Maha Kumbh 2025 के लिए 40 नई इलेक्ट्रिक बसें, मौनी अमावस्या से पहले मिलेगा श्रद्धालुओं को लाभ
महाकुंभ 2025 के लिए 40 नई इलेक्ट्रिक बसों की खरीद की गई है जो मौनी अमावस्या से पहले ही श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध हो जाएंगी। ये बसें प्रयागराज में संचालित होंगी और महाकुंभ के बाद इन्हें इंटरसिटी रूट पर चलाया जाएगा। इन बसों की लंबाई 12 मीटर है और एक बार चार्ज करने पर ये न्यूनतम 200 किमी की यात्रा तय कर सकती हैं।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ के लिए 40 नई इलेक्ट्रिक बसें खरीद ली गई हैं। इन बसों को परिवहन निगम के माध्यम से चलाया जाएगा। इनका संचालन सबसे पहले प्रयागराज में ही किया जाएगा। महाकुंभ के बाद इन बसों को इंटरसिटी के रूप में चलाया जाएगा। नई बसों को प्रयागराज भेजा जा रहा है और अगले सप्ताह इनके प्रयागराज पहुंचने का क्रम शुरू हो जाएगा।
सभी बसें मौनी अमावस्या से पहले ही अपनी पूर्ण क्षमता के साथ चलने लगेंगी। परिवहन निगम ने बसों के संचालन के लिए सूचना जारी कर दी है। जिसमें बताया गया है कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की सड़कों पर 40 ई बसें निगम चलाएगा। अगले सप्ताह 10 से 15 ई बसें प्रयागराज पहुंच जाएंगी। शेष अन्य बसें मौनी अमावस्या के पूर्व यहां पहुंचेगी। इन इलेक्ट्रिक बसों की लंबाई 12 मीटर है।
एक बार चार्ज करने पर यह न्यूनतम 200 किमी की यात्रा तय कर सकती हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के जीएम प्राविधिक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि महाकुंभ मेला शुरू होने से पूर्व 10 से 15 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन प्रयागराज में शुरू हो जाएगा।
मौनी अमावस्या तक स्विच मोबिलिटी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सभी 40 बसें सीधे प्रयागराज पहुंचेंगी। पहले हम बसों के मिलने पर प्राथमिक निरीक्षण कानपुर में करते थे, लेकिन अब महाकुंभ में इनकी जांच प्रयाग डिपो में होंगी और तत्काल रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
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नगरीय परिवहन सेवा की 200 बसों का भी संचालन
महाकुंभ के दौरान 550 शटल बसों का संचालन होना है। इसमें 350 बसें परिवहन निगम की साधारण बसें होंगी। जबकि नगरीय परिवहन सेवा के तहत 200 इलेक्ट्रिक बसों का भी संचालन होगा। इसके लिए तीन स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
10 जनवरी से पहले बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। संयुक्त निदेशक जयदीप वर्मा ने बताया कि चार्जिंग प्वाइंट लगाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है। हमने अपनी तैयारी कर ली है। अगले सप्ताह में बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। 200 इलेक्ट्रिक बसें शटल बसों के रूप में चलेंगी। नौ मार्ग इसके लिए चिह्नित किए गए हैं।
महाकुंभ के बाद सात शहरों के लिए इलेक्ट्रिक बसोें का होगा संचालन
महाकुंभ के बाद इन्हीं 40 बसों का उपयोग प्रयागराज से नजदीकी जिलों के लिए किया जाएगा। इसमें प्रयागराज से चित्रकूट, बांदा, विंध्याचल, मीरजापुर, वाराणसी, अयोध्या धाम, लखनऊ के लिए इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इन बसों की चार्जिंग के लिए प्रयाग डिपो कार्यशाला राजापुर में चार्जिंग स्टेशन बनेगा।
अभी शहर में 50 इलेक्ट्रिक बसें नगर निगम सीमा में चल रही हैं। लेकिन यह पहली बार होगा कि इंटरसिटी के रूप में इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। प्रयागराज परिक्षेत्र को 24 ई बसें आवंटित की गई हैं। इन बसों को सात शहरों के बीच चलाया जाएगा।
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इसमें प्रयागराज-वाराणसी (126 किमी) मार्ग पर 10, प्रयागराज-लखनऊ (200 किमी) के लिए दो, प्रयागराज-अयोध्याधाम (184 किमी) दो, प्रयागराज-विंध्याचल-मीरजापुर-वाराणसी (167 किमी) के लिए पांच व प्रयागराज-चित्रकूट-बांदा (198 किमी) के लिए पांच बसें चलेंगी।
इलेक्ट्रिक बसों की 3x2 और 2x2 सीटर बसों में लखनऊ का किराया 357 व 416 रुपये, अयोध्या का 318 व 373 रुपये व वाराणसी का किरया 227 व 263 रुपये प्रस्तावित है। यह इलेक्ट्रिक बसें उच्चकोटि की हैं और एक बार में न्यूनतम 200 किमी की यात्रा करेंगी। लिथियम-आयन बैटरी पर आधारित इन बसों की फ्लैश चार्जिंग होगी। यानी चार्जिंग में कम समय लगेगा और यह अधिकतम दूरी तय करेंगी।
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