हैंडीक्राफ्ट उत्पाद का बेलारूस और ऑस्ट्रेलिया समेत 20 देशों में बिखेर रहे जलवा, युवाओं को मिल रहा रोजगार
ग्रेटर नोएडा के मनीष चंदीला यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में हस्तशिल्प उत्पाद प्रदर्शित कर रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर युवाओं को रोजगार दे रहे हैं। उनके तांबे पीतल और लकड़ी के बर्तन विदेशियों को पसंद आ रहे हैं। शो में मिनी आटा चक्की और कोल्ड प्रेस ऑयल मशीन भी प्रदर्शित की गई हैं जिनसे घर पर ही शुद्ध आटा व तेल निकाला जा सकता है।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। हाथों के हुनर को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। ग्रामीण पृष्ठभूमि से ताल्लुख रखने वाले ग्रेटर नोएडा के हबीबपुर गांव के मनीष चंदीला ने स्टाल पर हैंडीक्राफ्ट उत्पादों को पेश किया है।
उन्होंने पढ़ाई करने के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर काम करते हुए अन्य युवाओं को अपने साथ जोड़ हस्तशिल्प के क्षेत्र में कार्य करने की ठानी। छोटे स्तर से शुरू किया काम, अब धीरे-धीरे विदेश में भी फैलने लगा है। 19 लोगों को रोजगार दे रहे हैं।
इनकी मांग आस्ट्रेलिया से लेकर यूरोपीय देशों में हो रही है। शो में बेलारूस ने उत्पादों के बारे में जानकारी लेने के साथ ही व्यापार करने की बात कही है। शो में आने वाले विदेशी भारतीय हाथों की कला को पसंद कर रहे हैं इनकी खरीदारी में रूचि दिखा रहे हैं।
मनीष ने बताया कि किचन में उपयोग होने वाले बर्तन विदेशियों की पहले पसंद बन चुके हैं। यहां पर तांबे, पीतल, लकड़ी और कांच से बने उत्पादों को पेश किया है। मनीष ने बताया कि पहले लकड़ी, पीतल और तांबे के बर्तनों में खाना खाया जाता था, इन बर्तनों में खाना पकाने में किसी तरह के खनिज पदार्थ का असर नहीं पड़ता है।
यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। इसलिए विदेशों में इनकी मांग और तेजी से बढ़ गई है। दीपावली के त्योहार के मौके पर किचन से जुड़े सजावटी सामानों की मांग हो रही है। वह करीब 90 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। वह अपने युवा साथियों को भी जुड़ने के लिए जागरूक करते हैं और इनसे होने वाले फायदे बताते हैं।
घर पर ही बना सकेंगे आटा और तेल
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रदर्शित मिनी आटा चक्की और कोल्डपैश आयल मशीन घर में ही आटा बनाने और तेल निकालने में मददगार साबित होगी। अब लोगों को बाजारों में चक्की पर लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कोल्डपैश आयल मशीन एक घंटे में तीन लीटर आयल निकालती है और मिनी आटा चक्की एक घंटे में करीब 10 किलो ग्राम आटा निकालती है। इससे पूरी तरह से शुद्ध तेल और आटा को निकाल सकते हैं। किसी तरह की मिलावट की गुंजाइश नहीं रहती है।
मारबल के डस्ट की बनी प्रतिमाएं विदेशियों को रहीं भा
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में स्टाल लगाए निशिष्ठा ने बताया कि वह भगवानों की प्रतिमाएं माररबल डस्ट से बना रही हैं। इनकी मांग वेस्टंडीज और ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों में हो रही है। उन्होंने बताया कि मारबल डस्ट से बनी प्रतिमाएं मजबत रहती हैं और लंबे समय तक चलती हैं।
इन्होंने बताया कि वह और उनके पति शुरू से ही धार्मिक पृवत्ति के रहे हैं और इसी के चलते उन्होंने भगवान की प्रतिमाओं को बनाने का काम शुरू किया और आज इनकी मांग विदेशों में तक हो रही है।
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