कमीशन पर बैंक खाते... चौंकिए मत और भी कई बड़े खुलासे, अब ऐसे साइबर ठगी कर रहे अपराधी
नोएडा में ठगों ने कमीशन पर लोगों की आईडी से सिम और बैंक खाते हासिल करने का नया तरीका अपनाया है। वे एक आईडी पर कई सिम लेकर साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने लोन ठगी गिरोह का पर्दाफाश कर इस मामले का खुलासा किया है। जांच में एक हजार से ज्यादा अवैध सिम खरीदने की बात सामने आई है।

मुनीश शर्मा, नोएडा। ठग कमीशन पर लोगों से महज बैंक खाता ही नहीं ले रहे हैं, बल्कि उनकी एक आईडी पर तीन-चार सिम भी ले रहे हैं। इन सिमों का उपयोग सामान्य ठगी से लेकर साइबर अपराधों में भी होने की आशंका है।
नोएडा सेक्टर 113 थाना पुलिस के लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के पकड़े जाने पर भी यह बात लापरवाही उजागर हुई है। गिरोह के सदस्य लोगों से कमीशन पर बैंक खाता खोलने के अलावा उनकी आईडी का उपयोग कर सिम इश्यू करा रहे हैं।
वहीं, शुरुआती जांच में गिरोह के एक हजार से ज्यादा अवैध सिम खरीदना सामने आया है। नोएडा पुलिस इस फर्जीवाड़े का पता करने में जुटी है। अब तक कितने सिम, किसकी आईडी पर और कब-कब लिए गए।
गिरोह एक आईडी पर वीआइ कंपनी के दो सिम जबकि जियो व एयरटेल कंपनी का एक-एक सिम निकलवाते थे। फिर इन सिम के अलावा बैंक पासबुक आदि किट में पैक किया जाता और इसको एक-दूसरे के पास भेजते।
अभी तक की जांच में यह पता चला है कि गिरोह चार में से एक सिम का उपयेाग कर रहा था जबकि तीन किसको दिए जा रहे थे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है गिरोह बचे तीन सिम को साइबर ठगों को तो नहीं उपलब्ध करा रहा था। यह आलम तब है जब शासन और टेलीकाम मशीनरी सख्ती बरत रहा है। इसके बावजूद भी ठग अवैध सिम तक पहुंच बना ले रहे हैं।
128 बैंक खाते व 77 सिम की जांच जारी
पुलिस को गिरोह के पास से 128 एटीएम, 77 सिम कार्ड, 20 मोबाइल, नौ पासबुक, पांच चेकबुक, सात क्यूआर कोड, तीन किट मिली हैं। एडीसीपी नोएडा सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि फरार दो सदस्यों की तलाश में पुलिस टीम लगी हैं। गिरफ्तार आरोपितों से मिले मोबाइल, सिम, बैंक खाते आदि के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है
गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बंद कराए 13 हजार सिम
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस करीब 20 माह में 13 हजार अवैध सिम को बंद करा चुकी है। पुलिस हर महीने औसतन 650 सिम बंद करा रही है। इन सिमों का उपयोग साइबर ठगी जैसे अपराध में हुआ था।
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उधर, कमिश्नरेट पुलिस एक माह तक विशेष अभियान चलाकर प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) व सिम बेचने वालों की दुकानों की जांच भी करा चुकी है। इनमें जिले की पांच हजार से ज्यादा दुकान व 450 पीओएस शामिल हैं।
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