पीलीभीत में डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने के मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार, पांच साथी पहले हो चुके हैं अरेस्ट
पीलीभीत में साइबर पुलिस ने डिजिटल गिरफ्तारी कर ठगी करने के मामले में दिल्ली के फैसल को गिरफ्तार किया। उसके पास से मोबाइलनकदी फर्जी आधार कार्ड और एटीएम कार्ड बरामद हुए। फैसल और उसके साथियों ने मिलकर जेल कर्मी से लाखों की ठगी की थी। वे भोले-भाले लोगों के खाते किराए पर लेकर साइबर अपराधों में इस्तेमाल करते थे और फर्जी खाते भी खुलवाते थे।

जागरण संवाददाता, पीलीभीत। साइबर थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने के मामले में फरार चल रहे आरोपित दिल्ली निवासी फैसल को गिरफ्तार किया है। आरोपित के पास से दो मोबाइल फोन, 50 हजार रुपये, तीन फर्जी आधार कार्ड, दो पासबुक, दो चेक बुक, तीन एटीएम कार्ड और सिम कार्ड बरामद हुए है। पुलिस ने आरोपित को पोस्टमार्टम हाउस के पास मुखबिर की सूचना पर दबोचा। इसके पांच साथियों को विगत पांच सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि आरोपित फसल सिद्दीकी ने अपने साथियों के साथ दिसंबर 2024 में जेल कर्मी जगमोहन सैनी को डिजिटल अरेस्ट कर 57 लाख 89 हजार 776 की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपित के पांच साथियों को 5 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल दिया है। फैसल की तलाश की जा रही थी। मुखबिर की सूचना के आधार पर शहर के पोस्टमार्टम हाउस के पास से फैसल सिद्दीकी निवासी अब्दुल फजल निवासी एनक्लेव शाहीन बाग, साउथ दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है।
फैसल ने पूछताछ में पुलिस टीम को बताया कि वह अपने साथियों के साथ भोले-भाले आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों से उनके चालू खाते की पासबुक, एटीएम कार्ड और चेक बुक लेकर बदले में तीन से चार प्रतिशत कमीशन देता था। इन खातों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी में प्राप्त धनराशि को स्थानांतरित करने के लिए करता है। साथ ही गरीब व्यक्तियों के वास्तविक आधार और पैन कार्ड से नए नंबर और फर्जी फर्म बनाकर विभिन्न बैंकों में करंट अकाउंट खुलवाता था। जिन्हें डिजिटल अरेस्ट, आनलाइन ठगी, निवेश धोखाधड़ी और अन्य साइबर अपराधों को अंजाम देते था। जिससे खाते में पड़े पैसे गिरोह के सरगना को स्थानांतरित किए जाते है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।