Air Pollution: नवंबर में नोएडा की हवा रही सबसे जहरीली, NCR में ग्रेटर नोएडा भी सबसे प्रदूषित शहर
Air Pollution ग्रेटर नोएडा एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर रहा। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (सफर) के मुताबिक आगामी तीन दिनों तक हवा बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है। बुधवार को अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

नोएडा [मोहम्मद बिलाल]। Air Pollution: इस वर्ष नवंबर में नोएडा में आठ दिन हवा मध्यम और आठ दिन खराब श्रेणी में रही जबकि 11 दिन बहुत खराब और तीन दिन गंभीर श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों को देखे तो एक, तीन पांच नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) गंभीर श्रेणी में रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक ग्रेटर नोएडा का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) बुधवार को 404 रहा। यह वायु प्रदूषण की गंभीर श्रेणी है।
हवा की रफ्तार सुस्त रहने से प्रदूषक तत्वों में बढ़ोतरी
दिल्ली का 365, नोएडा का 326, गाजियाबाद का 352, फरीदाबाद का 333, गुरुग्राम का 333 का दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा को छोड़कर पूरे एनसीआर की हवा बहुत खराब श्रेणी में दर्ज हुई। तापमान में लगातार हो रही गिरावट और दिन में सतह पर चलने वाली हवा की रफ्तार सुस्त रहने से प्रदूषक तत्वों में बढ़ोतरी से ग्रेटर नोएडा का एक्यूआइ गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।
ग्रेटर नोएडा एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर
ग्रेटर नोएडा एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर रहा। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (सफर) के मुताबिक आगामी तीन दिनों तक हवा बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है। बुधवार को अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह-शाम सर्द हवा चलने से लोगों ने सर्दी का अहसास किया। दिन में धूप निकलने से राहत रही। मौसम विज्ञानी के मुताबिक आगामी तीन दिन तक तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखने को मिलेगा।
ग्रेप नियमों का उल्लंघन करने पर 15 लाख का जुर्मना
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम नोएडा ने बुधवार को सेक्टर-150 में ग्रेप नियमों का उल्लंघन होने पर तीन बिल्डरों पर पांच-पांच लाख का जुर्माना लगाया है। निर्माण स्थल पर ग्रीन एयर बैरियर नहीं लगाया गया था। एंटी स्माग गन भी चालू हालत में नहीं थी। निर्माण कार्य व वाहनों के आवागमन के कारण धूल उड़ रही थी। इसकी रोकथाम के लिए नेट आदि का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। वाटर स्प्रिंक्लर भी नहीं लगाया गया था। मिट्टी और निर्माण सामग्री खुले में पड़ी थी। पीटीजेड कैमरा नहीं लगाया गया था और न ही डस्ट एप पर पंजीकरण कराया गया था।
दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स-
- दिल्ली- 365
- फरीदाबाद- 333
- गाजियाबाद- 352
- ग्रेटर नोएडा- 404
- गुरुग्राम- 333
- नोएडा- 326
जिले में बुधवार को प्रमुख जगह का एक्यूआइ
- स्थान, सुबह नौ बजे शाम सात बजे
- सेक्टर-1 293 296
- सेक्टर-62 392 409
- सेक्टर-116 342 354
- सेक्टर-125 283 258
- नालेज पार्क-3 383 389
- नालेज पार्क-5 412 420
नोएडा में बुधवार शाम सात बजे प्रदूषक तत्वों की स्थिति
- प्रदूषक तत्व, औसत, न्यूनतम, अधिकतम
- पीएम-2.5, 287, 9, 354
- पीएम-10, 252, 133, 362
- नाइट्रोजन डाइ-आइक्साइड (एनओ-2), 136, 105, 192
- कार्बन मोनोआक्साइड (सीओ), 42, 6, 134
- सल्फर डाइआक्साइड (एसओ-2), 15, 5, 23
- ओजोन (ओ-3), 8, 2, 14
- अमोनियन (एनएच-3), 9, 6, 11
(नोट-उपरोक्त आंकड़े सेक्टर-1 स्थित यूपीपीसीबी द्वारा स्थापित प्रदूषक मापक यंत्र के है)
नोएडा में पिछले 10 दिन का एक्यूआइ
- दिनांक- एक्यूआइ स्तर
- 21 नवंबर-237
- 22 नवंबर-259
- 23 नवंबर-270
- 24 नवंबर-255
- 25 नवंबर-354
- 26 नवंबर-344
- 27 नवंबर-342
- 28 नवंबर-382
- 29 नवंबर-344
- 30 नवंबर-326
वायु की गुणवत्ता का पैमाना
- 0-50 के बीच एक्यूआइ का मतलब ‘अच्छा’ यानि वायु शुद्ध है
- 51-100 के बीच मतलब वायु की शुद्धता ‘संतोषजनक’
- 101-200 के बीच ‘मध्यम’
- 201-300 के बीच ‘खराब’
- 301-400 के बीच ’बेहद खराब’
- 401 से 500 के बीच ’गंभीर श्रेणी’

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।