प्रतापगढ़ में दर्दनाक हादसा, 9 वर्षीय छात्र की तालाब में डूबने से मौत, 3 घंटे बाद उतराया मिला शव, स्कूल स्टाफ की घोर लापरवाही
प्रतापगढ़ के बाघराय में एक दर्दनाक हादसे में 9 साल के बच्चे शिवांश की तालाब में डूबने से मौत हो गई। वह स्कूल से शौच के लिए गया था और पैर फिसलने से गहरे पानी में चला गया। तीन घंटे बाद उसका शव मिला। स्कूल प्रशासन लापरवाही से इनकार कर रहा है, मामले की जांच जारी है। पिता के आने पर अंतिम संस्कार किया जाएगा, पूरे गांव में शोक की लहर है।

प्रतापगढ़ के बाघराय में तालाब में डूबे छात्र शिवांश के शोकाकुल स्वजन व ग्रामीण। जागरण
संसू, जागरण, बाघराय (प्रतापगढ़)। जनपद में दर्दनाक हादसा हुआ। बाघराय धनऊ का पुरवा शकरदहा के शिवकुमार प्रजापति के नौ वर्षीय बेटे शिवांश प्रजापति की मौत तालाब में डूबने से हो गई। वह प्राथमिक विद्यालय से दोपहर में शौच के लिए निकला था, जहां से जीवित नहीं लौट सका। तीन घंटे बाद उसका शव मिला। स्कूल के स्टाफ की लापरवाही से हंसता-खेलता बच्चा परिवार से छिन गया। बेसिक शिक्षा विभाग घटना की जांच कर रहा है।
प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 3 का छात्र था शिवांश
शिवांश प्राथमिक स्कूल शकरदहा द्वितीय में कक्षा तीन का छात्र था। सुबह वह विद्यालय गया था। वहां दोपहर तक पढ़ाई की। इसके बाद करीब डेढ़ बजे वह विद्यालय से शौच के लिए बजरंग जनता इंटर कालेज के सामने स्थित तालाब के पास चला गया, जबकि स्कूल में शौचालय बना हुआ है।
पैर फिसलने से डूबा, काफी देर बाद शिक्षक तलाशने लगे
तालाब के पास पैर फिसलने से वह गहरे पानी में डूब गया। काफी देर बाद जब वह लौटकर विद्यालय नहीं आया तो साथ पढ़ने वाले बच्चों ने इसकी जानकारी शिक्षक को दी। छात्र के गायब होने पर शिक्षक द्वारा उसके घर पता कराया गया, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा था। ऐसे में उसकी तलाश शुरू हुई। तीन घंटे के बाद उसका शव तालाब में उतराया दिखा तो खलबली मच गई। मौके पर पहुंचे स्वजन की चीख निकल गई।
प्रधानाध्यापिका बोलीं- लापरवाही नहीं हुई है
कुछ देर में पुलिस पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जिस तालाब में हादसा हुआ, वह ग्राम पंचायत द्वारा तीन साल पहले खोदवाया गया था। बालक दो भाई व एक बहन में सबसे बड़ा था। पिता मजदूरी करते हैं। मां गुड्डी घर संभालती है। प्रधानाध्यापिका अर्चना देवी का दावा है कि लापरवाही नहीं हुई है। बच्चा दोपहर 11.55 से 12.25 तक भोजन अंतराल के दौरान बाहर निकल गया होगा, लेकिन गेट बंद होने के बाद भी वह किधर से गया यह कोई देख नहीं सका। इधर, शोकाकुल परिवार ने घटना पर कुछ बोलने से इन्कार किया। एसओ बाघराय श्रवण कुमार का कहना है कि दुर्घटना की सूचना बच्चे के पिता ने दी थी। जांच की जा रही है।
शिवांश विद्यालयय से बाहर कैसे गया, होगी जांच
खंड शिक्षाधिकारी बिहार वंशीधर पांडेय का कहना है कि विद्यालय में शौचालय है और खुला हुआ था। उसी में अन्य बच्चे जाते हैं। ऐसे में शिवांश विद्यालय से बाहर कैसे चला गया इसकी जांच शुरू कर दी गई है। शिक्षकों से जवाब मांगा जाएगा। जांच रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजी जाएगी।
पिता के आने पर कल होगा अंतिम संस्कार
शुक्रवार देर शाम पोस्टमार्टम हाउस से छात्र का शव घर लाया गया। पिता के बाहर होने के कारण छात्र के शव का रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। छात्र के पिता शिवकुमार हैदराबाद में मजदूरी करते हैं। घर पर उसकी पत्नी गुड्डी देवी अपने तीन बच्चों के साथ रहती हैं। शिवकुमार हैदराबाद से घर के लिए रवाना हो चुके हैं। वह रविवार को घर पहुंचेंगे। स्वजनों ने बताया कि पिता के आने के बाद ही शिवांश के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवार के सदस्यों के साथ ग्रामीण भी गमगीन हैं।

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