चित्रकूट-वाराणसी ग्रीनफील्ड हाईवे प्रयागराज में यमुनापार के इन इलाकों से होकर गुजरेगा, अगले वर्ष से शुरू होगा निर्माण कार्य
चित्रकूट-वाराणसी ग्रीनफील्ड हाईवे प्रयागराज के यमुनापार, बारा, करछना और मेजा तहसील से होकर गुजरेगा। इस हाईवे से चित्रकूट से वाराणसी की दूरी लगभग ढाई घंटे में पूरी होगी। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और प्रयागराज-रीवा हाईवे से भी जुड़ेगा। अधिकारियों ने कुंभ 2031 के दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट को बेहतर करने पर विचार किया। इस परियोजना से बुंदेलखंड के लोगों के लिए प्रयागराज, मीरजापुर और वाराणसी तक पहुंच आसान हो जाएगी। अगले वर्ष से निर्माण कार्य शुरू होगा।

चित्रकूट-वाराणसी ग्रीनफील्ड हाईवे बनने के बाद प्रयागराज से वाराणसी और चित्रकूट का सफर आसान हो जाएगा।
खास-खास-
-10 हाईवे हो जाएंगे अब जनपद में, अगले वर्ष से शुरू हो जाएगा ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण
-2.5 घंटे में वाराणसी से चित्रकूट का सफर हो जाएगा पूरा, अन्य हाईवे से किया जाएगा लिंक
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। चित्रकूट-वाराणसी ग्रीनफील्ड हाईवे प्रयागराज के यमुनापार इलाके के बारा, करछना व मेजा तहसील क्षेत्र से होकर गुजरेगा। यह नया हाईवे चित्रकूट, प्रयागराज, मीरजापुर होते हुए वाराणसी जाएगा। यह प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड हाईवे होगा, जिस पर चित्रकूट से वाराणसी की दूरी लगभग ढाई घंटे में पूरी हो जाएगी। इस हाईवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे तथा प्रयागराज-रीवा व प्रयागराज-सिंगरौली हाईवे से लिंक किया जाएगा।
एनएचएआइ सदस्य, मंडलायुक्त, डीएम की बैठक
एनएचएआइ के सदस्य प्रशासन विशाल चौहान की अध्यक्षता तथा मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल व डीएम मनीष कुमार वर्मा की मौजूदगी में बुधवार को आयुक्तालय के गांधी सभागार में उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें इस नए हाईवे के एलाइनमेंट को लेकर रणनीति बनाई गई।
चित्रकूट-प्रयागराज-वाराणसी को जोड़ेगा
एनएचएआइ के सदस्य प्रशासन ने बताया कि चित्रकूट-प्रयागराज-वाराणसी को जोड़ने के लिए 4/6 लेन एवं प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग परियोजना के एलाइनमेंट को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है। यह परिवर्तनकारी पहल क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत करने और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों में आर्थिक विकास को गति देने के भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इन जिलों की यात्रा होगी आसान
बताया कि इस सड़क परियोजना के निर्माण से बुंदेलखंड के लोगों की प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी एवं पूर्वांचल के अन्य जिलों तक पहुंच आसान होगी। इस क्षेत्र के लोगों की यात्रा सुगम व सरल होगी तथा आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। यह नया राजमार्ग मौजूदा चित्रकूट-प्रयागराज मार्ग के अतिरिक्त होगा और चित्रकूट को प्रयागराज एवं मीरजापुर से इस नए राजमार्ग से जोड़ा जाना प्रस्तावित है।
नैनी ब्रिज पर यातायात प्रबंधन चुनौती दूर करने पर विमर्श
बैठक में कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से आनलाइन एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस नए प्रस्तावित राजमार्ग के एलाइनमेंट को किस प्रकार निर्धारित किया जाए, जिससे कुंभ 2031 के दौरान बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश व मीरजापुर की तरफ से आने वाले ट्रैफिक का बेहतर मैनेजमेंट हो सके और नैनी ब्रिज पर यातायात प्रबंधन की चुनौतियों को दूर किया जा सके को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
नए राजमार्ग के एलाइनमेंट के लिए सुझाव दिए गए
नए मार्ग की आवश्यकता और रणनीतिक योजना के संबंध में भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने इस नए राजमार्ग के एलाइनमेंट के लिए सुझाव दिए। बैठक में सेतु निगम के अधिकारियों द्वारा जनपद में गंगा एवं यमुना पर प्रस्तावित सेतुओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
ये अधिकारी भी रहे मौजूद
सदस्य प्रशासन, एनएचआइ द्वारा राजमार्ग का एलाइनमेंट सेतु निगम के प्रस्तावित पुलों एवं अन्य परियोजनाओं से जोड़ते हुए करने के लिए कहा, जिससे सभी परियोजनाओं की अधिक से अधिक उपयोगिता हो सके। पीडीए उपाध्यक्ष ऋषिराज, क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्य, एडीएम मेला दयानंद, मुख्य परियोजना प्रबंधक सेतु निगम अनिरूद्ध यादव, एडीएम सिटी सत्यम मिश्र, पीडीए सचिव अजित सिंह मौजूद थे।

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