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    Cyber Crime : साइबर ठगों का नया जाल, वाट्सएप व टेलीग्राम पर भेजे गए एप से कतई न करें शेयर ट्रेडिंग, निवेश में बरतें सावधानी

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 07:41 PM (IST)

    Cyber Crime प्रयागराज में साइबर अपराधी आनलाइन ठगी के नए तरीके अपना रहे हैं। वाट्सएप और टेलीग्राम पर लिंक भेजकर शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। कई लोग इसका शिकार हुए हैं। साइबर पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है और प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करने तथा पूरी जानकारी के बाद ही निवेश करने की सलाह दे रही है।

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    आनलाइन धोखाधड़ी शेयर ट्रेडिंग में निवेशकों को निशाना बना रही है, आप भी सावधान रहें।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। अगर आप भी खुद को साइबर शेयर मार्केट का जानकार समझते हैं और आनलाइन ट्रेडिंग करते हैं तो सतर्क हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि वाट्सएप या टेलीग्राम पर किसी मोबाइल एप का लिंक भेजकर आपसे निवेश करने के लिए कहा जाए। इसके बाद आनलाइन ठगी का शिकार बना लिया जाए। साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए अब इसी तरह का तरीका अपना रहे हैं।

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    साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर ठगे गए

    प्रयागराज जनपद में घूरपुर के मनीष कुमार और नैनी के राजेंद्र प्रसाद जैसे कई व्यक्ति साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी-कमाई की रकम गवां दी है। भुक्तभोगियों ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

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    साइबर पुलिस लोगों को ठगी से बचने को कर रही जागरूक

    पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि साइबर अपराधी वाट्सएप और टेलीग्राम पर लिंक भेजकर लोगों से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश करवाते हैं। इसके बाद उन्हें आनलाइन साइबर ठगी का शिकार बनाते हैं। साइबर थाने के अलावा साइबर सेल में भी ठगी के शिकार हुए कई लोगों ने शिकायत की है। इसके आधार पर साइबर पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है।

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    टेलीग्राम पर मोबाइल एप का लिंक भेजा

    गौहनिया घूरपुर निवासी मनीष कुमार गुप्ता के वाट्सएप पर एक मैसेज आया। इसके बाद टेलीग्राम पर मोबाइल एप का लिंक भेजकर पैसा इनवेस्ट करने के लिए कहा गया। मनीष कुमार ने बिना एप की जांच किए आनलाइन निवेश करने लगे और फिर उनसे छह लाख रुपये से अधिक की साइबर ठगी हो गई। भुक्तभोगी ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

    इनसे लाखों की आनलाइन ठगी की

    साइबर अपराधियों ने नैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी के वाट्सएप पर शेयर ट्रेडिंग से जुड़ा एक लिंक भेजा। इसके बाद उनके मोबाइल नंबर को टेलीग्राम पर बने अलग-अलग ग्रुप पर जोड़ दिया गया। वहां कई तरह के आइपीओ के बारे में जानकारी देते हुए शेयर खरीदने और बेचने के बारे में बताते हुए लाखों रुपये की आनलाइन ठगी की गई।

    आप भी ऐसे रह सकते हैं सतर्क 

    -प्ले स्टोर से ही मोबाइल एप को डाउनलोड करें।

    -बिना प्ले स्टोर वाले एप का इस्तेमाल नहीं करें।

    -सेबी से वेरीफाइड वेबसाइट के बारे में पता लगाएं।

    -आनलाइन दिखाए गए प्रमाण पत्रों की जांच करें।

    -अनजान नंबर से आए लिंक का उपयोग न करें।

    क्या कहते हैं साइबर सेल के प्रभारी

    साइबर सेल प्रभारी घनश्याम यादव ने बताया कि शेयर ट्रेडिंग के जाल में फंसाकर साइबर अपराधी लोगों को ठग रहे हैं। अगर किसी को ट्रेडिंग करना है तो पहले गूगल प्ले स्टोर से मोबाइल एप डाउनलोड करें। उसके बाद जानकारी जुटाकर ही निवेश करें। इससे आनलाइन ठगी से बचा जा सकता है।