यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में छाया कानपुर के बुकनू का स्वाद, लोगों को स्टाल की ओर खींच रही खुशबू
ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में सचान स्टॉल अपनी खुशबूदार मसालों से लोगों को आकर्षित कर रहा है। लखनऊ के अवधेश सचान और गीतांजलि सचान का सहज स्वदेशी आहार स्टार्टअप युवाओं को प्रेरित कर रहा है। वे कानपुर के मशहूर बुकनू को बढ़ावा दे रहे हैं जो पाचन के लिए अच्छा है। स्टॉल पर सत्तू आटा कचौरी और मूंग दाल चिल्ला भी उपलब्ध हैं।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में हो रहे यूपीआइटीएस में लगा सचानी स्टाल से आ रही मसालों और मठरी की खुशबू आने वाले लोगों को अपनी ओर खींचने पर मजबूर कर रही है।
लखनऊ से आए दंपती अवधेश सचान व गीतांजली सचान के सहज स्वदेशी आहार स्टाल का स्टार्टअप अपनी अलग ही पहचान बनाए हुए है। अवधेश सचान ने बताया कि करीब दो वर्ष पहले ही उन्होंने पत्नी गीतांजली के साथ काम की शुरुआत की।
उनका एक बेटा नौकरी कर रहा है और बेटी पढ़ाई कर रही है। उम्र के इस पड़ाव में खुद का काम शुरू करने के पीछे का मकसद सिर्फ यही संदेश देना था कि यदि कुछ करने का जज्बा हो, उम्र कभी बाधा नहीं बन सकती।
युवाओं को कभी निराश नहीं होना चाहिए, बस सही मार्ग को चुनना चाहिए। कानपुर की पहचान बुकनू जो कि कई आम मसालों और कुछ आयुर्वेदिक सामग्री से बनता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ ही पाचन शक्ति को भी ठीक रखता है। इसे पराठा, पूड़ी, रोटी आदि के साथ खाया जाता है। उनकी पत्नी मूलरूप से कानपुर निवासी हैं।
कानपुर और आसपास के क्षेत्र के हर घर में बुकनू मौजूद है। इसी बुकनू से अपना व्यवसाय शुरू किया। आज लखनऊ व आसपास के जिलों में उनके उत्पादों की काफी मांग है। उनके यहां निर्मित बुकनू का वही स्वाद है जो दादी-नानी के हाथों से बने बुकनू का होता है। यही वजह है कि इसकी खुशबू लोगों को स्टाल की ओर खींच रही है। इसके अलावा सत्तू, आटा कचौरी, मूंग दाल चिल्ला भी लोगों को काफी पसंद आ रहा है।
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