बिजली मीटर वेरिफिकेशन के नाम पर रिटायर्ड वायुसेना कर्मी से 23.50 लाख की ठगी, एपीके फाइल भेजकर मोबाइल किया हैक
नोएडा में बिजली मीटर वेरिफिकेशन के नाम पर एक रिटायर्ड वायुसेना कर्मी से 23.50 लाख रुपये की ठगी हुई। साइबर अपराधियों ने एपीके फाइल भेजकर उनका मोबाइल है ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नोएडा। बिजली मीटर वेरिफिकेशन के झांसे में लेने के बाद एपीके फाइल भेजकर ठगों ने वायुसेना से सेवानिवृत्त कर्मी से 23.50 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने वेरिफिकेशन अधूरा होने पर बिजली कनेक्शन कटने और इससे बचने के लिए 13 रुपए पंजीकरण शुल्क आनलाइन जमा कराने के बहाने बातें की। एपीके फाइल भेजकर पीड़ित के मोबाइल को हैक कर ठगी को अंजाम दिया। मेल पर रकम कटने के मैसेज से पीड़ित को ठगी का पता चला। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
एपीके फाइल खोलकर डाउनलोड कर ली
ग्रेटर नोएडा पाकेट चार के रहने वाले राकेश कुमार सिंह वायुसेना से सेवानिवृत्त कर्मी हैं। उनके मोबाइल पर 19 नवंबर की सुबह एक ठग ने कथित विद्युत निगम कर्मी बन फोन किया। ठग ने बिजली मीटर वेरिफिकेशन नहीं होने के चलते कुछ घंटों में कनेक्शन कटने की बात कही। राकेश कुमार ने बिजली बिल जमा होने की बात कही तो ठग ने तपाक से एपीके फाइल के रूप में बकाया संबंधी दस्तावेज भेज दिया। जल्दबाजी में राकेश ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने एपीके फाइल खोलकर डाउनलोड कर ली।
यूपीआई से 13 रुपए जमा नहीं हुए
इससे बचने का उपाय पूछने पर ठग ने कहा कि वह ऑनलाइन 13 रुपए शुल्क जमा करा दें तो समाधान हो जाएगा। राकेश ने ठग के दिए लिंक के माध्यम से पहले अपने यूपीआइ से 13 रुपए जमा करने का प्रयास किया, लेकिन फीस नहीं कटी। फिर राकेश ने अपनी पत्नी के यूपीआई से रकम ट्रांसफर करनी चाही, लेकिन दोनों यूपीआई से 13 रुपए जमा नहीं हुए। ठग ने कार्यालय जाकर जमा कराने की बात कह संपर्क बंद कर लिया, इसी बीच ठग ने पीड़ित के मोबाइल को हैक कर लिया।
13 बार में 23.50 लाख रुपए ट्रांसफर किए
राकेश को शाम को मेल चेक करने पर बैंक खातों से रकम कटने का पता चला। राकेश और उनकी पत्नी के खाते से 13 बार में 23.50 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए। यह देखकर राकेश को धक्का लगा। उन्होंने जानकारी की तो पता चला कि बिजलीकर्मी बनकर फोन करने वाले ठग थे। उन्होंने तत्काल एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की। साइबर थाना प्रभारी विजय सिंह राणा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ठगी में संलिप्त बैंक खातों की जानकारी की जा रही है। जल्द ही ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
एपीके फाइल नहीं करें डाउनलोड
डीसीपी साइबर सुरक्षा शैव्या गोयल ने बताया कि साइबर ठग नए-नए पैतरे अपनाकर ठगी कर रहे हैं। ठग बिजली, आइजीएल गैस बिल, शादी कार्ड, खरीदारी आफर कार्ड के रूप में एपीके फाइल भेज रहे हैं। किसी भी हाल में एपीके फाइल को डाउनलोड नहीं करें। चाहे, वह किसी जानकार के नंबर से ही क्यों न आई हो।

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