शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर कौशांबी के दंपती से 61 लाख की ठगी, फर्जी एप व लिंक के जरिए की जालसाजी
कौशांबी में एक दंपती साइबर ठगी का शिकार हुआ। उन्हें शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर 61 लाख रुपये का चूना लगाया गया। जालसाजों ने एक फर्जी एप डाउनलोड करवाकर यह ठगी की। पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस लोगों से आनलाइन प्रलोभनों से बचने की अपील कर रही है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। लालच बुरी बला है। यह जुमला सभी लोग बचपन से सुनते आते हैं, लेकिन अमल बहुत ही कम लोग करते हैं। ऐसे ही लालच में फंसकर एक दंपती ने करीब 61 लाख रुपये गवां दिए। यह जालसाजी कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर की गई थी।
अब जालसाज निवेश किए गए पैसा नहीं निकालने की धमकी दे रहा है। उल्टा पीड़ित से और पैसा जमा करने को कहा जा रहा है। जालसाजी के शिकार पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर थाने में की है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
कड़ाधाम निवासी रामदत्त त्रिपाठी पुत्र स्वर्गीय शिवदत्त त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने अपना पैसा खुद व पत्नी के नाम पर खोले गए बचत खाते में जमा कर रखा है। पिछले करीब माह चार में अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन करके साइबर अपराधी ने शेयर मार्केट व ट्रेडिंग के नाम पर निवेश करके कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने का सब्जबाग दिखाया।
यह काल मैसेज व आनलाइन की जाती थी। इसके बाद उनके मोबाइल पर लिंक भेजकर एक फर्जी एप डाउन लोड कराया गया। इसके बाद झांसे में लेकर उनके व पत्नी के खाते से 61 लाख 19 हजार 211 रुपये निवेश कराया गया। यह पैसा 11 सितंबर से लेकर 26 सितंबर के मध्य निवेश कराया गया।
पीड़ित की मानें तो जब उन्होंने पैसा निकालने का प्रयास किया तो उन्हें डराया गया। आरोपितों ने और पैसा जमा करने की बात कही। इसे लेकर उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने तीन अक्टूबर को घटना की तहरीर साइबर थाने में दी। पुलिस ने मुकदमा कायम कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार का कहना है कि साइबर जागरूकता के कार्यक्रमों में बताया जाता है कि किसी तरह की लालच, प्रलोभन, नौकरी के झांसे आदि में लोग न फंसे। अन्जान लिंक या एप को डाउनलोड न करें। इसके बाद भी लोग नासमझी में गलती कर बैठते हैं। पीड़ित दंपती के साथ भी जालसाजों ने उनकी लालच का फायदा उठाते हुए ठगी की होगी। प्रकरण की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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