नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यीडा के 25 रूटों पर चलेंगी 500 सिटी ई-बसें, कंपनी के नाम पर लगी मुहर
नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र में 500 ई-सिटी बसों का संचालन जीबीएन ग्रीन ट्रांसपोर्ट कंपनी करेगी। इसके लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जाएगा जिसमें 4 डायरेक्टर और 7 सब्सक्राइबर होंगे। बसें 25 रूटों पर चलेंगी जिनमें नोएडा में 300 ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र में 100-100 बसें शामिल हैं। संचालन जीसीसी मॉडल पर होगा जिसके लिए दो कंपनियों का चयन किया गया है।

जागरण संवाददाता, नोएडा : जीबीएन ग्रीन ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर 500 सिटी ई-बसों का संचालन होगा। यह नाम शुक्रवार को फाइनल हो गया है। अब कंपनी में काम काज संभालने के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जाएगा।
इसमें चार डायरेक्टर सात सब्सक्राइबर होंगे, जो सिटी बस संचालन के प्रत्येक बिंदुओं पर अहम फैसला लेंगे, जिसमें तीनों प्राधिकरण के सीईओ को डायरेक्टर बनाया जाएगा, उनके साथ चौथा डायरेक्टर के रूप में नोएडा ट्रैफिक सेल के डायरेक्टर होंगे।
इसके अलावा सभी डायरेक्टर समेत ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के एक-एक अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी और नोएडा प्राधिकरण वित्त नियंत्रक सब्सक्राइबर की भूमिका में होंगे।
बता दें कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना क्षेत्र में 500 सिटी ई-बस का संचालन कराने के लिए प्राधिकरण ने स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का गठन करने के लिए शासन व भारत सरकार के रजिस्ट्रार के पास तीन कंपनियों के नाम का सुझाव भेजा था।
इसमें एनजीवाई अर्बन मोबिलिटी सर्विस, जीबीएन इजी राइट सर्विस, जीबीएन ग्रीन ट्रांसपोर्ट भेजा शामिल रहा है। शुक्रवार को जीबीएन ग्रीन ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर अधिकारिक मोहर लग गई है।
इसी कंपनी के नाम पर अब सिटी ई-बसों का संचालन होगा। एसपीवी का गठन होने के बाद पहली बोर्ड में बाकी स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी।
सिटी बस का संचालन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अलावा जनपद के 25 रूट पर किया जाना है। इसमें से 300 बस नोएडा, 100 ग्रेटर नोएडा और 100 बस यीडा में संचालित होंगी। बसों का संचालन ग्रास कास्ट कांट्रेक्ट (जीसीसी) माडल किया जाएगा।
संचालन के लिए दो कंपनियां चयनित
ट्रेवल टाइम मोबिलिटी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड यह 9 मीटर लंबी बस 54.90 रुपये प्रति किमी की दर से चलाएगी। जबकि डेलबस मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड यह 12 मीटर लंबी बस 67.99 रुपये प्रति किमी की दर से चलाएगी।
बसों के संचालन के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यीडा के बीच एसपीवी का गठन 48 प्रतिशत,26 प्रतिशत और 26 प्रतिशत के इक्विटी योगदान के साथ होगा या इसमें कमी या बढ़ोत्तरी की जा सकती है।
12 मीटर स्टैंडर्ड फ्लोर की 250 और 9 मीटर की स्टैंडर्ड फ्लोर की 250 ई बस शामिल है। यह परियोजना 675 करोड़ की है। कंपनी को ई बस, फास्ट चार्जर (240 किलोवाट), प्लांट, इक्यूपमेंट टूल्स और डिपो रखरखाव के लिए है।
कंपनी को 12 साल तक ई बसों का संचालन करना होगा। कंपनी को सालाना प्रति बस 72000 किमी की रनिंग करनी होगी। इस टेंडर के जरिये जीसीसी माॅडल बस ऑपरेटर का चयन किया गया है।
दोनों कैटेगरी के ई बस के लिए आवेदन करने वाली कंपनी को 12 मीटर एसी बस के लिए 1.75 करोड़ और 9 मीटर के लिए 1.25 करोड़ ईएमडी जमा करनी होगी।
सात कंपनियां को इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए आमंत्रित किया
नोएडा ट्रैफिक सेल ने बस संचालन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए सात सलाहकार कंपनियों को पत्र लिखा है। इसमें डिम्स, यूमटीसी, क्रिजिम, सीआईआरटी, राइट्स, सीआरआरआई, आईआईटी दिल्ली शामिल है।
इनमें किसी एक को सलाहकार के रूप में चयन किया जाएगा। हालांकि तमाम कंपनियों ने सेक्टर-82 स्थित सिटी बस टर्मिनल और सेक्टर-90 एनएमआरसी सिटी बस डिपो का निरीक्षण कर सर्वे शुरू कर दिया है।
500 ई सिटी बस संचालन के लिए जीबीएन ग्रीन ट्रांसपोर्ट कंपनी तय हो चुकी है। अब एसपीवी का गठन होकर संचालन की दिशा में काम शुरू होगा।
-डाॅ. लोकेश एम, सीईओ, नोएडा प्राधिकरण
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