प्रतापगढ़ में धान के खेत में घुसा मगरमच्छ, रात भर ग्रामीणों में दहशत, सुबह वन विभाग की टीम ने पकड़कर गंगा नदी में छोड़ा
प्रतापगढ़ में एक मगरमच्छ के धान के खेत में घुस जाने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। वन विभाग को सूचना दी गई, जिसने रात भर खोजबीन की। अगले दिन सुबह, वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को पकड़कर उसे गंगा नदी में सुरक्षित छोड़ दिया। वन विभाग ने लोगों से वन्यजीवों के दिखने पर तुरंत सूचना देने की अपील की है।

प्रतापगढ़ के लालगंज में पकड़े गए मगरमच्छ को पकड़कर वन विभाग की टीम वाहन से ले जाती। जागरण
संसू, जागरण, परियावां (प्रतापगढ़)। प्रतापगढ़ की नहर में पहले घड़ियाल और अब खेत में मगरमच्छ मिलने से लोगों में दहशत का माहौल है। घड़ियाल को ग्रामीणों ने पकड़कर वन विभाग के हवाले किया था। वहीं लालगंज के आबादी वाले क्षेत्र में धान के खेत में मगरमच्छ को देख खलबली मच गई। लोग भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे। बाद में वन विभाग की टीम ले उसे पकड़कर गंगा में छोड़ा।
लालगंज के भोजपुर दुल्लापुर गांव में दिखा मगरमच्छ
लालगंज के भोजपुर दुल्लापुर गांव में शनिवार देर शाम एक मगरमच्छ खेत में दिखा। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना लालगंज वन क्षेत्राधिकारी एसपी मिश्रा को दी। सूचना मिलने पर वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की सहायता से देर रात अभियान चलाया गया, लेकिन अंधेरा अधिक होने के कारण मगरमच्छ को पकड़ना मुश्किल हो गया।
रात भर दहशत, सुबह वन विभाग टीम ने पकड़ा
इसके बाद वन विभाग की टीम चली गई। सारी रात ग्रामीणों ने दहशत में गुजारी। रविवार भोर में टीम ने फिर से अभियान शुरू किया और कुछ घंटों की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया। वन विभाग की टीम ने पकड़े गए मगरमच्छ का मेडिकल परीक्षण कराया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह पूरी तरह स्वस्थ है। इसके बाद विभागीय वाहन से उसे सुरक्षित रूप से कालाकांकर क्षेत्र में स्थित गंगा नदी में छोड़ा गया।
वन्य जीव दिखे तो तत्काल वन विभाग को बताएं
इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी एसपी मिश्रा ने बताया कि संभवतः यह मगरमच्छ बरसात के मौसम में किसी नाले या जलाशय के माध्यम से गांव तक पहुंच गया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि यदि किसी क्षेत्र में वन्य जीव दिखे तो डरने के बजाय तत्काल वन विभाग को सूचना दें, ताकि उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके। ग्रामीणों ने वन विभाग की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए राहत की सांस ली।
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