प्रयागराज में सड़क पर उतरे अधिवक्ता, डीएम कार्यालय गेट पर किया रास्ताजाम, साथी पर जानलेवा हमले से आक्रोशित थे
प्रयागराज में अधिवक्ता विजय कांत पांडेय पर जानलेवा हमले के विरोध में वकीलों ने डीएम कार्यालय के सामने रास्ता जाम किया। हमलावर भतीजे के लाइसेंस को रद्द ...और पढ़ें

प्रयागराज में अधिवक्ता पर जानलेवा हमला के विरोध में प्रदर्शन व रास्ताजाम करते वकील।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। जिला न्यायालय के अधिवक्ता विजय कांत पांडेय के ऊपर हुए जानलेवा हमले से नाराज अधिवक्ताओं ने शुक्रवार सुबह डीएम कार्यालय गेट के सामने रास्ताजाम कर दिया। हालांकि चक्का जाम से जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी दूरी बनाए रहे। अधिवक्ताओं की मांग थी कि हमलावर का लाइसेंस बार काउंसिल बर्खास्त करें और परिसर में उसके प्रवेश पर रोक लगाई जाए।
नवाबगंज के अलपी का पूरा निवासी हैं विजयकांत
नवाबगंज थानांतर्गत अलपी का पूरा गांव निवासी विजयकांत पांडेय कचहरी में अधिवक्ता हैं। वह परिवार समेत शहर के जोंधवल मुहल्ले में रहते हैं। गुरुवार देर शाम वह कचहरी से निकले और बाबा चौराहा के समीप मिठाई लेने को दुकान पर रुक गए। बताते हैं कि इसी बीच उनका भतीजा व अधिवक्ता ओम शिव पांडेय वहां पहुंचा।
भतीजे ने चाचा पर पांच गोली चलाई, तीन लगी
भतीजा ओम शिव पांडेय विजयकांत को अपशब्द कहने लगा, जिसका उन्होंने विरोध करते हुए फटकार लगाई। इससे आक्रोशित होकर ओम शिव ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर चाचा की तरफ तान दिया। यह देखकर वह घबरा गए और भागे। ओम शिव ने फायरिंग शुरू कर दी। एक के बाद एक पांच गोली चलाई। दो मिस हो गई, जबकि तीन विजयकांत को लग गई। वह खून से लथपथ होकर सड़क पर गिर गए। गोलीबारी से लोगों में अफरातफरी मच गई। दुकानों के शटर गिरने लगे।
आरोपित को पुलिस ने किया गिरफ्तार
खबर पाकर शिवकुटी पुलिस पहुंची और घायल अधिवक्ता को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने गोली मारने वाले का नाम ओम शिव पांडेय बताया तो पुलिस ने कुछ ही देर में उसे गिरफ्तार कर लिया। एसीपी सिविल लाइंस विद्युत पांडेय ने उससे पूछताछ की।
विजयकांत पर भतीजे ने हत्या का केस दर्ज कराया था
उधर, विजयकांत पांडेय के पुत्र युगांक ने बताया कि ओम शिव पांडेय के छोटे भाई शिवम की वर्ष 2014-15 में मौत हो गई थी। उसमें हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। ओम शिव ने पिता विजयकांत को आरोपित बनाया था। उसी समय कहा गया था कि यह फर्जी आरोप है, लेकिन वह नहीं मान रहा था। इसी कारण से बातचीत भी बंद हो गई थी। उसी रंजिश को लेकर ओम शिव पांडेय हत्या करना चाहता था।
निरस्त होगा पिस्टल का लाइसेंस
ओम शिव पांडेय ने जिस रिवाल्वर से अपने चाचा विजयकांत पांडेय को गोली मारी, वह लाइसेंसी है और उसके नाम है। पुलिस ने पिस्टल भी बरामद कर ली है। एसीपी सिविल लाइंस विद्युत गोयल का कहना है कि पिस्टल का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।
पुरानी रंजिश व संपत्ति विवाद में घटना : डीसीपी नगर
डीसीपी नगर मनीष शांडिल्य का कहना है कि अधिवक्ता विजयकांत पांडेय को गोली मारने के मामले में उनके भतीजे ओम शिव पांडेय को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद कर ली गई है। पुरानी रंजिश व संपत्ति के विवाद में घटना को अंजाम दिया गया है। आरोपित से अभी पूछताछ की जा रही है।

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