प्रेमिका बोली कर लो शादी...प्रेमी फिजियोथेरेपिस्ट ने पीछा छुड़ाने को गढ़ी लूट की कहानी, प्रतापगढ़ पुलिस की गिरफ्त में आया
प्रतापगढ़ में एक फिजियोथेरेपिस्ट ने प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए लूट की झूठी कहानी बनाई। उसने अपने दोस्त की मदद से खुद पर गोली चलवाई और लूट का नाटक किया। पुलिस जांच में पता चला कि प्रेमी शादीशुदा होने के कारण प्रेमिका से शादी नहीं करना चाहता था, इसलिए उसने यह योजना बनाई। पुलिस ने फिजियोथेरेपिस्ट और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

प्रतापगढ़ पुलिस की गिरफ्त में लूट की फर्जी घटना का आरोपित फिजियोथेरेपिस्ट। सौजन्य : पुलिस मीडिया सेल
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। इश्क, प्रेम, मुहब्बत...। वैसे तो यह बहुत पवित्र होता है, लेकिन जब मर्यादा की दीवारें टूट जाएं तो फिर अपराध जन्म ले लेता है। कुछ ऐसी ही यह प्रेम कहानी प्रतापगढ़ जनपद में भी दोहराई गई, जो लूट में बदल गई। प्रेमी को पुलिस ने मित्र समेत पकड़ लिया है।
फिजियोथेरेपिस्ट से नकदी व अंगूठी लूट मामला
फायरिंग करके नकदी, अंगूठी लूट की एक घटना
। पीड़ित फिजियोथेरेपिस्ट आशीष कुमार गुप्ता द्वारा घबराए स्वर में सूचना दी गई तो पुलिस दौड़ पड़ी थी। एसपी दीपक भूकर भी रात में मौके पर पहुंचे।
घटना के पांचवें दिन खुल गई सच्चाई
सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी, कोतवाल प्रभात कुमार सिंह पहुंचे। जांच शुरू हुई। सीसीटीवी फुटेज देखे गए। सर्विलांस की मदद से कई संदिग्ध मोबाइल नंबरों को चेक किया गया। पांचवें दिन ही घटना की सच्चाई खुल गई। पता चला कि खुद आशीष ने अपने एक दोस्त की मदद से अपने ऊपर गोली चलवाई थी व लूट करवाई थी। यह उसने अपनी प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए किया।
एएसपी पूर्वी बोले- लूट की घटना फर्जी थी
एएसपी पूर्वी शैलेंद्र लाल ने गुरुवार को सई कांप्लेक्स में प्रेस वार्ता में बताया कि घटना फर्जी पाई गई है। आशीष कुमार ने सारी सच्चाई बयां की है। उसका एक लड़की से प्रेम संबंध था। साल-डेढ़ साल से दोनों में रिश्ते थे। अब वह कुछ दिनों से शादी कर लेने का दबाव बना रही थी, जबकि आशीष शादीशुदा होने के कारण दूसरी शादी करने में असमर्थ था। इस तनाव में वह डिप्रेशन का मरीज हो गया व नींद की दवा भी खाने लगा था।
लूट की झूठी घटना की प्लानिंग की गई
लकवा का शिकार आशीष का दोस्त पल्टन बाजार का गोलू सिंह उर्फ शेखर उसके पास फिजियोथेरेपी करवाने आता था। उससे चर्चा की। इसके बाद शेखर ने अपने परिचित रुद्रांश शुक्ला व श्याम मिश्रा से संपर्क करके लूट की झूठी घटना करवाने की प्लानिंग की। इसके लिए पांच हजार रुपये आनलाइन दिए।
प्रेमिका व स्वजन को फंसाने का था इरादा
इनका मकसद था कि घटना होने के बाद प्रेमिका व उसके परिवार को लूट में फंसाकर जेल भिजवा दिया जाएगा। इस तरह उससे पीछा छूट जाएगा। पुलिस ने गोलू व आशीष को पकड़ा है, बाकी की तलाश कर रही है।

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