Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Punjab News: नामांकन रद्द होने के विरोध में कांग्रेस, शिअद और BJP ने किया हाईवे जाम, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी

    मलोट के वार्ड नंबर 12 में उपचुनाव को लेकर दाखिल किए गए नामांकन रद्द किए जाने के विरोध में कांग्रेस शिअद और भाजपा के नेताओं ने संयुक्त रूप से दिल्ली-फाजिल्का नेशनल हाईवे नंबर नौ बत्ती वाला चौक पर धरना लगा कर रोड जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए।

    By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 14 Dec 2024 03:10 PM (IST)
    Hero Image
    नामांकन रद्द होने पर विपक्षी दलों ने किया चक्का जाम।

    संवाद सूत्र, मलोट (मुक्तसर)। मलोट के वार्ड नंबर 12 में उपचुनाव को लेकर दाखिल किए गए नामांकन रद्द किए जाने के विरोध में कांग्रेस, शिअद और भाजपा के नेताओं ने संयुक्त रूप से दिल्ली-फाजिल्का नेशनल हाईवे नंबर नौ बत्ती वाला चौक पर धरना लगा कर रोड जाम कर दिया। धरना सुबह 11 बजे शुरू हुआ जो एक घंटा तक चला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि मलोट में 12 नंबर वार्ड के लिए छह लोगों ने नामांकन दाखिल किए थे। पड़ताल के बाद शुक्रवार को केवल आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन सही पाया गया, जबकि कांग्रेस, शिअद और भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन अनियमितता बता रद्द कर दिए गए। शुक्रवार को भी तीनों पार्टियों ने देर शाम एसडीएम दफ्तर के बाहर धरना दिया था।

    राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा

    इधर, शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियों के नामांकन रद्द करवा कर सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। शिअद के पूर्व विधायक हरप्रीत सिंह ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी को मलोट की वार्ड नंबर 12 में हार दिख रही थी, जिसके चलते उन्होंने विपक्षियों के नामांकन ही रद्द करवा दिए हैं।

    धरने के दौरान राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने शहर बंद का आह्वान किया था, लेकिन असर देखने को नहीं मिला। बाजार खुले रहे। धरने का नेतृत्व शिअद के पूर्व हरप्रीत सिंह, कांग्रेस से पूर्व विधायक रुपिंदर कौर रूबी, भाजपा के शहरी प्रधान सुशील जलहोत्रा ने संयुक्त रूप से किया। धरने के दौरान बीएसपी के नेताओं ने पहुंच कर समर्थन दिया।

    पूर्व विधायक हरप्रीत सिंह ने कहा कि विरोधियों के नामांकन रद्द करवा कर सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है। अधिकारियों ने सरकार के दबाव में उनकी पार्टी के उम्मीदवारों के नामांकन रद्द किए हैं। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि केवल आप पार्टी के उम्मीदवार के नामांकन सही हैं और बाकी सबके रद कर दिए गए हैं। यह साफ दिख रहा है कि सरकार सरेआम धक्के शाही कर रही है।

    'चुनाव करवाने से भाग रही है आप'

    पूर्व विधायक रुपिंदर कौर रूबी ने कहा कि अधिकारी जिस फीस को कारण बना कर नामांकन रद करने की बात कह रहे हैं, यह सारी फीस एसडीएम दफ्तर में बैठे कर्मचारियों ने ही भरवाई है। कर्मचारियों ने सरकार के दबाव में गलत गाइड किया है।

    आप को हार का डर है। इसलिए चुनाव करवाने से भाग रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस इंसाफ के लिए कोर्ट में भी जाएंगे। धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

    इस मौके पर कांग्रेस के जिला प्रधान शुभदीप सिंह बिट्टू, हरपाल विरदी, दिनेश गर्ग टोनी, प्रवीन जैन, बिल्लू शर्मा, गौरव बब्बर, प्रेमी नागपाल, शिअद उम्मीदवार गोल्डी सिंह, कांग्रेस उम्मीदवार कुलवंत सिंह मक्कड़, भाजपा उम्मीदवार हंसराम, हैप्पी डावर, नत्थुराम गांधी, शिव कुमार शिवा, बलकार सिंह, अश्वनी खेड़ा, जुगराज खेड़ा, पिंटू सिडाना, डॉक्टर लीलू राम, डॉ. विक्की, पंडित जतिंदर शास्त्री, अनिल जाटव, जसपाल सिंह औलख, अशोक खुंगर, वरिंदर मक्कड़ मौजूद थे।

    अनियमितता के चलते हुए नामांकन रद्द- एसडीएम

    एसडीएम संजीव कुमार ने बताया कि जिन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द किए गए हैं, उन्होंने फीस पूरी जमा नहीं करवाई है। नगर कौंसिल मलोट क्लास वन की श्रेणी में आता है जिसकी फीस 150 रुपये है, लेकिन उक्त उम्मीदवारों ने थ्री क्लास की फीस 100 रुपये भरी है, जिस कारण अनियमितता के चलते नामांकन रद्द हुए हैं।

    यह भी पढ़ें- आंसू गैस के गोले, ठंडे पानी की बौछारें... Shambhu Border पर किसानों और पुलिस के बीच 'महासंग्राम' की पूरी कहानी