ग्रेटर नोएडा में पांच महीने में घटतौली के 766 मामले उजागर, 1.28 करोड़ का जुर्माना वसूला
ग्रेटर नोएडा के जिला बाट एवं माप तौल विभाग ने पांच महीनों में 766 घटतौली के मामले पकड़े। 1871 मामलों की जांच में गड़बड़ी मिलने पर दुकानदारों और डीलरों पर जुर्माना लगाया गया जिससे राजकोष में 1.28 करोड़ रुपये जमा हुए। विभाग ने माप तौल में हेरफेर रोकने के लिए जांच बढ़ाई है पर घटतौली अभी भी चुनौती है।

रंजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा। जिला बाट एवं माप तौल विभाग ने पिछले पांच महीनों में सघन जांच अभियान चलाकर घट तौली के 766 मामलों का पर्दाफाश किया है। विभाग ने इस दौरान कुल 1871 मामलों की जांच की, जिसमें 766 प्रकरणों में गड़बड़ी की पुष्टि हुई। इन मामलों में न केवल दुकानदारों, बल्कि मापतौल उपकरणों के निर्माताओं, मरम्मत करने वालों और लाइसेंसी डीलरों पर भी सख्त कार्रवाई की गई। विभाग ने दोषियों पर जुर्माना लगाकर राजकोष में 1.28 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा कराई। यह कार्रवाई उपभोक्ताओं को ठगी से बचाने और बाजार में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई।
विभाग के लिए बड़ी चुनौती
पिछले पांच माह के जांच में पाया गया कि कई व्यापारी और डीलर माप तौल उपकरणों में हेरफेर कर ग्राहकों को कम मात्रा में सामान दे रहे थे। विभाग ने ऐसी अनैतिक प्रथाओं पर अंकुश लगाने के लिए नियमित निरीक्षण और आकस्मिक जांच को बढ़ाया। हालांकि, इतनी बड़ी संख्या में मामलों का पर्दाफाश होने के बावजूद स्थानीय बाजारों में घट तौली की समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। यह विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
घटतौली पर अंकुश लगाया जा सके
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि माप तौल उपकरणों की नियमित जांच में सख्ती करने के साथ लाइसेंसिंग प्रक्रिया को और सरल बनाया जा रहा है, ताकि घटतौली के मामलों पर अंकुश लगाया जा सके। विभाग के ओर से व्यापारियों को चेतावनी दी गई है कि नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। आमजन से भी अपील की गई है कि वे खरीदारी के दौरान माप तौल की सटीकता पर ध्यान दें और किसी भी गड़बड़ी की शिकायत तुरंत विभाग को करें। घट तौली पर नियंत्रण के लिए विभाग डिजिटल माप तौल उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने और नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
अप्रैल से अगस्त 2025 तक की गई कार्रवाई
- पांच माह में 1871 मामलों की हुई जांच।
- 4592 व्यापारियों के सत्यापन का काम पूरा।
- 766 मामलों में पकड़ी गई घट तौली।
- जिले में कुल लाइसेंसी निर्माता की संख्या -16
- जिले में कुल लाइसेंसी मरम्मतकर्ता की संख्या-19
- जिले में कुल लाइसेंसी डीलर की संख्या - 40
- विभाग को प्राप्त कुल राजस्व - 12813788 रुपये।
गड़बड़ी मिलने पर जुर्माने की बड़ी कार्रवाई
- 22 अप्रैल 2025 को प्राइमरी लग्जरी नामक फर्म पर 50 हजार रुपये का जुर्माना।
- एक अगस्त 2025 को हैपियर लाइफ नामक फर्म पर एक लाख रुपये का जुर्माना।
- एक अगस्त 2025 को इंडियन आयल पर 75 हजार रुपये का जुर्माना।
"विभाग के द्वारा लगातार जांच अभियान चलाकर घटतौली रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए अधिकृत डीलर से लेकर मरम्मतकर्ता और व्यापारियों के यहां भी जांच अभियान चलाया गया। सटीक माप तौल के लिए और सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। उपभोक्ता भी कम वजन की शिकायत सूरजपुर स्थित विभागीय कार्यालय में कर सकते हैं।"
-रामअवध यादव, जिला बाट माप अधिकारी गौतमबुद्ध नगर।
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