UP International Trade Show: 'देश की सबसे बड़ी रोबोट कंपनी', CEO ने बताई ऐसी बात... मुस्कुरा दिए PM मोदी
ग्रेटर नोएडा की एडवर्ब कंपनी 20 देशों को रोबोट निर्यात कर रही है जिससे प्रधानमंत्री मोदी खुश हैं। कंपनी के सीईओ ने बताया कि वे जीरो वेस्ट और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कंपनी रक्षा क्षेत्र के लिए भी रोबोट बना रही है। राफे एमफाइबर कंपनी ने ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल ड्रोन के बारे में जानकारी दी। लोहगम कंपनी लिथियम रिफाइनरी पर काम कर रही।

अर्पित त्रिपाठी, ग्रेटर नोएडा। स्वदेशी का मंत्र देकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उस समय और खुश हुए जब ग्रेटर नोएडा की एडवर्ब कंपनी के सहसंस्थापक व सीईओ ने प्रधानमंत्री के सवाल पर बताया कि उनकी कंपनी के 60 प्रतिशत रोबोट विकसित देशों समेत कुल 20 देशों में निर्यात हो रहे हैं।
इंडिया एक्सपो मार्ट में चल रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने स्टालों का भ्रमण किया। वहां लगे उत्पादों और तकनीक की जानकारी ली। उन्होंने ग्रेटर नोएडा की तीन कंपनियों एडवर्ब, लोहम और राफे एमफाइबर के स्टाल का भ्रमण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे।
जीरो वेस्ट, उच्च गुणवत्ता पर प्रधानमंत्री ने दिया जोर
एडवर्ड कंपनी के सहसंस्थापक व सीईओ संगीत कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने करीब पांच से सात मिनट स्टाल पर बिताए। इस दौरान उन्होंने जीरो वेस्ट और उच्च गुणवत्ता के उत्पाद पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने उनके रोबोट के बार में जानकारी ली।
संगीत ने पीएम को बताया कि उनकी कंपनी देश की सबसे बड़ी रोबोट कंपनी है, जिसकी दो फैक्ट्री एक नोएडा व दूसरी ग्रेटर नोएडा में है। 20 देशों में रोबोट का निर्यात करते हैं और अगले पांच वर्षों में 100 देशों में निर्यात का लक्ष्य है, जिसे सुन वह खुश दिखे।
पीएम ने सबसे पहले पूछा कि कितने लोग काम करते हैं, उन्हें बताया कि एक हजार के करीब लोग काम करते हैं। फैक्ट्री में इंडस्ट्रियल रोबोट, एडवांस रोबोट, कोबोट, क्वाड्रापेड (चार पैरों वाला) रोबोट जिसे से प्रदर्शित भी किया गया है, उसकी जानकारी दी। आने वाले दिनों में ह्यमोनायड रोबोट बनाने के बारे में भी बताया। डिफेंस सेक्टर के लिए भी रोबोट बना रहे हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने पूछा कि कितने लोग शोध और अनुसंधान में काम करते हैं, जानकारी दी कि 350 अधिकारी। इनमें मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स, साफ्टवेयर, एआइ फील्ड से संबंधित हैं।
प्रधानमंत्री को बताया कि आज भारत तकनीक में काफी एडवांस हो रहा है। यहां के उत्पादों के विदेशों खासकर की विकसित देशों में काफी मांग है। फिजिकल एआइ के बारे में भी बताया कि जिसकी जानकारी प्रधानमंत्री को पहले से ही काफी थी। उनके आने और सवाल जवाब से काफी अच्छा लगा।
ऑपरेशन सिंदूर में उपयोग ड्रोन कंपनी ली जानकारी
आपरेशन सिंदूर के दौरान जिस ड्रोन का उपयोग भारतीय सेना ने किया, प्रधानमंत्री ने ग्रेटर नोएडा की राफे एमफाइबर कंपनी के स्टाल का भी दौरा किया। कंपनी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मार्केटिंग पूजा मिश्रा ने बताया कि उनके भाई व कंपनी के संस्थापक विकास मिश्रा ने पीएम को बताया कि उनकी कंपनी के पास 200 पेटेंट है। कंपनी पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। 99 प्रतिशत कच्चा माल स्वदेशी है। एयरबस और बोइंग के बाद विश्व की तीसरी सबसे बड़ी थर्मवुड मशीन उनके यहां है।
2028 तक 10 हजार कुशल लोगों को रोजगार देना उनका लक्ष्य है। 2023 तक पूरी तरह से स्वदेशी ड्रोन बनाने का वादा किया है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि आपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की सीमा से 20 किमी अंदर जाकर ड्रोन ने अपनी भूमिका निभाई।
लोहम में एशिया की सबसे बड़ी लिथियम रिफाइनरी
लोहगम कंपनी के सीईओ व संस्थापक रजत वर्मा ने बताया कि पीएम को जानकारी दी कि कंपनी देश की सबसे बड़ी खनिजों की उत्पादक और चीन के बाहर दुनिया के सबसे बड़ी उत्पादकों में से एक है। अनुसंधान व नवाचार केंद्र भी है।
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देश की अर्थव्यवस्था, ऊर्जा सुरक्षा और तकनीकी नेतृत्व को बढ़ाने के लिए कंपनी भारत सरकार के राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन के साथ रणनीतिक रूप से जुड़ी है। फैक्ट्री में विज्ञानी भारत सरकार द्वारा चिह्नित 27 महत्वपूर्ण खनिजों में से 15 पर उन्नत अनुसंधान कर रहे हैं, जिनमें कोबाल्ट, निकल, लिथियम, ग्रेफाइट, एल्युमीनियम, तांबा और दुर्लभ मृदा तत्व शामिल हैं।
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