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    खेलते-खेलते ट्रेन में चढ़े तीन नाबालिग भाई-बहन, चित्रकूट से पहुंच गए प्रयागराज, RPF ने सुरक्षित चाइल्ड लाइन को सौंपा

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Mon, 27 Oct 2025 06:34 PM (IST)

    चित्रकूट के तीन नाबालिग भाई-बहन खेलते हुए ट्रेन में चढ़ गए और प्रयागराज पहुँच गए। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने उन्हें बचाया और चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। बच्चों की उम्र 6 से 11 साल है और उनके पिता से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। बच्चों ने बताया कि वे खेल-खेल में ट्रेन में चढ़ गए थे और उन्हें पता नहीं चला कि वे इतनी दूर आ गए हैं।

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    प्रयागराज जंक्शन पर मिले तीन नाबालिक बच्चों को आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन भेज दिया। 

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। चित्रकूट के बड़गढ़ गांव के तीन नाबालिग बच्चे खेलते-खेलते ट्रेन में चढ़ गए और अनजाने में प्रयागराज जंक्शन पहुंच गए। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इन बच्चों को सुरक्षित चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। यह घटना ‘आपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के तहत दर्ज की गई, जिसके माध्यम से रेलवे परिसरों में संकटग्रस्त बच्चों को बचाया जाता है।

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    छह से 11 वर्ष है बच्चों की आयु 

    तीनों बच्चे भाई-बहन हैं। इसमें सबसे बड़ा 11 वर्षीय भाई संजू सिंह, उसके साथ बहन खुशबू की उम्र 10 वर्ष है और छोटी बहन किरण छह वर्ष की हैं। तीनों के पिता चेलू सिंह से अब संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।

    चित्रकूट स्टेशन के पास खेल रहे थे, ट्रेन में चढ़ गए 

    बच्चों ने बताया कि चित्रकूट स्टेशन के पास खेल रहे थे। खेल-खेल में वे एक ट्रेन में चढ़ गए और सीटों पर बैठकर मस्ती करने लगे। जब ट्रेन चल पड़ी तो उन्हें और मजा आया। वे इसे खेल का हिस्सा समझते रहे। ट्रेन जब प्रयागराज जंक्शन पहुंची तो तीनों उतर गए।

    अनजान जगह देख रोने लगे बच्चे 

    प्रयागराज जंक्शन स्टेशन से बाहर निकलते ही बच्चों को सब कुछ बदला-बदला सा नजर आया। पहले तो उन्हें लगा कि वे चित्रकूट में ही हैं, लेकिन जल्द ही गलती का एहसास हुआ। अनजान जगह देखकर बच्चे डर गए और रोने लगे।

    उप निरीक्षक बच्चों को पोस्ट ले गए

    इसी दौरान आरपीएफ की नजर इन बच्चों पर पड़ी। उप निरीक्षक गौरव और उनकी टीम ने बच्चों से पूछताछ की, लेकिन डर के कारण बच्चे ठीक से अपनी बात नहीं बता पाए। फिर भी, उन्होंने अपने नाम और गांव की जानकारी दी। बच्चों को सुरक्षित आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया। आवश्यक औपचारिकताओं के बाद उन्हें चाइल्ड लाइन प्रयागराज के सुपरवाइजर को सौंप दिया गया।

    पीआरओ बोले- बच्चों के स्वजन से संपर्क का प्रयास हो रहा

    मंडल पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों के परिवार के लोगों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि ऐसी किसी आपात स्थिति में हेल्पलाइन 139 पर तुरंत संपर्क करें।

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