UP में सड़क निर्माण में डेढ़ लाख का घोटाला, प्रधान और अधिकारी पर गिरी गाज... इस सरकारी पोर्टल से गबन का खुला राज
पीलीभीत में इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण के नाम पर करीब डेढ़ लाख रुपये का भुगतान गलत तरीके से कर दिया गया। जांच में आरोप सही पाए जाने पर प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी के अधिकारों पर रोक लगा दी गई है। ग्राम निधि में तुरंत रकम जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
जागरण संवाददाता, पीलभीत। पीलीभीत में इंटर लॉकिंग सड़क निर्माण के नाम पर गलत तरीके से करीब 1,46,027 रुपये का भुगतान हो गया। इस मामले में रसायखानपुर के प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी अब कार्रवाई के लपेटे में आ गए हैं। विभागीय स्तर से कराई गई प्रारंभिक जांच में एक साल पहले लगे आरोप सही पाए गए हैं। भुगतान की रकम को तत्काल ग्राम निधि में जमा कराने के निर्देश जारी किए गए।
जांच में आरोप सही मिलने के बाद आराेपित प्रधान और विकासखंड बीसलपुर के के ग्राम पंचायत अधिकारी सुरेश चंद्र वर्मा के अधिकारों पर रोक लगा दी गई। साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण और पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
साल 2021-2022 में किया गया था भुगतान
साथ ही प्रारंभिक जांच में सही पाएं गए आरोपों के आधार पर संबंधित ग्राम प्रधान राशिद हुसैन और वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारी से भुगतान की रकम दो किस्तों में ग्राम निधि में जमा करके रिसीविंग रसीद ग्राम पंचायत राज अधिकारी को दें। जांच के आधार पर आरोप हैं कि वित्तीय वर्ष 2021-22 से ग्राम रसयाखानपुर में साबरी मस्जिद से फकरुद्दीन के आवास तक इंटर लॉकिंग सड़क और नालियां के निर्माण कार्य के एवज में ई-ग्राम स्वराज पोर्टल से 1,46,027 रुपये का भुगतान किया गया।
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टीम ने पोर्टल पर दर्ज कार्य को जांच में नहीं पाया
पोर्टल पर दर्ज कार्य निर्धारित पर टीम द्वारा जांच में नहीं पाया गया। जांच रिपोर्ट के अनुसार, उक्त रियाज के घर से नसीब खां के घर तक हुआ, जिसका विभाग की ओर से भुगतान ही नहीं हुआ। कार्य पर खर्च की धनराशि समान होने के कारण मामला संदिग्ध होने पर विभागीय जांच को गंभीरता से कराया गया। इसके अलावा गांव के अन्य निर्माण कार्य में भी स्थानीय लोगाें की ओर से आरोपितों गुणवत्ता और भुगतान में अनियमितताएं बरतने के आरोप लगाए हैं। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट संजय सिंह ने कहा कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
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