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    साइबर सुरक्षा: पीलीभीत पुलिस ने रिकवर किए ₹1.91 करोड़, ठगों के नेटवर्क पर भारी पड़ी 'स्पेशल टीमें'

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 06:49 PM (IST)

    पीलीभीत पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ सक्रियता दिखाते हुए एक वर्ष में ₹1.91 करोड़ की धनराशि होल्ड कर लोगों को वापस कराई। ऑनलाइन गेमिंग, डिजिटल अरेस्ट और ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। आनलाइन गेमिंग एप, डिजिटल अरेस्ट समेत विभिन्न माध्यमों से साइबर ठगी करने के मामलों में पुलिस सक्रियता के साथ काम कर रही है। जिले में एक वर्ष में 1.91 करोड़ रुपये की धनराशि को होल्ड कराकर आमजन की मेहनत की कमाई को सुरक्षित किया गया। इसके अलावा पुलिस ने वर्ष 2025 में चोरी और गुम हुए 440 मोबाइल लोगों को वापस कराया, जिनकी अनुमानित कीमतकरीब 62.48 लाख रुपये है।

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    वर्ष 2025 में साइबर अपराध से संबंधित शिकायतो में 1,91,13,521 रुपये की धनराशि होल्ड व लीन कराकर 89,45,353 रुपये की धनराशि आवेदकों को वापस कराई गई। आनलाइन गेमिंग एप एविएटर, रमी आदि के जरिए लोगों को आनलाइन गेम खेलने व इनाम प्राप्त करने का लालच देकर ठगी करने के संबंध में थाना घुंघचिहाई में प्राथमिकी पंजीकृत की गई।

    इसमें 22 मोबाइल फोन, 15 लेपटाप, दो कंप्यूटर सिस्टम मय सीपीयू, पांच फर्जी आधार कार्ड छायाप्रतियां, एक आधार कार्ड, सात बैंक पासबुक, तीन चेकबुक, एक एटीएम, 11 सिमकार्ड (खुरचे हुए) और एक यूएई का पहचान पत्र, दुबई के दो सिम और अन्य व्यक्ति का एक पैन कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किया गया।

    इसके अलावा एक मोबाइल चार्जर, एक प्रिंटर जिराक्स मशीन और 60,660 रुपये नगद बरामद किए गए। अंतरराज्यीय गैंग के सात अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया। वहीं डिजिटल अरेस्ट प्रकरण में 57,89,776 रुपये की ठगी से संबंधित साइबर थाने में पंजीकृत आइटी एक्ट के मामले में 11 एंड्रायड मोबाइल फोन, चार चेकबुक, दो पासबुक 13 फर्जी आधार कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, तीन सिम कार्ड और चार रुपये की बरामदगी कर अंतरराज्यीय गैंग के छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

    फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, फर्जी सर्टिफिकेट और अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार करके आस पास के जनपदों और उत्तराखंड में विभिन्न आईलेट्स और एमीग्रेशन सेंटरों को उपलब्ध कराकर ठगी करने के संबंध में से थाना पूरनपुर पर पंजीकृत मामले में छह मोबाइल चार लैपटाप, 10 मार्कशीट फोटो कापी के दो सेट , एक्सयूवी कार के साथ ही अंतरराज्यीय गैंग के सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।

    मोबाइल फोन चोरी कर नया यूपीआइ पिन बनाकर धनराशि निकालने के संबंध में थाना जहानाबाद में पंजीकृत मामले में 16 हजार रुपये की नगदी बरामद कर दो लोगों को नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। एटीएम कार्ड बदलकर साइबर ठगी करने के साइबर थाने और बिलसंडा में पंजीकृत मामले में दो मोबाइल, 24 एटीएम कार्ड व 8,870 रुपये की बरामद कर दो लोगों को जेल भेजा गया।

    गूगल पर अनाथ आश्रम की फर्जी वेबसाइट और इंटनरेट मीडिया साइट के जरिये लोगों को शादी कराने का झांसा देकर ठगी करने के मामले में तीन मोबाइल, दो लैपटाप, एक प्रिंटर बरामद कर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

    झारखंड और रांची में पीलीभीत पुलिस का डेरा

    जिले में साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं को रोकने और ठगों के सिंडिकेट को जड़ से खत्म करने के लिए पीलीभीत पुलिस ने अब दूसरे राज्यों में अपना जाल बिछा दिया है। घुंघचाई पुलिस की अेर से पकड़े गए साइबर ठगी के दो मामलों में चौंकाने वाले खुलासे हुए थे, इनमें ठगों के तार सीधे तौर पर दुबई से जुड़े पाए गए थे।

    जांच करने पर यह तथ्य सामने आया है कि साइबर अपराध के सबसे अधिक आरोपित झारखंड और रांची क्षेत्र से संचालित हो रहे हैं। इसी इनपुट के आधार पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पीलीभीत पुलिस की दो विशेष टीमें पिछले कई दिनों से झारखंड और रांची में डेरा डाले हुए हैं।

     

    साइबर ठगी के मामलों में कार्रवाई लगातार की जा रही है, लेकिन ठगी होने पर तुरंत सूचना मिलने धनराशि रिकवर होने की संभावना अधिक रहती है। इससे बचने के लिए साइबर जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी है। साइबर ठगी के बारे में पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है।

    - अभिषेक यादव, एसपी


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