इलाहाबाद संग्रहालय में टिकट के दाम में भारी छूट, सुविधा दिसंबर तक प्रत्येक शनिवार व रविवार को मिलेगी, कितनी मिलेगी छूट?
इलाहाबाद संग्रहालय जाने वालों के लिए खुशखबरी है! अब सप्ताह में दो दिन, शनिवार और रविवार को, वयस्कों के लिए प्रवेश टिकट की दर 50 रुपये से घटकर केवल 20 ...और पढ़ें

इलाहाबाद संग्रहालय आने वालों के लिए खुशखबरी, सप्ताह में दो दिन प्रवेश टिकट के दाम में मिलेगी छूट।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। संगम नगरी के धरोहरों और प्राचीन भारतीय सभ्यता का इतिहास जानने की जिनमें ललक है, उनके लिए अच्छी खबर है। जी हां, सिविल लाइंस स्थित इलाहाबाद संग्रहालय में प्रवेश टिकट में सप्ताह के दो दिन भारी छूट लोगों को मिलेगी। ऐसी व्यवस्था की गई है।
सप्ताह में दो दिन 50 नहीं 20 रुपये शुल्क होगा
इलाहाबाद संग्रहालय आने वाले लोगों के लिए वीकेंड यानी शनिवार और रविवार का दिन खास हो सकता है। इन दोनों दिनों में यहां वयस्कों के लिए प्रवेश टिकट शुल्क 50 रुपये के बजाय 20 रुपये ही लगेगा। यह सुविधा आज से ही लागू कर दी गई है, जो इस माह यानी दिसंबर के अंत तक रहेगी।
संग्रहालय की प्रभारी निदेशक हैं मंडलायुक्त
मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने पिछले दिनों संग्रहालय के प्रवेश टिकट की दर में कमी करने का निर्देश दिया था। इलाहाबाद संग्रहालय की प्रभारी निदेशक के तौर पर उन्होंने माघ मेला 2026 के दृष्टिगत वयस्कों के लिए टिकट दर 50 रुपये के बजाय 20 रुपये कर दिया है। टिकट की दर में यह कमी केवल सप्ताहांत में छह व सात दिसंबर, 13-14 दिसंबर, 20-21 दिसंबर, 27-28 दिसंबर (शनिवार और रविवार) को लागू रहेगी।
आयु वर्ग के आधार पर कितना है प्रवेश टिकट
इलाहाबाद संग्रहालय में टिकट दर वर्तमान में वयस्कों के लिए 50 रुपये, 18 वर्ष या इससे कम उम्र के बच्चों के लिए 20 रुपये, विदेशी पर्यटक के लिए 500 और उनके बच्चों के लिए 200 रुपये है। मंडलायुक्त ने टिकट की दर में कमी के अलावा यह भी निर्देश दिया है कि हेरिटेज वॉक, सप्ताहांत में सांस्कृतिक कार्यक्रम, पब्लिक कैंटीन की व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित की जाए।
गाइड लोगों को देंगे धरोहरों की ऐतिहासिक जानकारी
मानदेय पर स्वयंसेवी गाइड ( मुख्यतः बीए/एमए इतिहास के इलाहाबाद विश्वविद्यालय और अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र) शीघ्र ही नियुक्त किए जाएंगे। वह संग्रहालय जाने वाले लोगों को धरोहरों के बारे में ऐतिहासिक जानकारी देंगे। इसके अलावा हेरिटेज वाक का आयोजन (हिंदी साहित्य सर्किट, मंदिर सर्किट आदि के आधार पर) प्रारंभ करने, दिसंबर के सभी सप्ताहांत में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की व्यवस्था मंडलायुक्त ने शीघ्र ही करने के निर्देश दिए हैं।

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