Prayagraj News: पड़िला हवाई पट्टी के अवैध कब्जे पर गरजा बुलडोजर, ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा मंत्रालय ने की कार्रवाई
India Pakistan Tension ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक के बीच युद्ध जैसे हालात के बीच रक्षा मंत्रालय ने अपनी सभी हवाई पट्टियों से अतिक्रमण हटाने और उन्हें ठीक करने का निर्देश दिया है। जिसके बाद रक्षा संपदा कार्यालय की टीमें सक्रिय हुई हैं। इसी क्रम में पड़िला हवाई पट्टी की करीब 25 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा सख्ती से हटा दिया।

संवाद सूत्र, थरवई। उदयचंद्रपुर गांव में स्थित पड़िला हवाई पट्टी की करीब 25 बीघा रक्षा मंत्रालय की जमीन पर अवैध कब्जे को पुलिस, तहसील प्रशासन और रक्षा संपदा की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को सख्ती से हटा दिया।
दोपहर 12 बजे से शुरू हुई यह कार्रवाई शाम तीन बजे तक चली, जिसमें जेसीबी मशीनों की मदद से 60 से अधिक अस्थायी दुकानों, लोहे के गोमती छप्परों, टीन शेड्स और चबूतरों को ध्वस्त कर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इससे पहले जैसे ही बुलडोजर गरजा स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों ने विरोध शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों ने समझा-बुझाकर अतिक्रमण हटाया।
यह जमीन सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र के गेट नंबर-दो के पास स्थित है। लंबे समय से स्थानीय व्यापारियों ने यहां अस्थायी दुकानों के रूप में कब्जा किया था, जो धीरे-धीरे पक्के निर्माण में बदल रहे थे। इससे हवाई पट्टी की सुरक्षा और सेना की गतिविधियों पर खतरा मंडराने लगा था।
पडिला हवाई पट्टी को खाली करवाते रक्षा संपदा विभाग कर्मचारी।-जागरण
रक्षा संपदा को इसकी जानकारी मिलने पर गुरुवार को कार्रवाई की कोशिश की गई थी, लेकिन व्यापारियों के विरोध के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा। शुक्रवार को संयुक्त अभियान में अतिक्रमण हटाया गया।
इसे भी पढ़ें- India Pakistan Conflict: प्रयागराज में हाई अलर्ट, DM की सख्त एडवाइजरी; हर हाल में करना होगा फॉलो
रक्षा संपदा के अधिकारियों में शामिल रहे रंजीत कुमार यादव, अरविंद कुमार यादव और अंकित यादव ने स्थानीय लोगों से बातचीत भी कि उन्हें इस अतिक्रमण से सेना और देश को होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। साथ ही चेतावनी दी गई कि सेना की जमीन पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पडिला हवाई पट्टी को खाली करवाते रक्षा संपदा विभाग कर्मचारी।-जागरण
15 दिन में पक्के निर्माण हटाने का अल्टीमेटम
पड़िला हवाई पट्टी से सटी रक्षा संपदा की जमीन पर 50 से अधिक पक्के निर्माण हैं। जिनमें मकान, दुकानें, मार्केट और स्कूल शामिल हैं, चिह्नित किए गए हैं। इन पर लाल निशान लगाकर 15 दिन का समय दिया गया है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय में इन्हें नहीं हटाया गया, तो बुलडोजर चलाकर सभी निर्माण ध्वस्त कर दिए जाएंगे। वहीं, कार्रवाई के बाद सड़क किनारे छोटे दुकानदारों के चेहरे मायूस दिखे, क्योंकि यह स्थान उनका वर्षों से रोजगार का जरिया था।
पडिला हवाई पट्टी को खाली करवाते रक्षा संपदा विभाग कर्मचारी। -जागरण
अब उनके सामने रोजगार का संकट है। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह जमीन रक्षा मंत्रालय की है और इस पर अतिक्रमण हुआ तो मुकदमा भी दर्ज होगा।
इसे भी पढ़ें- Prayagraj Airport: भारत-पाक तनाव के बीच प्रयागराज एयरपोर्ट पर सुरक्षा कड़ी, गाइडलान्स जारी- 3 घंटे पहले पहुंचे
लगातार दूसरे दिन पड़िला हवाई पट्टी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया गया। सभी कच्चे निर्माण जेसीबी से हटा दिए गए हैं। सख्त चेतावनी दी गई है कि दोबारा अतिक्रमण करने पर कानूनी कार्रवाई होगी। रक्षा संपदा की सभी जमीनों पर अतिक्रमण के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।- अरविंद कुमार यादव, प्रशासनिक अधिकारी, रक्षा संपदा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।