल दाग, छाले और रक्तस्राव शामिल हैं। डा ...और पढ़ें

इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन में प्रख्यात कैंसर विशेषज्ञों ने मुख कैंसर के लक्षण और उपचार पर विमर्श किया। प्रतीकात्मक फोटो
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। मुंह में किसी तरह की गंभीर परेशानी हो तो अपने चेहरे को शीशे में देखें। यदि असामान्यता दिख रही है तो सतर्क हो जाएं और तत्काल इलाज कराएं। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन में प्रख्यात कैंसर विशेषज्ञों ने मुख कैंसर के लक्षण बताते हुए इसके उपचार पर भी विस्तार से विमर्श किया। ये विशेषज्ञ यहां आयोजित वैज्ञानिक संगोष्ठी में उपस्थित हुए।
मसूड़े व गाल के अंदर ऐसा है तो सतर्क हो जाएं
प्रदेश के प्रख्यात कैंसर विशेषज्ञ डाॅ. हर्षवर्धन दत्तात्रेय ने बताया कि मसूड़े और गाल में भीतर की दीवार पर सफेद या लाल रंग के दाग, छाले ठीक न हो रहे हों और रक्तस्राव हो रहा हो। लाल रंग की गांठ लग रही हो तो यह सभी मुंह के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।

तीव्रता संग्राहक विकिरण चिकित्सा कारगर
मेदांता हास्पिटल लखनऊ से आए रेडिएशन आंकोलॉजिस्ट डाॅ. मोहम्मद शोएब ने बताया कि सिर और गर्दन के कैंसर के उपचार के लिए आइएमआरटी यानी तीव्रता संग्राहक विकिरण चिकित्सा को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इससे कैंसर का जोखिम कम होता है।
क्यों बेहतर है यह चिकित्सा?
उन्होंने बताया कि इन स्पेयरिंग तकनीकों के उपयोग से चिकित्सा के परिणाम अब तक अच्छे आए हैं। कहा कि इससे परपंरिक, नान स्पेरिंग विकिरण की तुलना में मरीज मुंह के पोषण और शरीर के वजन को बनाए रखने में पहले से अधिक सक्षम हो जाते हैं।
तंबाकू और शराब के सेवन से होता है मुख कैंसर
मेदांता लखनऊ के हेड एंड नेक आंकोसर्जरी के निदेशक डाॅ. विवेकानंद सिंह ने बताया कि मुंह में जीभ, गाल, मसूड़े, तालू में कैंसर होता है। यह बीमारी अक्सर तंबाकू और शराब के सेवन से जुडी होती है। इसका उपचार प्रबंधन सर्जरी, विकिरण, कीमोथेरेपी और लक्षित चिकित्सा जैसे नए विकल्पों के दृष्टिकोण से किया जाता है। इस उपचार प्रबंधन में लिम्फ नोड को हटाने और उस क्षेत्र के पुनर्निमाण पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
इन चिकित्सकों को किया गया सम्मानित
वैज्ञानिक संगोष्ठी में एएमए के अध्यक्ष डाॅ. अशोक कुमार मिश्रा ने बाहर से आए विशेषज्ञों का स्वागत सम्मान किया। चेयर पर्सन डाॅ. कमल सिंह, डाॅ. सपन श्रीवास्तव, डाॅ. राधा केसरवानी को प्रशस्ति पत्र दिए गए। डाॅ. अनुभा श्रीवास्तव ने संचालन किया और डाॅ. आशुतोष गुप्ता ने आभार जताया।

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