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    केरल की इस विशेष गाय को नोएडा में पालना चाहते हैं उद्यमी, गोपालन की अनुमति के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 07:37 PM (IST)

    नोएडा के उद्यमी मिलावट से परेशान होकर मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं। नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन ने इकाइयों और आवासों में वेचुर नस्ल की गाय पालने की अनुमति मांगी है ताकि लोगों को शुद्ध दूध मिल सके। प्राधिकरण द्वारा कुत्ता पालन की अनुमति पर सवाल उठाते हुए उद्यमियों का कहना है कि गाय पालन से बेहतर स्वास्थ्य और गोवंश संरक्षण में मदद मिलेगी।

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    उत्पाद निर्माण इकाइयों में अब गोपालन करेंगे उद्यमी।

    जागरण संवाददाता, नोएडा। खाने पीने की वस्तुओं ने जिस प्रकार से मिलावट दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। नकली व मिलावटी सामान की बाजार में बिक रहा है, लेकिन अंकुश लगाने वाली एजेंसियां व विभाग यदाकदा कार्रवाई का महज खानापूर्ति कर रहे हैं।

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    इससे आहत होकर औद्योगिक नगरी के उद्यमियों ने सबसे पुराने औद्योगिक संगठन नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन (एनईए) से आग्रह किया है कि इससे पूरी तरह से निजात दिलाई जाए।

    इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री को एनईए की ओर से लिखित पत्र के जरिये मांग कर दी है कि शहर में संचालित औद्योगिक इकाइयाें व उद्यमियों के आवास पर केरल की वेचुर नस्ल की माणिक्यम गाय को पालने की अनुमति दी जाए।

    एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने कहा है कि नोएडा प्राधिकरण हर घर में कुत्ता रखने की अनुमति प्रदान कर रहा है। इसके लिए पंजीयन सेंटर तक खोल गया है। इसका लाभ आम आदमी नहीं मिल पा रहा है।

    उल्टा सेक्टर-सोसायटी में रहने वाले अन्य निवासियों के बीच कुत्ता पालन वालों के साथ विवाद हो रहा है। यदि औद्योगिक इकाइयों में गाय पालन की अनुमति दी जाए तो लोगों को स्वास्थ्य बेहतर होगा, शुद्ध दूध, धी, खोया, पनीर, छाछ तक उपलब्ध होगा।

    एनईए वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश कोहली ने बताया कि जिन गाय को यहां पर पालने के लिए सरकार से अनुमति मांगी जा रही है। वह हाइट में कुत्तों से कम है।

    यह गाय केरल की सबसे छोटी गाय की नस्ल का वेचुर है, जो दुनिया की सबसे छोटी मवेशी नस्लों में से एक है. वेचुर गाय अपने छोटे आकार और कम रखरखाव की आवश्यकता के कारण जानी जाती हैं।

    इनका दूध पचाने में आसान होता है। इसमें स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं। इनकी उच्च रोग प्रतिरोधक क्षमता और शांत स्वभाव आदर्श बनाता है। इस अनुमति से सरकार की गोवंश को संरक्षण देने में सहायक होंगे। लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा। मिलावटी व नकली शुद्ध दूध, धी, खोया, पनीर की समस्या से भी शहर को निजात मिलेगी।

    माणिक्यम गाय की खासियत

    • ऊंचाई 90 सेमी।
    • वजन 130 किलोग्राम।
    • प्रतिदिन करीब 3 लीटर दूध।
    • दूध ए 2 बीटा-कैसीन से भरपूर, पचाने में आसान, स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद।
    • यह नस्ल चरम जलवायु में रहने में सक्षम।
    • इनमें रोगों से लड़ने की क्षमता अच्छी होती है।
    • कम चारे और देखभाल की आवश्यकता, स्वभाव शांत।

    नोएडा में संपत्तियों की संख्या

    • औद्योगिक-10025
    • आवासीय-23874
    • वाणिज्यिक -4756
    • संस्थागत -1130
    • ग्रुप हाउसिंग-12254

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