मोहम्मद साहब पर रखे गए विचारों पर हुई ट्रोलिंग तो सामने आए सपा प्रवक्ता, भाजपा आईटी सेल पर लगाया ये आरोप
नोएडा में एक टीवी डिबेट के दौरान मोहम्मद साहब पर राजकुमार भाटी के विचारों पर एक वर्ग आलोचना कर रहा है और उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। भाटी ने ट्वीट कर अपना पक्ष रखा और भाजपा आईटी सेल पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने सभी धर्मों के महापुरुषों का सम्मान करने की बात कही।

डिजिटल डेस्क, नोएडा। एक टीवी डिबेट में मोहम्मद साहब को लेकर रखे गए विचारों पर एक वर्ग समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी की आलोचना कर रहा है। सिर्फ आलोचना ही नहीं उनके लिए अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग पर राजकुमार भाटी ने एक्स पर ट्वीट कर अपना पक्ष रखा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पता चला है कि भाजपा आईटी सेल ने नोएडा में गुर्जर युवाओं की एक मीटिंग बुलाई थी।
जिसमें उन्हें निर्देश दिया गया कि सोशल मीडिया पर टीवी डिबेट की क्लिप को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर राजकुमार भाटी को बदनाम करिए। यह हमारी ओर से गुर्जर समाज में चलाए जा रहे राजनीतिक जागरूकता अभियान की बौखलाहट है।
एक टीवी डिबेट में मोहम्मद साहब के बारे में मेरे द्वारा कही गई बातों के कुछ हिस्से को वायरल करके कुछ लोग सोशल मीडिया पर मेरे लिए लगातार गाली बक रहे हैं । इनमें कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें मैं व्यक्तिगत तौर पर जानता हूं और अब तक उनके बारे में पॉजिटिव राय रखता था । किंतु जिस तरह इस…
— Rajkumar Bhati (@rajkumarbhatisp) September 30, 2025
उन्होंने पूरे विवाद पर ट्वीट में कहा कि टीवी डिबेट में मोहम्मद साहब की शिक्षाओं को लेकर रखे गए विचारों पर उनकी ओर से कही गई बातों के कुछ हिस्से को वायरल करते उन्हें गालियां दी जा रही हैं।
इनमें कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें वह व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं और अब तक उनके बारे में पॉजिटिव राय रखते थे, लेकिन जिस तरह इस मुद्दे पर उनकी नफरत और कट्टरपन सामने आया है, उससे आश्चर्यचकित हैं।
उन्होंने कहा कि सभी जाति और धर्म में महापुरुषों ने मानवता के लिए कुछ अच्छे संदेश दिए हैं। हमें उन्हें ग्रहण करना चाहिए। हर जाति और धर्म में कुछ खराब बातें घुस गई हैं, उनका त्याग करना चाहिए।
कहा कि मैं इस्लाम में घुस गईं कुप्रथाओं, अंधविश्वासों, कट्टरता और अज्ञानता का कतई समर्थक नहीं हूं, लेकिन मोहम्मद साहब को बहुत बड़ा महापुरुष मानता हूं और उनकी शिक्षाएं मानव मात्र के लिए हैं ।
उन्होंने बताया कि मोहम्मद साहब ने कहा था कि ईश्वर एक है, ईश्वर निर्गुण निराकार है, मूर्ति पूजा गलत है, नशा करना गलत है, जुआ खेलना गलत है, ब्याज लेना गलत है, बेटियों की हत्या करना गलत है, वेश्यावृत्ति गलत है।यही बातें बुद्ध, महावीर, कबीर, नानक, दयानंद, विवेकानंद ने कहीं । इनमें से कौन सी शिक्षा गलत है ?
जिस वीडियो के हिस्से काट कर सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे हैं, उसकी शुरुआत में ही मैंने बोला है कि श्री राम और श्री कृष्ण के आदर्श केवल हिंदुओं के लिए नहीं बल्कि मानव मात्र के लिए हैं।
मुसलमानों को भी उन्हें अपनाना चाहिए। इसी तरह मोहम्मद साहब की शिक्षाएं केवल मुसलमान के लिए नहीं पूरी मानव जाति के लिए हैं। इसमें गलत क्या है? दूसरी बात मैंने यह कही कि मोहम्मद साहब अकेले ऐसे महापुरुष हैं, जो धर्म संस्थापक भी थे, समाज सुधारक भी थे और राजनीतिज्ञ भी थे।
अगर कुछ लोग मेरी इस बात से सहमत नहीं है और उन्हें यह अपने महापुरुषों से तुलना करने जैसा लगा तो मैं उसके लिए माफी चाहता हूं। मेरा उद्देश्य किसी महापुरुष की महिमा को कम करके किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं था।
मेरी स्पष्ट राय है कि सभी महापुरुषों ने हमें अच्छे संदेश दिए हैं और उन सब का हमें सम्मान करना चाहिए। धर्म और जाति के आधार पर किसी महापुरुष से नफरत नहीं करनी चाहिए। संकुचित दृष्टि से बाहर निकलिए और सभी महापुरुषों का आदर करना सीखिए।
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