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अचानक प्लेटफार्म नंबर बदलने से यात्री हुए परेशान

रेल प्रशासन भी कभी-कभी ऐसी चूक कर देता है कि यात्रियों की जान पर बन आती है। अफसोस तो यह है कि उसे अपनी चूक गंभीर नहीं लगती। गुरुवार को ऐसा ही हुआ। डाउन जनता एक्सप्रेस लखनऊ की ओर से वाराणसी जा रही थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 10:03 PM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 10:03 PM (IST)
अचानक प्लेटफार्म नंबर बदलने से यात्री हुए परेशान

प्रतापगढ़ : रेल प्रशासन भी कभी-कभी ऐसी चूक कर देता है कि यात्रियों की जान पर बन आती है। अफसोस तो यह है कि उसे अपनी चूक गंभीर नहीं लगती। गुरुवार को ऐसा ही हुआ। डाउन जनता एक्सप्रेस लखनऊ की ओर से वाराणसी जा रही थी। उसे प्रतापगढ जंक्शन पर दोपहर में आना था। यात्रियों के बीच सूचना प्रसारित की गई कि उक्त गाड़ी प्लेटफार्म नंबर दो पर आएगी। इस पर यात्री दो नंबर पा जाकर आराम से ट्रेन का इंतजाम करने लगे। जब गाड़ी आउटर के आगे आ गई तो अचानक एनाउंस होने लगा कि गाड़ी एक नंबर पर आएगी। इस पर ट्रेन छूट जाने की आशंका से हड़बड़ाए यात्री परिवार व लगेज समेत ट्रैक को सीधे पार करने लगे। कुछ यात्री गिर भी गए। फुट ओवरब्रिज दूर होने से यात्री उस पर नहीं चढ़े। जान जोखिम में डालकर लाइन पर ही कूदने लगे। रेलमंत्री ने प्रतापगढ़ पर किया ट्वीट

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जासं, प्रतापगढ़ : जिले से गुजरी फाफामऊ-प्रतापगढ़ व सुल्तानपुर रेल लाइन पर हुए विद्युतीकरण को लेकर रेल मंत्री ने ट्वीट किया है। गुरुवार को इंटरनेट मीडिया पर उनकी टिप्पणी वायरल होने पर जिले के लोगों को खुशी महसूस हुई। इसमें मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि देश में यूपी में रेल पथ का विद्युतीकरण तेजी से हो रहा है। फाफामऊ से प्रतापगढ़ व चिलबिला से सुल्तानपुर, जफराबाद तक विद्युतीकरण हो चुका है। इससे अब वाराणसी प्रयागराज व वाराणसी सुल्तानपुर रूट पर बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। बैंक लिकेज से होने वाले लाभ के दिए गए टिप्स

प्रतापगढ़ : ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू की गई बीसी (बैंकिग करेस्पांडेंट) सखी योजना के तहत गुरुवार को रूरल सेल्फ इंप्लायमेंअ ट्रेनिग इंस्टीट्यूट संस्था के निदेशक एके सिन्हा ने बीसी सखियों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने उन्हें समूह के गठन, समूह की कार्यप्रणाली के अलावा बैंक लिकेज एवं इससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने व्यवहारिक प्रश्नों को भी हल करवाया।

डीसी एनआरएलएम ओपी यादव ने बताया कि बीसी सखी को प्रत्येक लेन-देन के एवज में बैंक से एक निश्चित कमीशन प्राप्त होगा। छह माह तक चार हजार रुपये प्रोत्साहन राशि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा दिए जाएंगे। जिला मिशन प्रबंधक रतन कुमार मिश्रा ने बताया कि बीसी सखी बैंकों से जुड़कर पैसों का लेनदेन गांवों में घर-घर जाकर करवाने में मदद करेंगी। प्रशिक्षण पाने वालों में डिपल, विमलेश शुक्ला, चांदनी सिंह, दिव्या पांडेय, शिल्पा सरोज आदि शामिल रहीं।


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